हीटस्ट्रोक से पशुओं की जान पर आफत, समय रहते पशुपालक कर लें ये इंतजाम

गर्मी बढ़ते ही पशुओं में हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में समय पर ठंडा पानी, नरम आहार और साफ-सफाई से इन्हें सुरक्षित रखा जा सकता है.

धीरज पांडेय
नोएडा | Updated On: 16 Jun, 2025 | 12:46 PM

गर्मी का मौसम जितना इंसानों के लिए मुश्किलें लेकर आता है, उतना ही पशुओं के लिए भी खतरनाक हो सकता है. तापमान जैसे-जैसे बढ़ता है, हीट स्ट्रोक का खतरा पशुओं में भी तेजी से बढ़ने लगता है. अगर समय रहते सतर्कता न बरती जाए तो दूध उत्पादन से लेकर पशुओं के जीवन तक पर असर पड़ सकता है. ऐसे में पशुपालकों को कुछ अहम बातों का खास ध्यान रखना जरूरी है.

आहार हो संतुलित और नरम

गर्मी के मौसम में पशुओं के भोजन का ख्याल रखना और भी जरूरी हो जाता है. इस समय नरम आहार और हरा चारा सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है. नीम, बरसीम, गूलर, जामुन और अमरूद के पत्ते ऐसे चारे हैं, जो न सिर्फ पोषण देते हैं बल्कि अपने औषधीय गुणों के कारण पशुओं को कई बीमारियों से भी बचाते हैं. खराब चारे से पशुओं को कब्ज जैसी पाचन संबंधी परेशानियां हो सकती हैं, जो आगे चलकर सेहत पर गंभीर असर डालती हैं. इसलिए ताजा, साफ और संतुलित आहार ही इस मौसम में उनकी सेहत का सबसे बड़ा सहारा होता है.

तबेले को रखें ठंडा और सुरक्षित

सबसे पहले बात करें तबेले की तो गर्मी के दिनों में पशुओं को सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक बंद तबेले में रखना चाहिए. लेकिन बंद तबेला भी गर्म न हो जाए, इसके लिए दरवाजे पर बोरी टांगकर उसे गीला करना फायदेमंद रहेगा. क्योंकि, गीली बोरी की वजह से तबेले में ठंडक बनी रहती है और पशुओं को राहत मिलती है. इस साधारण से उपाय से हीट स्ट्रोक का खतरा काफी हद तक कम किया जा सकता है.

पानी की पर्याप्त व्यवस्था बेहद जरूरी

गर्मी में सबसे बड़ा हथियार है ठंडा और साफ पानी. इसलिए पशुओं को समय-समय पर ताजा पानी पिलाते रहना चाहिए. उन्हें गंदा या बासी पानी न दें क्योंकि इससे बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. पर्याप्त पानी मिलने से शरीर का तापमान संतुलित रहता है और पशु हीट स्ट्रोक से बचे रहते हैं.

सफाई से बढ़ेगी सेहत

हर सुबह सबसे पहले तबेले और पशुओं की सफाई करें. क्योंकि गंदगी से बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है. साफ-सफाई से न सिर्फ पशु स्वस्थ रहते हैं, बल्कि उत्पादन क्षमता भी बनी रहती है. ध्यान देने की बात यह है कि छोटे नवजात पशुओं की देखभाल में भी कोई लापरवाही न करें.

असामान्य लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें

अगर किसी पशु में सुस्ती, तेज सांस चलना, कमजोरी, चक्कर आना या पसीना ज्यादा आना जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत पशु चिकित्सक से संपर्क करें. हीट स्ट्रोक की स्थिति में देरी करना जानलेवा साबित हो सकता है.

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Published: 16 Jun, 2025 | 12:46 PM

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