सोचिए… जंगल में शेर दहाड़ रहा हो और सामने एक भैंस डटकर खड़ी हो जाए, सुनने में फिल्मी लगता है ना? लेकिन ये कोई कहानी नहीं, बल्कि हकीकत है. भारत में एक ऐसी भैंस की नस्ल पाई जाती है जिसे शेरों से लड़ जाने के लिए जाना जाता है. जी हां और उसका नाम है- जाफराबादी भैंस. ये सिर्फ ताकत में ही नहीं, दूध देने में भी सुपरस्टार है. इसलिए अगर आप डेयरी या पशुपालन का बिजनेस शुरू करने का सोच रहे हैं, तो ये भैंस आपके लिए जैकपॉट साबित हो सकती है.
कौन है ये शेर से भिड़ने वाली भैंस?
जाफराबादी भैंस मूल रूप से गुजरात के सौराष्ट्र इलाके में पाई जाती है, खासकर गिर के जंगलों के आसपास. यही वो क्षेत्र है जहां एशियाई शेर रहते हैं. इसीलिए इस भैंस में स्वभाव से ही इतनी हिम्मत आ गई है कि शेर सामने आ जाए तो भागती नहीं, उल्टा टक्कर दे देती है. कहा जाता है कि कई बार शेर भी इनसे भिड़ने से पहले दस बार सोचते हैं.
सरकार ने भी मानी इसकी ताकत
Jaffarabadi is among the heaviest buffaloes found in India and a native of the Saurashtra region around the Gir forest! 🐃🌳#LivestockBreeds #DairyIndia #Gujarat pic.twitter.com/0ycBA5uZIc
और पढ़ें— Ministry of Fisheries, Animal Husbandry & Dairying (@Min_FAHD) November 1, 2022
मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर जाफराबादी भैंस की फोटो शेयर करते हुए लिखा कि यह भैंस शेरों से लड़ने की क्षमता रखती है. जब खुद सरकार इसकी बहादुरी की पुष्टि कर रही है, तो समझ जाइए कि यह कोई साधारण भैंस नहीं, बल्कि भैंसों की दबंग है. अपनी ताकत, मोटाई और साहस के कारण यह भैंस जंगल में भी सबसे अलग और डरावनी साबित होती है. पशुपालक इसे देखकर गर्व महसूस करते हैं और डेयरी व्यवसाय में इसे प्राथमिकता देते हैं.
वजन में भारी, शक्ल में सधी हुई
इस नस्ल की भैंस देखने में ही ऐसी लगती है जैसे खुद अपनी ताकत का प्रदर्शन कर रही हो. इसका वजन 800 किलो से लेकर पूरे 1 टन यानी 1000 किलो तक होता है. शरीर भारी-भरकम होने के बावजूद इसका मुंह छोटा और चेहरा आकर्षक दिखता है. इसकी सींघ हल्की घुमावदार होती हैं, लेकिन मुर्रा नस्ल की तरह बहुत ज्यादा टेढ़ी नहीं होतीं. कम घेरे में घूमती हुई इन सींघों की वजह से इसका लुक और भी रॉयल नजर आता है, जैसे किसी शाही जानवर की मौजूदगी हो.
दूध देने में भी नंबर वन
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अक्सर लोगों को लगता है कि जो भैंस जितनी ताकतवर होती है, वो उतना दूध नहीं देती होगी, लेकिन जाफराबादी नस्ल इस सोच को पूरी तरह गलत साबित कर देती है. ये भैंस रोजाना करीब 25 से 30 लीटर तक दूध देने की क्षमता रखती है. यानी सिर्फ एक भैंस महीने भर में लगभग 750 लीटर दूध दे देती है. अगर बाजार में दूध का भाव 60 रुपये लीटर भी मान लें तो 750 लीटर × 60 रुपये = 45,000 रुपये की आमदनी सिर्फ एक भैंस से, अब जरा सोचिए, अगर आपके पास एक नहीं बल्कि ऐसी 5 भैंस हों तो? बिना किसी बड़ी फैक्ट्री या भारी मशीनों के, सिर्फ दूध बेचकर ही सीधा 2 लाख रुपये महीना कमाया जा सकता है. यही वजह है कि ये भैंस किसानों और डेयरी शुरू करने वालों के लिए किसी कैश मशीन से कम नहीं.
कहां मिलती है और कितने की आती है?
गुजरात के अमरेली, जूनागढ़, पोरबंदर और राजकोट जिलों में इसका पालन बड़े पैमाने पर होता है. अगर आप इसे खरीदना चाहते हैं तो अच्छी क्वालिटी की जाफराबादी भैंस की कीमत 1.25 लाख से 1.75 लाख रुपये के बीच होती है. पहली बार में कीमत ज्यादा लग सकती है, लेकिन इसकी दूध देने की क्षमता और लंबी उम्र देखकर ये पूरी तरह से वैल्यू फॉर मनी है.
डेयरी बिजनेस के लिए क्यों है बेस्ट चॉइस?
- दूध ज्यादा देती है.
- मजबूत शरीर, जल्दी बीमार नहीं होती.
- देखभाल आसान, खाना-पानी ज्यादा स्पेशल नहीं चाहिए.
- प्रजनन क्षमता भी अच्छी होती है यानी बछड़े भी ज्यादा देती है.
- डेयरी शुरू करने के लिए एक भरोसेमंद नस्ल चाहिए होती है और इसमें कोई शक नहीं कि जाफराबादी भैंस उस लिस्ट में सबसे ऊपर है.