सीमांत किसानों के लिए चलता-फिरता ATM है जमनापारी नस्ल की ये बकरी, पालन करते ही होगी बंपर कमाई

Goat Farming: जमनापारी नस्ल की बकरी किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है. इस नस्ल की अच्छी पैदावार के कारण इससे कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 27 Sep, 2025 | 11:12 AM

India Best Goat Breeds:- देश में बकरी पालन एक बड़ा रोजगार का साधन बनता जा रहा है. खासकर उन किसानों के लिए जो कम जमीन में अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं. आजकल बाजार में बकरियों के दूध और मीट की काफी डिमांड है. ऐसे में अगर अच्छी नस्ल की बकरियां पाली जाएं तो इससे किसानों की आमदनी में जबरदस्त बढ़ोतरी हो सकती है. इसी कड़ी में आज हम बात कर रहे हैं जमनापारी नस्ल (Jamnapari Goat) की बकरी की, जो न सिर्फ दूध देती है बल्कि मीट और बच्चों के लिहाज से भी बहुत फायदेमंद मानी जाती है.

जमनापारी नस्ल की बकरी- क्यों है खास?

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जमनापारी नस्ल की बकरी उत्तर प्रदेश के इटावा इलाके में ज्यादा पाई जाती है. यह नस्ल अपने बड़े शरीर, अच्छे दूध उत्पादन और स्वादिष्ट मीट के लिए जानी जाती है. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि ये नस्ल हर दिन करीब 4 से 5 लीटर तक दूध दे सकती है. इतना ही नहीं, एक पूरे दूध देने के समय में यह नस्ल करीब 500 लीटर तक दूध दे देती है. इसका दुग्ध काल (लैक्टेशन पीरियड) लगभग 175 से 200 दिन तक चलता है.

दूध की गुणवत्ता और फायदे

जमनापारी नस्ल की बकरी का दूध काफी पौष्टिक होता है और जल्दी खराब भी नहीं होता. इस नस्ल का दूध बच्चों और बुजुर्गों के लिए फायदेमंद माना जाता है क्योंकि इसमें कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन्स भरपूर होते हैं. इसके दूध की बाजार में अच्छी कीमत मिलती है, जिससे किसान हर महीने अच्छी कमाई कर सकते हैं. कुछ क्षेत्रों में इसका दूध दवा के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है.

तेजी से बढ़ता वजन: मीट के लिए बेस्ट नस्ल

जमनापारी नस्ल के बकरे हर दिन करीब 120 से 125 ग्राम तक वजन बढ़ाते हैं. यह इसे मीट के लिए भी काफी बेहतर बनाता है. यही कारण है कि देश और विदेश में जमनापारी नस्ल के बकरे की काफी मांग है. इसका मीट स्वादिष्ट और प्रोटीन से भरपूर होता है. मीट के बाजार में इसकी कीमत सामान्य बकरों से कहीं ज्यादा होती है.

बच्चों की संख्या और प्रजनन क्षमता

इस नस्ल की एक और खासियत है कि इसकी लगभग 50 प्रतिशत बकरियां एक बार में दो बच्चे देने की क्षमता रखती हैं. यानी अगर किसान एक बार में 10 बकरियां पालते हैं तो कुछ ही महीनों में उनकी संख्या आसानी से दोगुनी हो सकती है. इससे बकरी पालन एक तेजी से बढ़ने वाला व्यवसाय बन जाता है. यही वजह है कि विदेशों में भी नस्ल सुधार के लिए भारत से जमनापारी बकरियां मंगाई जाती हैं.

कीमत और कहां मिलती है यह नस्ल?

अगर आप जमनापारी नस्ल की बकरी खरीदने की सोच रहे हैं तो इसकी कीमत 15 हजार से 30 हजार रुपये तक होती है. यह कीमत बकरी के वजन, उम्र और दूध देने की क्षमता पर निर्भर करती है. यह नस्ल मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के इटावा, बिहार, राजस्थान और पश्चिम बंगाल में पाई जाती है. वहीं कुछ किसान इन बकरियों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए भी खरीद-बेच रहे हैं.

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Published: 27 Sep, 2025 | 09:00 AM

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