ठंड का असर मुर्गियों पर पड़ता है? कोई चिंता नहीं, जानें सरल टिप्स और बढ़ाएं अंडे-मांस का उत्पादन

कड़ाके की ठंड में मुर्गियों की सही देखभाल जरूरी है. गर्मी, भोजन, पानी और सुरक्षा के उपाय अपनाकर अंडे और मांस का उत्पादन बनाए रखें. रोजाना निरीक्षण और सफाई से मुर्गियां स्वस्थ रहती हैं और बाजार में मुनाफा बढ़ता है.

Kisan India
नोएडा | Published: 19 Oct, 2025 | 06:22 PM

Poultry Farming : सर्दियों में किसान और पशुपालक दोनों के लिए कई चुनौतियां आती हैं, लेकिन मुर्गी पालन करने वालों के लिए ठंड का असर और भी गंभीर हो सकता है. कड़ाके की ठंड में अगर मुर्गियों का सही देखभाल न की जाए तो उनका स्वास्थ्य प्रभावित होता है और अंडे या मांस का उत्पादन घट सकता है. लेकिन थोड़ी सावधानी और सही तरीके अपनाकर आप अपनी मुर्गियों को स्वस्थ रख सकते हैं और उत्पादन बढ़ा सकते हैं. सरकार ने भी मुर्गी पालकों के लिए ठंड में पालन के विशेष सुझाव जारी किए हैं. आइए जानते हैं, ठंड में मुर्गियों की देखभाल कैसे करें.

गर्मी की उचित व्यवस्था

 मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मुर्गियों को ठंड से बचाने के लिए सबसे जरूरी है कि उनके बाड़े में गर्मी बनाए रखें. ठंड में मुर्गियों का शरीर जल्दी ठंडा हो जाता है, जिससे उनकी रोग प्रतिरोधक  क्षमता घटती है. बाड़े में बिजली के बल्ब या हीटर लगाकर तापमान सामान्य बनाए रखा जा सकता है. सुनिश्चित करें कि बाड़ा पूरी तरह से बंद न हो, लेकिन हवा और ठंड के सीधे संपर्क से मुर्गियां बची रहें. गर्मी का संतुलन बनाए रखने से मुर्गियों का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और अंडे या मांस का उत्पादन भी प्रभावित नहीं होगा.

कीटाणु और परजीवियों से बचाव

ठंड में मुर्गियों को बाहरी परजीवियों और कीटाणुओं  से बचाना बहुत जरूरी है. इनसे उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है. बाड़े में निर्गुण्डी और लेमन ग्राम की पत्तियां टांगें. ये प्राकृतिक तरीके से परजीवियों को दूर रखने में मदद करती हैं. इसके अलावा, नीम तेल युक्त कीटाणु नाशक रसायन का उपयोग भी किया जा सकता है. साफ-सफाई और नियमित कीटाणु नाशक उपायों से मुर्गियां स्वस्थ रहती हैं और उत्पादन बेहतर रहता है.

ठंडी हवा से बचाव

मुर्गियों को ठंडी हवा से बचाने के लिए बाड़े के सभी दरारों और छिद्रों को बंद करें. इसके लिए मोटे पर्दे और बांस का इस्तेमाल किया जा सकता है. पर्दे के निचले हिस्से में बांस बांध दें ताकि तेज हवा में पर्दे उड़ न जाएं. लेकिन ध्यान रखें, सूरज निकलने के बाद ही पर्दे हटाएं ताकि मुर्गियों को पर्याप्त रोशनी और ताजी हवा भी मिल सके. ठंडी हवा से बचाव करने से मुर्गियों की ऊर्जा  बरकरार रहती है और उनका अंडा या मांस उत्पादन सामान्य रहता है.

गुनगुना पानी और पर्याप्त भोजन

ठंड में मुर्गियों की भूख बढ़ जाती है और उन्हें अधिक मात्रा में पोषण की आवश्यकता होती है. मुर्गियों को गुनगुना पानी पिलाएं और उनके दाने हमेशा उपलब्ध रखें. सर्दियों में उनका भोजन हल्का नहीं होना चाहिए, क्योंकि कम कैलोरी लेने पर उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है. अच्छा भोजन और पानी मुर्गियों की स्वास्थ्य स्थिति को बेहतर बनाए रखता है और अंडे और मांस की गुणवत्ता भी बढ़ाता है.

रोजाना निरीक्षण और देखभाल

ठंड में मुर्गियों  का रोजाना निरीक्षण बहुत जरूरी है. अगर कोई मुर्गी सुस्त या बीमार दिखे, तो तुरंत पशु चिकित्सक से संपर्क करें. सर्दियों में हल्की बीमारी भी तेजी से फैल सकती है और पूरे बाड़े को प्रभावित कर सकती है. इसके साथ ही, नियमित सफाई, तापमान और भोजन की जांच करते रहें. रोजाना ध्यान रखने से मुर्गियां स्वस्थ रहेंगी और उनका उत्पादन लगातार बना रहेगा.

किसानों के लिए आसान सुझाव

  • बाड़े में गर्मी और हवा का संतुलन बनाए रखें.
  • परजीवियों और कीटाणुओं  से बचाव के लिए प्राकृतिक उपाय अपनाएं.
  • ठंडी हवा से बचाव के लिए मोटे पर्दे और बांस का प्रयोग करें.
  • गुनगुना पानी और पर्याप्त दाना हमेशा उपलब्ध रखें.
  • रोजाना निरीक्षण करें और किसी भी समस्या पर तुरंत वेटरनरी सलाह लें.

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Published: 19 Oct, 2025 | 06:22 PM

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