Uttar Pradesh News : ग्रामीण भारत के तेज विकास में सहकारिता और कृषि अहम भूमिका निभा रहे हैं. इस क्षेत्र में युवाओं को पढ़ाई के जरिए जोड़ने, नौकरी के अवसर देने के साथ ग्रामीण विकास की रफ्तार बढ़ाने के लिए गुजरात में त्रिभुवन सहाकारिता यूनिवर्सिटी शुरू की गई है. जहां सहकारिता से जुड़े डिग्री और डिप्लोमा कोर्सेस कराए जा रहे हैं. इसका विस्तार करते हुए अब राज्यों में भी सहकारी डिग्री कॉलेज खोलने की शुरूआत की जा रही है और यूपी सरकार ने राज्य में डिग्री कॉलेज खोलने की घोषणा कर दी है.
यूपी में खुलेंगे 16 नए सहकारी डिग्री कॉलेज
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहकारिता क्षेत्र को नई दिशा देने की पहल की है. सीएम योगी ने प्रदेश में सहकारी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 12 से 16 नए सहकारी डिग्री कॉलेज खोलने के निर्देश दिए हैं. ये कॉलेज प्रदेश के युवाओं में सहकारिता के क्षेत्र में अध्ययन, अध्यापन और शोध को बढ़ावा देंगे. इस दौरान प्रदेश के सहकारिता विभाग के संबंधित अधिकारियों के साथ 12 सितंबर से 12 अक्टूबर तक चलाए जाने वाले ‘एम-पैक्स सदस्यता महाभियान 2025’ पर भी चर्चा हुई.
प्रदेश के 30 लाख लोग सहकारिता से जुडे़
हाल ही में प्रदेश के सहकारिता विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान सीएम योगी ने सभी संबंधित अधिकारियों से 12 सितंबर से 12 अक्टूबर तक चलाए जाने वाले ‘एम-पैक्स सदस्यता महाभियान 2025’ को लेकर चर्चा की. बता दें कि, इस अभियान का मुख्य उद्देश्य हर किसान और ग्रामीण को सहकारिता से जोड़ना है. सीएम योगी ने बताया कि पिछले साल इस अभियान के तहत प्रदेश के 30 लाख से ज्यादा लोगों ने सदस्यती ली थी, जिसकी मदद से 70 करोड़ रुपये का अंशदान प्राप्त हुआ था.
उन्होंने बताया कि इस साल ये अभियान और भी व्यापक और बड़े स्तर पर आयोजित किया जा रहा है. इस साल 12 सितंबर से शुरु हुए इस अभियान में किसानों और ग्रामीणों के लिए कैंप, ऑनलाइन-ऑफलाइन पंजीकरण और जागरूकता कार्यक्रम भी शामिल किए गए हैं.