Dairy New GST Rates: देश में डेयरी उत्पादों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है. केंद्र सरकार ने हाल ही में GST दरों में कटौती की है, जिससे दूध, पनीर, घी, मक्खन, मिल्कशेक और आइसक्रीम जैसे उत्पाद अब पहले से कहीं ज्यादा सस्ते हो गए हैं. इसका सीधा फायदा न सिर्फ आम उपभोक्ताओं को मिलेगा, बल्कि डेयरी किसानों और छोटे व्यवसायियों को भी आर्थिक राहत मिलेगी. आइए जानते हैं इस GST कटौती का पूरा असर और कैसे इससे डेयरी क्षेत्र को फायदा होगा.
GST कटौती का सीधा फायदा
केंद्र सरकार ने GST दरों में कमी कर दी है. अब दूध और पनीर जैसे उत्पादों पर 5 प्रतिशत का GST हटाकर शुन्य फीसदी कर दिया गया है. घी और मक्खन का GST 12 प्रतिशत से घटाकर 5 फीसदी किया गया है. इसी तरह मिल्कशेक और आइसक्रीम का GST 18 प्रतिशत से 5 फीसदी हो गया है. इसका मतलब है कि उपभोक्ता अब इन उत्पादों को पहले से सस्ते दामों में खरीद पाएंगे.
आम आदमी की जेब पर असर
सस्ते होने से परिवारों के लिए डेयरी उत्पाद खरीदना आसान हो जाएगा. रोजमर्रा की जरूरतों में दूध, पनीर और घी जैसी चीजें सबसे ज्यादा इस्तेमाल होती हैं. GST कम होने से उपभोक्ता इन उत्पादों पर कम खर्च करेंगे और दैनिक जीवन में राहत महसूस करेंगे.
किसानों और डेयरी व्यवसायियों को मिलेगा लाभ
GST कटौती का फायदा केवल उपभोक्ताओं को ही नहीं, बल्कि डेयरी किसानों और व्यवसायियों को भी मिलेगा. कम GST से उत्पादन और बिक्री बढ़ेगी. अधिक बिक्री से किसानों की आमदनी में सुधार होगा और डेयरी व्यवसाय अधिक लाभकारी बनेगा.
उत्पादों पर नई कीमतें
GST कटौती के बाद प्रमुख डेयरी उत्पादों की कीमतें इस प्रकार होंगी:
- दूध:- GST 5 फीसदी से घटाकर 0 प्रतिशत
- पनीर:- GST 5 प्रतिशत से 0 फीसदी
- घी:- GST 12 प्रतिशत से 5 फीसदी
- मक्खन:- GST 12, फीसदी से 5 प्रतिशत
- मिल्कशेक:- GST 12 फीसदी से 5 प्रतिशत
- आइसक्रीम:- GST 18 प्रतिशत से 5 फीसदा
इस बदलाव से ग्राहकों को छोटे और बड़े दोनों स्तर पर राहत मिलेगी.
GST बचत उत्सव का शुभारंभ
केंद्र सरकार ने इसे GST बचत उत्सव के रूप में पेश किया है. इस उत्सव का मकसद यह है कि आम आदमी को सस्ती दरों में गुणवत्ता वाले डेयरी उत्पाद मिलें और किसानों को भी अधिक बिक्री का मौका मिले. देशभर में इस योजना का स्वागत किया जा रहा है.
GST में यह कटौती उपभोक्ताओं के लिए खुशखबरी और किसानों के लिए नई संभावनाओं का द्वार खोलती है. दूध, पनीर और घी जैसी रोजमर्रा की जरूरत की चीजें अब आसानी से उपलब्ध होंगी और डेयरी क्षेत्र में उत्पादन और रोजगार बढ़ेगा. सस्ते उत्पाद, अधिक बिक्री और किसान लाभ– यह कदम सभी के लिए लाभकारी साबित होगा.