इस सर्दी घर पर उगाएं ताजी हरी मटर, जानें आसान तरीका और 60 दिनों में करें हार्वेस्ट

घर पर उगाई गई ताजी मटर से आप न सिर्फ स्वादिष्ट डिशेज बना सकते हैं, बल्कि पोषण और सेहत का भी पूरा लाभ उठा सकते हैं. सर्दियों में घर पर मटर उगाना एक मजेदार और लाभकारी अनुभव साबित होता है.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 7 Oct, 2025 | 10:27 AM

Gardening Tips: सर्दियों में हरी मटर का मौसम शुरू हो जाता है. मटर न केवल स्वाद में बेहतरीन होती है, बल्कि सेहत के लिए भी लाभकारी होती है. टमाटर-आलू मटर, मटर पुलाव, कचौड़ी, कटलेट, निमोना जैसी कई डिशेज में इसका इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन अगर आप घर पर ही ताजी मटर उगाएं, तो इसके स्वाद और पोषण का आनंद और भी बढ़ जाता है. घर में मटर उगाना मुश्किल नहीं है, बस कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना होता है.

हरी मटर के फायदे

हरी मटर में प्रोटीन, फाइबर, कार्ब्स और विटामिन्स भरपूर मात्रा में होते हैं. 80 ग्राम हरी मटर में फाइबर 4.4 ग्राम, कार्ब्स 12.5 ग्राम, प्रोटीन 4.3 ग्राम और 67 कैलोरीज होती हैं. इसके अलावा विटामिन A, C, K, बी1, फोलेट (B9), मैग्नीशियम, आयरन और फास्फोरस भी पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं. यही कारण है कि सर्दियों में मटर खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है.

मटर की रोपाई की तैयारी

सबसे पहले अच्छी क्वालिटी के बीज लें. इन्हें पानी में भिगोकर ऊपर तैरने वाले बीज निकाल दें. जमीन में रोपाई के लिए जगह साफ करें और खरपतवार हटा दें. गमले में उगाने के लिए कम से कम 12 इंच गहरा और 18-19 इंच चौड़ा कंटेनर सही रहता है. साथ ही ट्रेलिस (जालीदार सहारा) बनाएं, ताकि बढ़ते पौधों को सहारा मिल सके.

बीज बोने का तरीका

हल्की नमी वाली मिट्टी और ऑर्गेनिक खाद मिलाकर बीज 1.5 इंच गहराई और 5 इंच की दूरी पर लगाएं. हर गड्ढे में 2 बीज डालें. मिट्टी से ढकें और स्प्रे से हल्का पानी दें. मिट्टी में नमी बनाए रखें, लेकिन जलभराव न होने दें, क्योंकि ज्यादा पानी से बीज सड़ सकते हैं.

इन बातों का रखें ध्यान

  • पौधों को नियमित पानी दें, लेकिन ज्यादा गीली मिट्टी न रखें.
  • एफिड्स, स्पाइडर माइट्स और पाउडरी मिल्डयू जैसे कीटों से बचाव करें.
  • मटर के पास तुलसी, पुदीना, एलोवेरा जैसी हर्ब्स लगाएं.
  • गोबर की राख छिड़कने से कीटों से बचाव होता है.

टेम्परेचर और रोशनी

मटर का पौधा ठंडे मौसम और हल्के पाले में अच्छे से उगता है. इसे ऐसी जगह रखें जहां दिन में 3-3.5 घंटे की धूप मिलती हो. ज्यादा गर्मी या लंबे समय तक तेज धूप पौधे के लिए हानिकारक होती है.

हार्वेस्टिंग का समय

बीज लगाने के 8-15 दिन में अंकुरण होता है. 40-45 दिन में फूल आते हैं और 60-70 दिनों में मटर की फलियां तैयार हो जाती हैं. हार्वेस्टिंग का समय पौधे की किस्म और देखभाल पर भी निर्भर करता है.

घर पर उगाई गई ताजी मटर से आप न सिर्फ स्वादिष्ट डिशेज बना सकते हैं, बल्कि पोषण और सेहत का भी पूरा लाभ उठा सकते हैं. सर्दियों में घर पर मटर उगाना एक मजेदार और लाभकारी अनुभव साबित होता है.

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