fertilizer shortage: ओडिशा के अन्नदाता जहां अभी उर्वरक की कमी से जूझ रहे हैं, वहीं तेलंगाना के किसानों को जल्द ही खाद की किल्लत से निजात मिलने वाली है, क्योंकि खाद की नई खेप आने वाली है. कृषि मंत्री थुमला नागेश्वर राव ने कहा कि रसायन और उर्वरक मंत्रालय ने तेलंगाना के लिए 40,000 मीट्रिक टन अतिरिक्त यूरिया की मंजूरी दी है. इसके साथ ही, पांच जहाजों से आने वाले यूरिया का आवंटन राज्य के लिए तय कर दिया गया है.
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को नागेश्वर राव ने दिल्ली में उर्वरक विभाग के सचिव रजत कुमार मिश्रा से मुलाकात की और अगले 10 दिनों में समय पर और पर्याप्त मात्रा में यूरिया की आपूर्ति सुनिश्चित करने की मांग की. उन्होंने कहा कि इस हफ्ते तेलंगाना को कुल 80,000 मीट्रिक टन यूरिया मिलेगा. सितंबर के पहले 15 दिनों में राज्य को पहले ही 1.04 लाख मीट्रिक टन यूरिया मिल चुका है. अब मिला नया आवंटन किसानों को हो रही यूरिया की कमी को काफी हद तक दूर करेगा.
10 दिनों में 1 लाख टन खाद की जरूरत
उन्होंने कहा कि इस समय धान, मक्का और कपास जैसी प्रमुख फसलों को ज्यादा मात्रा में यूरिया की जरूरत होती है. अगले 10 से 15 दिन काफी अहम हैं. हमने इस महीने कुल 2 लाख मीट्रिक टन यूरिया की मांग की है, ताकि पहले की कमी की भरपाई हो सके. अब तक 1.04 लाख मीट्रिक टन मिल चुका है और अगले 10 दिनों में 1 लाख मीट्रिक टन और मांगा गया है. हालांकि देश में यूरिया उत्पादन उम्मीद से कम है, लेकिन सचिव रजत कुमार मिश्रा ने भरोसा दिलाया कि तेलंगाना को आयातित यूरिया से प्राथमिकता के आधार पर आपूर्ति की जाएगी. इसी के तहत 40,000 मीट्रिक टन की अतिरिक्त मंजूरी दी गई है, जो पहले से तय 40,000 मीट्रिक टन के अलावा है.
ओडिशा में किसानों ने किया सड़क जाम
वहीं, ओडिशा के गंजाम जिले के किसानों ने सोमवार को यूरिया की तुरंत आपूर्ति की मांग को लेकर गनियानाला और हाटापड़ा में कई घंटों तक सड़कों को जाम कर दिया. इस प्रदर्शन की वजह से बेरहामपुर-दिगपहाड़ी और अस्का-दिगपहाड़ी के बीच यातायात बाधित रहा.बाद में पुलिस और तहसीलदारों के हस्तक्षेप के बाद किसानों को यूरिया की आपूर्ति का आश्वासन मिला, जिसके बाद प्रदर्शन खत्म कर दिया गया. दिगपहाड़ी थाना प्रभारी पीके पात्रा ने कहा कि सिद्धेश्वर सोसायटी में यूरिया वितरण के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक प्लाटून फोर्स तैनात की गई है. अस्का और पुरुषोत्तमपुर के कई इलाकों में सुबह से ही किसान अलग-अलग सोसायटियों के बाहर यूरिया लेने के लिए लाइन में लगे नजर आए.