मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गेहूं उत्पादन को बढ़ाने को लेकर गंभीर हैं. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश गेहूं और गन्ना उत्पादन में देश में नंबर वन है और इसकी वजह किसानों की मेहनत के साथ ही अच्छे बीजों की उपलब्धता है. उन्होंने गेहूं की उन्नत किस्म करण शिवानी (DBW 327) को लेकर कहा कि यह किस्म फसल की बीमारियों को रोकने की क्षमता के साथ ही उत्पादन में भी बढ़िया है. उन्होंने पंजाब कहा कि यही गेहूं की बीज पंजाब के किसानों की मदद के लिए भेजा गया है, जो उन्हें मुफ्त में वितरित किया जाएगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम में कहा कि दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान पंजाब के कृषि मंत्री ने बाढ़ से बिगड़े हालात और बीज की कमी की जानकारी दी थी, जिसके बाद हमारी सरकार ने तुरंत यह निर्णय लिया कि पंजाब को उन्नत किस्म के करण शिवानी गेहूं बीज 2500 बोरी में भरकर 1000 क्विंटल आपूर्ति की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम किसान को पीड़ित नहीं देख सकते. इसी भावना के साथ उत्तर प्रदेश सरकार पंजाब के अन्नदाता किसानों के साथ खड़ी है. उन्होंने कहा कि आपदा का सामना पंजाब के किसान अकेले नहीं करेंगे.
पंजाब को भेजा बीज और कहा रोगों से मुक्त है यह गेहूं
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि विभाग एवं उत्तर प्रदेश बीज एवं विकास निगम की ओर से गेहूं का बीज पंजाब भेजा गया है. उन्होंने कहा कि जो गेहूं का बीज पंजाब को भेजा गया है वह रोग प्रतिरोधी और पोषणयुक्त प्रजाति का बीज है. उन्होंने कहा कि पंजाब के किसानों को भेजा गया गेहूं बीज DBW 327 प्रजाति का है, जिसे करण शिवानी गेहूं के नाम से भी जाना जाता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह गेहूं किस्म रोग-प्रतिरोधी, बायो-फोर्टीफाइड और पोषणयुक्त प्रजाति है. इतना ही नहीं यह केवल 155 दिनों में तैयार होती है और लगभग 80 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक की उपज देने में सक्षम है.
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सीएम योगी ने पंजाब को भेजा बीज.
सीएम योगी ने बताई करण शिवानी गेहूं बीज की खूबियां
मुख्यमंत्री ने कहा कि गेहूं का यह DBW 327 करण शिवानी बीज न केवल पंजाब के किसानों के लिए सहायक सिद्ध होगा, बल्कि उत्तर प्रदेश बीज एवं विकास निगम की प्रगति और दक्षता का भी प्रतीक है. बता दें कि करण शिवानी DBW 327 गेहूं बीज को भारतीय गेहूं और जौ अनुसंधान संस्थान करनाल के वैज्ञानिकों ने विकसित किया है. यह बीज सूखा, गर्मी जैसी स्थितियों को झेलने में सक्षम है. इसके साथ ही गेहूं फसल में लगने वाले प्रमुख पीला रोग और भूरा रतुआ रोग से मुक्त है यानी दोनों रोग इस फसल में नहीं लगते हैं.
कब और कहां बोया जाता है करण शिवानी गेहूं
करण शिवानी DBW 327 गेहूं बीज को कृषि वैज्ञानिकों ने जल्दी बुवाई के लिए उपयुक्त बताया है. किसान इसकी बुवाई अक्तूबर के आखिरी 10 दिनों से लेकर नवंबर के पहले सप्ताह कर लें. यह गेहूं बीज उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्से छोड़कर खूब बुवाई की जाती है. बता दें कि यह राज्य सर्वाधिक गेहूं उत्पादन करते हैं.