राजस्थान में खाद की किल्लत और स्टॉक खत्म होने की खबरों को नकारते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भरपूर स्टॉक होने की जानकारी दी है. उन्होंने उर्वरकों की कालाबाजारी और अवैध भंडारण के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. कालाबाजारी पर तुरंत एफआईआर और अवैध तरीके से बिक्री करने पर लाइसेंस निरस्त करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि रबी सीजन में फसलों की बुवाई का रकबा बीते साल के रिकॉर्ड को पार कर गया है.
95 लाख हेक्टेयर में रबी फसलों की बुवाई
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा है कि प्रदेश में इस बार अच्छी बारिश होने से किसानों ने रबी फसलों के लिए अग्रिम बुवाई की है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब तक करीब 95 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में रबी फसलों की बुवाई हो चुकी है. जबकि, अभी बुवाई जारी है. बुवाई आंकड़ों के अनुसार बीते साल की तुलना में इस बार रिकॉर्ड रकबा बढ़ा है. किसानों ने सबसे ज्यादा गेहूं, चना की बुवाई की है.
कृषि के अलावा यूरिया का दूसरे कामों में इस्तेमाल पर रोक
मुख्यमंत्री ने रबी सीजन 2025 में उर्वरकों के आवंटन, आपूर्ति और उपलब्धता पर समीक्षा बैठक की और स्टॉक के आंकड़े बताए. उन्होंने सभी जिलों में फर्टिलाइजर की पर्याप्त उपलब्धता बनाये रखने और उचित आपूर्ति करने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुदानित यूरिया के गैर कृषि कार्यों तथा अन्य औद्योगिक गतिविधियों में उपयोग पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जाए.
- पीएम फसल बीमा योजना में बड़ा घोटाला, जालसाजों ने 5 करोड़ रुपये हड़पे.. 26 पर एक्शन और एक सस्पेंड
- प्रदूषण से 2022 में 17 लाख भारतीयों की मौत, पराली बनी वजह या कोई और है कारण, यहां जानिए
- आठवें वेतन आयोग से कितनी बढ़ेगी सैलरी? वेतन दोगुना होगा या भत्ते बढ़ेंगे.. जानिए पूरा गणित
- 60 फीसदी छोटे किसानों तक नहीं पहुंच पा रही वित्तीय मदद, पैसा हासिल करना बन रहा चुनौती
उन्होंने उर्वरकों की कालाबाजारी और अवैध भंडारण के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. ऐसे मामलों में लिप्त विक्रेताओं के लाइसेंस रद्द किये जाने चाहिए. उनके निर्देश पर कई जिलों में खाद बिक्री दुकानों पर छापेमार कार्रवाई की गई है. कई विक्रेताओं के खिलाफ लाइसेंस निरस्त की कार्रवाई की गई है.
हमारे पास खाद का भरपूर स्टॉक – कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा
राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने यूरिया की आपूर्ति पर कहा कि हमारे पास यूरिया की इतनी कमी नहीं है, जितनी दिखाई जा रही है. यूरिया आ रहा है हालांकि कुछ प्रैक्टिकल कारणों से यूरिया की कमी दिखाई गई. कारण यह है कि इस बार बरसात लंबी चली जिस कारण जमीन में नमी ज्यादा रही है. इस कारण थोड़े अंतराल पर ही सरसों, चना की बुआई शुरू कर दी गई. इसलिए एक साथ किसानों के बीच इसकी मांग बढ़ गई. इस वजह से ऐसा लग रहा है कि यूरिया की आपूर्ति नहीं चल पा रही है लेकिन हम इसकी पूर्ति कर रहे हैं.
9 लाख टन यूरिया किसानों को वितरित
कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि रबी सीजन के लिए 7 लाख मीट्रिक टन यूरिया की जरूरत है, जबकि 9 लाख मीट्रिक टन से अधिक यूरिया पहले ही किसानों को उपलब्ध करा दिया गया है. मीणा ने कहा कि किसान सही जानकारी के अभाव के कारण अधिक मात्रा में उर्वरक खरीद कर इसका भंडारण कर लेते हैं. इस प्रवृति पर अंकुश लगना चाहिए.