बुवाई से पहले बीजों का उपचार है बेहद जरूरी, घर पर ऐसे बनाएं जैविक बीजामृत

बीजामृत से बीजों के उपचार के लिए बुवाई से पहले बीजों को इस घूम में 30 मिनट के लिए भिगोएं. इसके बाद बीजों को इस घोल से निकालकर अच्छे से सुखा लें.

अनामिका अस्थाना
नोएडा | Updated On: 14 Jun, 2025 | 05:26 PM

किसी भी फसल के अच्छे उत्पादन के लिए बेहद जरूरी है कि किसान उस फसल के उन्नत बीजों का चुनाव करें. फसल की गुणवत्ता बनी रहे इसलिए ये सलाह दी जाती है कि बीजों की बुवाई से पहले उनका उपचार जरूर करें, ताकि उनकी फसल की ग्रोथ और पैदावार में सुधार किया जा सके. बीजों के उपचार के लिए आप आसानी से घर में जैविक बीजमृत बना सकते हैं.इस जैविक बीजमृत का इस्तेमाल पौधों को स्वस्थ बनाने के लिए किया जाता है. खबर में आगे बात करेंगे कि क्या है बीजमृत बनाने की विधि और क्या हैं इसके फायदे.

ऐसे बनाएं बीजामृत

बीजामृत बनाने के लिए 5 किग्रा ताजा गोबर का एक कपड़े में बांधकर 20 लीटर पानी में 12 घंटे के लिए लटका दें. इसके बाद 50 ग्राम भुना चना 250 मिली पानी में भिगोकर रात भर के लिए रख दें. अब गोबर का अर्क निकालकर उसमें 5 लीटर गोमूत्र, 250 ग्राम गुड़, 250 ग्राम बेसन और चुने का घोल मिलाएं. अब इस पूरे मिश्रण को करीब 12 से 24 घंट के लिए की छायादार जगह पर ढक्कर रख दें ताकि ये बैक्टीरिया में बदल सके.

ऐसे करें इस्तेमाल

बीजामृत से बीजों के उपचार के लिए बुवाई से पहले बीजों को इस घोल में 30 मिनट के लिए भिगोएं. इसके बाद बीजों को इस घोल से निकालकर अच्छे से सुखा लें. एक बात जब ये बीज हल्के सूख जाएं तब तुरंत ही इन उपचारित किए गए बीजों को बुवाई के लिए इस्तेमाल करें.

बीजामृत के लाभ

बीजामृत के इस्तेमाल से कई तरह के लाभ होते हैं जैसे बीजमृत बीजों को मिट्टी से होने वाले रोगों से बचाता है. साथ ही बीजों का अंकुरण जल्दी और ज्यादा होता है. बता दें कि बीजमृत के इस्तेमाल से पौधों की जड़ें बेहतर तरह से बढ़ती हैं. इसकी खासियत है कि यह जैविक और केमिकल फ्री तरीका है जो कि वातावरण के अनुकूल है.

इन बातों का रखें खयाल

बीजामृत बनते समय कुछ बातों का खयाल रखें. जैसे कि बीजमृत को धातु के बर्तन में न बनाएं, इसकी बनाने के लिए प्लास्टिक या सीमेंट के बर्तन का इस्तेमाल करें. बीजामृत से निकाले गए बीजों की 1 घंटे के अंदर बुवाई करें. इसके साथ ही बीजों को समय से ज्यादा बीजमृत में रखने से उनकी अंकुरण क्षमता कम हो जाती है.

Published: 14 Jun, 2025 | 05:26 PM

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