National FPO Conclave: दिल्ली का मौसम थोड़ा ठंडा था, लेकिन एनसीडीसी परिसर में माहौल जोश से भरा हुआ था. सैकड़ों किसान, एफपीओ (फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन) के प्रतिनिधि और कृषि विशेषज्ञ देश के कोने-कोने से यहां जुटे थे. मौका था राष्ट्रीय एफपीओ समागम 2025 का, जिसका शुभारंभ केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया.
यह सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि किसानों की मेहनत, उम्मीद और आत्मनिर्भरता का उत्सव था. देश के 24 राज्यों और 140 जिलों से आए किसान अपने अनुभव और सपने लेकर यहां पहुंचे थे, इस भरोसे के साथ कि अब खेती सिर्फ गुजारे का जरिया नहीं, बल्कि खुशहाली का रास्ता बनेगी.
खेती देश की आत्मा है – शिवराज सिंह चौहान
शुभारंभ के मौके पर जब शिवराज सिंह चौहान मंच पर आए, तो उन्होंने सीधे किसानों से कहा “खेती सिर्फ एक काम नहीं, यह हमारे देश की आत्मा है. कभी वो वक्त था जब हमें अमेरिका से गेहूं मंगवाना पड़ता था, लेकिन आज भारत अपने ही खेतों से दुनिया को अनाज भेज रहा है.” शिवराज सिंह ने कहा कि अब समय है कि किसान सिर्फ उत्पादक नहीं रहें, बल्कि व्यापारी और उद्यमी भी बनें. उन्होंने कहा, “हमारा किसान सिर्फ खेती करता है, लेकिन अब उसे अपनी उपज का मूल्य खुद तय करने की ताकत भी चाहिए.”
एफपीओ से खुलेगी किसानों की नई राह
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किसानों को एफपीओ के माध्यम से जोड़ना और सशक्त बनाना था. शिवराज सिंह ने इस दौरान किसानों से कहा, “एफपीओ किसानों की आर्थिक आजादी का रास्ता है. जब छोटे-छोटे किसान मिलकर बड़ा संगठन बनाते हैं, तो उनकी आवाज भी बड़ी होती है और बाजार में उनकी ताकत भी. आने वाले एक साल में सरकार चाहती है कि FPO का टर्नओवर कई गुना बढ़े और हर किसान इससे जुड़ सके. “जब किसान संगठित होंगे, तभी उनका भविष्य सुरक्षित होगा.”
बीज कानून से मिलेगी नई सुरक्षा, घटिया बीज पर सख्त कानून
केंद्रीय मंत्री ने घोषणा की कि सरकार जल्द ही सीड एक्ट (Seed Act) लाने जा रही है. इस कानून के तहत किसानों को केवल उत्तम क्वॉलिटी के बीज ही मिलेंगे. उन्होंने कहा “नकली और घटिया बीज या कीटनाशकों पर अब सरकार सख्त रुख अपनाएगी. किसानों की मेहनत और फसल की सुरक्षा के लिए हम मजबूत कानून लाने वाले हैं.”
इंटीग्रेटेड फार्मिंग से बढ़ेगी आय
शिवराज सिंह ने कहा कि सिर्फ अनाज उत्पादन से किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं होगी. इसलिए अब समय है इंटीग्रेटेड फार्मिंग (एकीकृत खेती) की दिशा में आगे बढ़ने का.उन्होंने कहा “किसान फसल के साथ पशुपालन, मधुमक्खी पालन, बागवानी, मछली पालन और वैल्यू एडिशन पर ध्यान दें. इससे न केवल उनकी आमदनी बढ़ेगी बल्कि गांव आत्मनिर्भर बनेंगे.”
एफपीओ प्रदर्शनियों में दिखी किसानों की नवाचार शक्ति
कार्यक्रम में 267 एफपीओ ने अपने अनाज, तिलहन, फल, सब्जियां, जैविक और पारंपरिक उत्पादों की भव्य प्रदर्शनी लगाई. शिवराज सिंह चौहान ने खुद स्टॉल्स का अवलोकन किया और किसानों से सीधे संवाद किया. उन्होंने कहा “आपके उत्पाद आपकी मेहनत का आईना हैं. इन नवाचारों से ही देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिल रही है.” इस मौके पर उत्कृष्ट एफपीओ, सीबीबीओ और कार्यान्वयन एजेंसियों को सम्मानित भी किया गया.
तकनीकी सत्रों में विशेषज्ञों ने साझा किए नए विचार
इस आयोजन में जल प्रबंधन, बीज उत्पादन, प्राकृतिक खेती, शहद उत्पादन, एगमार्क सर्टिफिकेशन और डिजिटल मार्केटिंग जैसे विषयों पर विशेषज्ञों ने अपने अनुभव साझा किए. इन सत्रों में किसानों को नई तकनीक और बाजार से जुड़ने के लिए प्रेरित किया गया, जिससे वे अपनी फसलों का मूल्यवर्धन कर सकें.
प्रधानमंत्री मोदी के किसान हित संकल्प को किया नमन
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार का संकल्प है कि किसानों के हितों से कोई समझौता नहीं होगा. हमारा लक्ष्य सिर्फ उत्पादन नहीं, बल्कि किसानों की समृद्धि है. हर किसान आत्मनिर्भर बने, यही इस आयोजन का संदेश है.