भारत का सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक राज्य बना मध्य प्रदेश, देखिए टमाटर की खेती करने वाले राज्यों की लिस्ट

टमाटर भारतीय रसोई का अहम हिस्सा है. मध्य प्रदेश टमाटर उत्पादन में अग्रणी राज्य हैं. अनुकूल जलवायु, उपजाऊ मिट्टी और आधुनिक खेती तकनीक के कारण यहां के किसान अधिक उत्पादन कर रहे हैं, जिससे दोनों राज्य देश के टमाटर हब बनते जा रहे हैं.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 30 Oct, 2025 | 02:53 PM

Tomato Farming : अगर सब्जियों की बात करें, तो टमाटर हर रसोई का सबसे अहम हिस्सा है. बिना टमाटर के सब्जी, सॉस या करी का स्वाद अधूरा सा लगता है. सोचिए अगर पूरे भारत में टमाटर की आपूर्ति रुकी जाए, तो हमारी थाली कितनी फीकी हो जाएगी. यही वजह है कि टमाटर का उत्पादन हमारे लिए सिर्फ खेती ही नहीं, बल्कि रोजमर्रा की जरूरत भी है. आज हम आपको बताएंगे कि भारत का सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक राज्य कौन सा है और इसके पीछे क्या कारण हैं.

भारत टमाटर उत्पादन में दुनिया में दूसरे स्थान पर

भारत टमाटर उत्पादन के मामले में दुनिया में दूसरे स्थान पर है. साल 2023-24 की मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत में टमाटर उत्पादन 213.20 लाख टन था. यह पिछले वर्ष के मुकाबले 4 फीसदी ज्यादा था. भारत में टमाटर का उत्पादन साल भर होता है, लेकिन मौसम और जलवायु  के हिसाब से इसकी मात्रा में थोड़ा उतार-चढ़ाव होता रहता है. गर्मियों में और मानसून के समय टमाटर की फसल बहुत अच्छी होती है, जबकि सर्दियों में कुछ क्षेत्रों में उत्पादन कम हो सकता है.

मध्यप्रदेश बना देश का टमाटर हब

कृषि वर्ष 2024-25 की रिपोर्ट के अनुसार, मध्यप्रदेश अब देश में टमाटर उत्पादन में पहले स्थान पर पहुंच गया है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह सफलता किसानों की मेहनत और सरकार की योजनाओं के असर का परिणाम है.

2024-25 में रिकॉर्ड उत्पादन से किसानों की आय में उछाल

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि राज्य में प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन (PMFME) योजना के तहत टमाटर आधारित लघु उद्योगों को बढ़ावा दिया जा रहा है. किसानों को टमाटर के बीज पर 50 फीसदी तक सब्सिडी दी जा रही है, जिससे खेती की लागत घटी है और आय बढ़ी है. अनुकूल मौसम, मिट्टी की गुणवत्ता और सरकारी सहयोग से मध्यप्रदेश 2024-25 में देश का टमाटर हब बन गया है.

आंध्र प्रदेश दूसरे स्थान पर

भारत में टमाटर उत्पादन के मामले में आंध्र प्रदेश अब दूसरे स्थान पर है. इससे पहले आंध्र प्रदेश नंबर एक पर था. साल 2023 की रिपोर्ट के अनुसार, यहां करीब 2744 मीट्रिक टन टमाटर का उत्पादन हुआ, जो पिछले वर्ष से लगभग 14 फीसदी अधिक है. यहां के किसानों ने आधुनिक तकनीक और सिंचाई प्रबंधन को अपनाकर टमाटर की गुणवत्ता में सुधार किया है.

आंध्र प्रदेश के टमाटर अपने रंग, स्वाद और आकार के लिए देशभर में मशहूर हैं. यही वजह है कि यहां की फसल अन्य राज्यों के बाजारों में भी बड़ी मात्रा में भेजी जाती है. विशेषज्ञों का मानना है कि यदि मध्यप्रदेश और आंध्र प्रदेश जैसे राज्य इस गति से प्रगति करते रहे, तो आने वाले वर्षों में भारत न सिर्फ आत्मनिर्भर बल्कि टमाटर निर्यातक देशों की सूची में भी शामिल हो सकता है.

अब तक क्यों था आंध्र प्रदेश टॉप पर?

आंध्र प्रदेश टमाटर उत्पादन में नंबर एक क्यों रहा? इसके पीछे कई कारण हैं:-

  • अनुकूल जलवायु:- आंध्र प्रदेश की जलवायु गर्म और नम रहती है. पर्याप्त वर्षा और सूर्य की रोशनी टमाटर की खेती के लिए सबसे अनुकूल वातावरण बनाते हैं. इससे टमाटर की फसल समय पर और अच्छी होती है.
  • उपजाऊ मिट्टी:- राज्य की मिट्टी बेहद उपजाऊ है. यहां की लाल और काली मिट्टी टमाटर के लिए परफेक्ट है. मिट्टी में पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है, जिससे टमाटर का आकार और स्वाद बेहतरीन होता है.
  • बेहतर भंडारण सुविधा:- टमाटर जल्दी खराब हो जाता है, लेकिन आंध्र प्रदेश में कोल्ड स्टोरेज की सुविधा अच्छी है. इसलिए किसानों के पास अपनी फसल को लंबे समय तक सुरक्षित रखने का विकल्प होता है. साथ ही, राज्य की सड़क और रेलवे नेटवर्क अच्छी होने के कारण टमाटर दूसरे राज्यों तक आसानी से पहुंच जाता है.

भारत में टमाटर की खेती किन राज्यों में होती है?

आंध्र प्रदेश के अलावा भारत में टमाटर की खेती  कई राज्यों में की जाती है. हिमाचल प्रदेश में ठंडी जलवायु में टमाटर की खास किस्म उगाई जाती है, जो स्वाद और गुणवत्ता में बेहतरीन होती है. हरियाणा और उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर टमाटर की खेती होती है, जो स्थानीय बाजारों और आसपास के राज्यों तक पहुंचाई जाती है. गुजरात में सिंचाई की सुविधा और फसल चक्र के कारण टमाटर की खेती बढ़ी है. तमिलनाडु, ओडिशा और कर्नाटक जैसे दक्षिण भारतीय राज्य भी उत्पादन में योगदान देते हैं. बावजूद इसके, सबसे अधिक उत्पादन आंध्र प्रदेश में ही होता रहा है. अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने दावा किया है कि आंध्र प्रदेश को पीछे छोड़कर वे नंबर  एक हो गए हैं.

टमाटर की मांग और खपत

टमाटर केवल सब्जी बनाने में ही इस्तेमाल नहीं होता. इसे सॉस, अचार, सूप, सलाद और कई अन्य व्यंजनों में भी इस्तेमाल किया जाता है. इसलिए टमाटर की मांग पूरे साल बनी रहती है. बाजार में टमाटर की कीमत मौसम और उत्पादन के अनुसार बदलती रहती है. जब उत्पादन अधिक होता है तो कीमतें कम होती हैं, और जब मौसम खराब होता है तो कीमतें बढ़ जाती हैं.

किसानों के लिए अवसर और चुनौतियां

टमाटर की खेती किसानों के लिए आमदनी का अच्छा स्रोत है, लेकिन इसमें कुछ चुनौतियां भी हैं. टमाटर जल्दी खराब होने वाला फसल है, इसलिए भंडारण और सही परिवहन का ध्यान रखना जरूरी है. कीट और रोग भी फसल को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे उत्पादन घट सकता है. इसके अलावा मौसम और बारिश के बदलते पैटर्न से भी टमाटर की खेती प्रभावित होती है. इन समस्याओं को देखते हुए किसान अब आधुनिक तकनीक और उन्नत कृषि तरीकों का उपयोग कर रहे हैं. इससे न केवल फसल की गुणवत्ता बेहतर हो रही है बल्कि उत्पादन में भी वृद्धि हो रही है.

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Published: 30 Oct, 2025 | 01:39 PM

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