Potato Farming: ये हैं आलू की अगेती किस्म, इस तरह बुवाई करने पर होगी बंपर पैदावार

अगेती आलू की खुदाई बुवाई के करीब 70 से 90 दिन बाद की जाती है. किसानों को सलाह दी जाती है कि खुदाई से पहले पौधों को 15 दिन तक सूखने दें. आलू की क्वालिटी को बेहतर बनाए रखने के लिए आलू को छायादार और हवादार स्थान पर सुखाएं.

अनामिका अस्थाना
नोएडा | Updated On: 29 Sep, 2025 | 04:05 PM

Potato Farming: आम बोलचाल की भाषा में भारतीय रसोई में आलू को सब्जियों का राजा कहा जाता है. आलू एक ऐसी सब्जी है जो पूरे साल हर समय भारी डिमांड में रहती है. यही कारण है कि किसान भी इसकी खेती बड़े पैमाने पर करते हैं. देशभर के किसान अब सब्जी बुवाई की तैयारियों में जुट गए हैं. ऐसे में वो किसान जो बाजार में अपनी उपज लेकर जल्दी पहुंचना चाहते हैं, उनके लिए आलू की अगेती किस्मों की खेती करना बेस्ट ऑप्शन है. उन किसानों के लिए जरूरी है कि वे आलू की अगेती बुवाई के लिए कुछ जानकारी जरूर कर लें, ताकि पैदावार भी अच्छी हो और उन्हें बाजार में उपज की कीमत भी अच्छी मिले.

ऐसे करें खेती की तैयारी

आलू की अगेती बुवाई के लिए अच्छी जल निकासी वाली हल्की से मध्यम दोमट मिट्टी  बेस्ट मानी जाती है, जिसका pH मान 5.5 से 6.5 होना चाहिए. आलू की बुवाई से पहले खेत को अच्छे से 2 से 3 बार गहराई से जोताई करें, ताकि मिट्टी भुरभुरी हो सके और खरपतवार  नष्ट हो जाए. इसके बाद पाटा चलाकर या रोटावेटर (Rotavator) की मदद से खेत को समतल कर लें, ताकि खेत में पानी न रुके. किसानों को सलाह दी जाती है कि खेत की अंतिम जुताई के समय मिट्टी में प्रति हेक्टेयर की दर से 20 से 25 टन गोबर की सड़ी खाद  (Organic Fertilizer) जरूर मिलाएं.

बीज का चुनाव और बुवाई विधि

आलू की अगेती बुवाई करने वाले किसानों के लिए जरूरी है कि वे स्वस्थ और रोगमुक्त प्रमाणित बीज आलू का इस्तेमाल करें, जो कि आकार में मध्यम यानी 40 से 50 ग्राम के कंद हों. बुवाई से पहले बीजों को 2 से 3 हफ्ते किसी छायादार जगह पर रखकर अंकुरित करें. अंकुरण होने के बाद इन बीजों को मिट्टी में करीब 4 से 5 सेंटीमीटर गहराई में लगाएं और मिट्टी से ढक दें. बुवाई करते समय ध्यान रखें कि कतार से कतार की दूरी कम से कम 50 से 60 सेंटीमीटर, वहीं गड्ढे से गड्ढे की दूरी लगभग 20 से 25 सेंटीमीटर होनी चाहिए.

अगेती बुवाई के लिए इन किस्मों को चुनें

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आलू की कुछ अगेती किस्में हैं, जिनकी खेती से किसानों को जल्दी पैदावार मिल सकती है. इनमें कुफरी अशोका, जो कि जल्दी पकने वाली किस्म है और 70 से 80 दिन में तैयार हो जाती है. कुफरी झ्योति किस्म, जिसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता  बहुत अच्छी है है.

फसल खुदाई का सही समय

अगेती आलू की खुदाई बुवाई के करीब 70 से 90 दिन बाद की जाती है. किसानों को सलाह दी जाती है कि खुदाई से पहले पौधों को 15 दिन तक सूखने दें. आलू की क्वालिटी को बेहतर बनाए रखने के लिए आलू को छायादार और हवादार स्थान पर सुखाएं और फिर ठंडी जगह पर स्टोर करें.

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Published: 29 Sep, 2025 | 04:03 PM

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