Farming Tips: वैनिला, नाम सुनते ही आईसक्रीम, बेकरी और खुशबू की याद आ जाती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस महंगी फसल को घर के खेत या छोटे फार्म में उगाकर लाखों कमाए जा सकते हैं? वैनिला की खेती अब भारत में तेजी से लोकप्रिय हो रही है, खासकर उन राज्यों में जहां गर्म जलवायु और नमी अधिक होती है. इसके बीज का दाम 40 से 50 हजार रुपये प्रति किलो तक है. यही कारण है कि किसान इसे मुनाफे का सौदा मानकर अपने खेतों में उगाने लगे हैं.
कहां और कैसे उगाई जाती है वैनिला
वैनिला एक बेल जैसा पौधा है, जो ट्रॉपिकल यानी गर्म और नमी वाले इलाकों में उगता है. इसे अच्छी धूप की जरूरत होती है, लेकिन सीधे तेज सूरज में यह जल सकता है. घर में अगर बालकनी या आंगन में उगाना हो तो ऐसी जगह चुनें जहां हल्की धूप और ताजी हवा मिलती हो.
भारत में केरल, तमिलनाडु और कर्नाटका जैसे राज्य वैनिला की खेती के लिए सबसे उपयुक्त माने जाते हैं. इन क्षेत्रों में पारंपरिक फसलों के मुकाबले वैनिला किसानों को अधिक लाभ दे सकती है.
मिट्टी और पौधों की तैयारी
वैनिला को उपजाऊ और नमी वाली मिट्टी की जरूरत होती है. मिट्टी का pH 6 से 7 होना चाहिए. उर्वरक और जैविक खाद मिलाकर मिट्टी तैयार करें. पौधों की कटिंग्स में कम से कम 2-3 पत्तियां होनी चाहिए और इन्हें मिट्टी में अच्छे से लगाकर हल्का पानी दें.
बेल होने के कारण वैनिला को सहारे की जरूरत होती है. इसके लिए जाली, बांस या लकड़ी के खंभे तैयार करें ताकि पौधा ऊंचाई तक फैल सके.
सिंचाई और देखभाल
वैनिला को नियमित पानी की जरूरत होती है, लेकिन पानी जमा नहीं होना चाहिए. अत्यधिक पानी से जड़ें सड़ सकती हैं. हल्का पानी दें और मिट्टी को हमेशा हल्की गीली रखें. पौधों की देखभाल में खाद और जैविक उपचार शामिल हैं. हर 15 दिन में लिक्विड खाद देने से उत्पादन बढ़ता है.
फसल कटाई और उत्पादन
वैनिला के पौधे तीसरे साल से फूलना शुरू करते हैं. फूलों का परागण हाथ से किया जाता है. फल तब काटे जाते हैं जब हरा फल पीला होने लगे. पौधा लगभग 12-14 साल तक उपज देता है. एक हेक्टेयर में 300 से 600 किलो सूखे वैनिला फल की पैदावार होती है.
सरकारी योजनाएं और वित्तीय मदद
कृषि मंत्रालय और राज्य सरकारें किसानों को वैनिला की खेती के लिए सब्सिडी देती हैं. इसके तहत किसानों को खेत तैयार करने, उर्वरक, सिंचाई और पौधों की ट्रेनिंग में मदद मिलती है. जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रशिक्षण और कीट नियंत्रण उपाय भी उपलब्ध कराए जाते हैं.