Tips to Remove Weeds: खेतों में खरपतवारों का उगना आम बात है. मुश्किल तब ज्यादा बढ़ती है जब समय रहते इन खरपतवारों को नष्ट नहीं किया जाता है. ये खरपतवार नमी पाकर और पौधों से पोषण छीनकर बहुत तेजी से बढ़ते हैं. इस कारण से खेत में लगी मुख्य फसल को सही और जरूरी पोषण नहीं मिल पाता है और उसकी ग्रोथ रुक जाती है. ऐसे में न केवल फसल बर्बाद होती है बल्कि किसानों का भी बहुत नुकसान हो जाता है क्योंकि इसका सीधा असर फसल उत्पादन पर पड़ता है. इस स्थिति मे एक आसान और सस्ता पारंपरिक तरीका है जिसका इस्तेमाल कर किसान अपने खेतों से खरपतवारों को आसानी से नष्ट कर सकते हैं. इस पारंपरिक तरीके की खासियत ये है कि इसके लिए आपको बस एक छड़ी की जरूरत है.
सही छड़ी का चुनाव करें
खरपतवार हटाने के इस पारंपरिक तरीके (Traditional Method) को अपनाने के लिए सबसे पहले आपको लकड़ी, बांस या लोहे की मजबूत छड़ी लेनी होगी. अगर आप लकड़ी का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो नीम, सागौन (शीशम), या बबूल जैसे मजबूत पेड़ की लकड़ी बेस्ट होगी. लकड़ी की लंबाई इतनी होनी चाहिए कि किसान बिना झुके इसका इस्तेमाल कर सकें, ताकि उनकी पीठ पर किसी तरह का बोझ न पड़े. बता दें कि, छड़ी के सिरे को थोड़ा नुकीला या चपटे हुए हुक जैसे आकार दें ताकि छड़ी आसानी से मिट्टी में जा सके. कोशश करें कि छड़ी 1 या 1.5 किलोग्राम से ज्यादा की न हो.
कैसे काम करता है ये तरीका
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, खरपतवार हटाने के इस पांरपरिक तरीके का इस्तेमाल सुबह या शाम के समय करना चाहिए जब मिट्टी थोड़ी नरम हो. खरपतवार हटाने के लिए छड़ी के नुकीले या चपटे सिरे को खरपतवार के बिल्कुल जड़ के पास मिट्टी में धंसाएं. इसके बाद छड़ी को थोड़ा सा मोड़कर या ऊपर की ओर खींचकर खरपतवार की जड़ को ढीला कर लें. जैसे ही खरपतवार की जड़ ढीली हो जाए, उसे छड़ी से खींचकर बाहर निकाल लें. इस तरह खरपतवार पूरी जड़ के साथ निकलता है और दोबारा जल्दी नहीं उगता. इस पूरी प्रक्रिया को हर 5 से 7 दिन में दोहराना चाहिए ताकि खरपतवारों को समय रहते हटाया जा सके.
कुछ बातों का रखें खास खयाल
खरपतवार नष्ट करने का ये पारंपरिक तरीका आसान है और सस्ता भी है, लेकिन इसके इस्तेमाल के साथ-साथ किसानों को कुछ खास बातों का खयाल रखना जरूरी है. किसानों के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि वे ये छड़ी घर के बच्चों से दूर रखें क्योंकि इसके सिरे नुकीले होते हैं. इसके साथ ही हर बार इस्तेमाल के बाद इसे साफ कर लें, जिससे जंग न लगे और काम करते समय हाथों में दस्ताने पहनें ताकि किसी प्रकार की चोट न लगे.