Tractor Maintenance: सर्दियां शुरू होते ही खेतों में काम बढ़ जाता है, लेकिन इसी मौसम में ट्रैक्टर भी अक्सर जिद पकड़ लेता है, कभी स्टार्ट नहीं होता, कभी चलते-चलते बंद पड़ जाता है. इसका असर सीधा किसानों के काम और डीजल खर्च पर पड़ता है. ठंड में इंजन ऑयल गाढ़ा होने से लेकर बैटरी कमजोर पड़ने तक कई वजहें ट्रैक्टर के प्रदर्शन को प्रभावित करती हैं. यदि किसान कुछ आसान उपाय अपना लें, तो ट्रैक्टर पूरी सर्दी बिना रुकावट के चलेगा और डीजल की बचत भी होगी.
सर्दियों में ट्रैक्टर क्यों देता है साथ छोड़?
ठंड बढ़ते ही ट्रैक्टर का इंजन ठंडा पड़ने लगता है. नमी और कम तापमान इंजन ऑयल को गाढ़ा कर देते हैं, जिससे इंजन पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है. इसके अलावा डीजल भी जमने जैसा हो जाता है, जिससे फ्यूल लाइन ब्लॉक होने की समस्या आती है. बैटरी की क्षमता भी कम तापमान में तेजी से घटती है और ट्रैक्टर स्टार्ट करना मुश्किल हो जाता है.
हर सुबह इंजन को करें “वार्म-अप“
सर्दियों में ट्रैक्टर को सीधे स्टार्ट कर काम पर लगा देना ठीक नहीं. सुबह 10–15 मिनट तक ट्रैक्टर को खड़ा रखकर चलाएं. इससे इंजन में मौजूद ऑयल गर्म होकर पतला हो जाता है और इंजन स्मूद चलता है. यह आदत ट्रैक्टर की उम्र बढ़ाने के साथ ठंड में बंद पड़ने की समस्या को भी काफी हद तक खत्म कर देती है.
ठंड में सही इंजन ऑयल का चुनें इस्तेमाल
कम तापमान में साधारण इंजन ऑयल गाढ़ा होकर काम नहीं करता. इसलिए सर्दियों के लिए उपयुक्त ग्रेड का इंजन ऑयल इस्तेमाल करें. कई कंपनियां अपने ट्रैक्टर मॉडल के अनुसार खास विंटर-ग्रेड ऑयल सुझाती हैं, जो ठंड में भी तेजी से इंजन तक पहुंचकर उसकी सुरक्षा करता है. इससे इंजन पर दबाव कम पड़ता है और डीजल की खपत कम होती है.
बैटरी कमजोर? तुरंत करा लें जांच
सर्दियों में बैटरी का चार्ज तेजी से कम होता है. यदि ट्रैक्टर देर से स्टार्ट हो रहा है या सेल्फ दबाने पर रिस्पॉन्स धीमा है, तो यह बैटरी के कमजोर होने का संकेत है. ऐसी स्थिति में बैटरी को अच्छी तरह चार्ज करें और उसके टर्मिनल साफ रखें. बैटरी स्वस्थ होगी तो ट्रैक्टर आधे सेल्फ में स्टार्ट हो जाएगा.
डीजल जमने से रोकें, फ्यूल टैंक रखें भरा हुआ
ठंड में डीजल में मोम जैसे कण जमने लगते हैं, जिससे फ्यूल लाइन चोक हो सकती है. इससे इंजन झटके खाने लगता है या बंद हो जाता है. इस समस्या से बचने के लिए फ्यूल टैंक को कम से कम आधा भरा रखें. चाहें तो एंटी-फ्रीज एडिटिव का भी इस्तेमाल किया जा सकता है, जो ठंड में डीजल को जमने नहीं देता और इंजन को सुरक्षित रखता है.
टायर प्रेशर पर रखें नजर, बचेगा डीजल
सर्दियों में हवा सिकुड़ने से टायर का दबाव घट जाता है. कम टायर प्रेशर के कारण ट्रैक्टर पर लोड बढ़ता है और डीजल ज्यादा लगता है. इसलिए सप्ताह में एक-दो बार टायर प्रेशर जरूर जांचें. सही प्रेशर से ट्रैक्टर तेज चलेगा और फ्यूल की अच्छी बचत होगी.
ओस और बारिश से बचाएं ट्रैक्टर
रात की ओस और सर्दी की हल्की बारिश भी ट्रैक्टर के इंजन और इलेक्ट्रिक सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकती है. कोशिश करें कि ट्रैक्टर को शेड या चारदीवारी के भीतर पार्क करें. यदि यह संभव न हो तो अच्छे क्वालिटी वाला कवर जरूर लगाएं.