आज की सफलता की कहानी है सिद्धार्थनगर के युवा विष्णु यादव की, जो कि एक किसान परिवार से आते हैं. विष्णु यादव की कहानी अन्य किसानों के लिए मिसाल है कि कैसे कम संसाधनों में भी मेहनत कर इंसान सफलता हासिल कर सकता है. जानिए कैसे अपनी कड़ी मेहनत से विष्णु यादव ने अपने जीवन को बदला.
मुजफ्फरनगर जिले में 3500 से ज्यादा कोल्हू गुड़ बनाते हैं, जिससे रोज करीब 80 हजार कट्टे गुड़ तैयार होता है. किसानों और व्यापारियों के पास 20 लाख टन गुड़ स्टोर करने की सुविधा है. मुजफ्फरनगर के गुड़ को साल 2023 में जीआई टैग का दर्जा मिला.
समोसे की सफलता का कारण इसका स्वाद है. बाहर से क्रिस्पी और अंदर से नरम, यह स्नैक हर उम्र और स्वाद के लोगों को भाता है. यह शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह के विकल्पों के लिए भी उपयुक्त है.
महाराजपुर के किसान दीपू शाही कोयम्बटूर की एक प्राइवेट कंपनी में काम करते थे. लेकिन गांव में पड़ी खाली जमीन को देखकर उनके मन में उस जमीन पर खेती करने का खयाल आया जिसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और आज वे खेती से अच्छी कमाई कर रहे हैं.
किसानों को डर है कि सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी और सुझाव के बाद अब राज्य सरकारें कार्रवाई का चाबुक लेकर उनके पीछे पड़ जाएंगी और किसानों को बेवजह परेशान किया जाएगा. किसानों का कहना है कि वे पराली प्रबंधन कैसे करें, कई हजार एकड़ में धान की पराली को वे कहां ले जाएं. इस बारे में सरकार व्यवस्था क्यों नहीं करती.
चरवाहों की जीवनशैली प्रकृति के साथ संतुलन बनाकर जीने की मिसाल है. सादगी, आत्मनिर्भरता और अनुभव से भरी इस जिंदगी में सीख भी है और संघर्ष भी. ये जीवनशैली हमें पर्यावरण से जुड़ने और कम संसाधनों में संतुष्टि की प्रेरणा देती है.