Today Weather: देशभर में दिसंबर की ठंड अब केवल सर्दी तक सीमित नहीं रही, बल्कि बदलते मौसम ने आम लोगों की चिंता भी बढ़ा दी है. कभी तेज शीत लहर, कभी घना कोहरा और अब कई राज्यों में बारिश और बर्फबारी की संभावना ने मौसम को पूरी तरह से अस्थिर बना दिया है. सुबह घर से निकलने वाले लोग ठंड और कोहरे से जूझ रहे हैं, तो किसान फसलों को लेकर चिंतित हैं और यात्रियों को सफर में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले दिनों में देश के अलग-अलग हिस्सों में मौसम अलग रंग दिखाएगा.
चार राज्यों में बारिश से बदलेगा मौसम का मिजाज
मौसम विभाग के अनुसार तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर, पुडुचेरी और हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों में 16 दिसंबर के आसपास हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. दक्षिण भारत में तमिलनाडु के पास निचले स्तर पर बने चक्रवाती परिसंचरण की वजह से बादल सक्रिय हो गए हैं. इससे तटीय इलाकों में हल्की बारिश देखने को मिल सकती है, जिससे गर्मी से थोड़ी राहत तो मिलेगी, लेकिन नमी बढ़ने से असहजता भी महसूस हो सकती है. वहीं उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में यही सिस्टम बारिश के साथ बर्फबारी का रूप ले सकता है, जिससे ठंड और ज्यादा बढ़ने की संभावना है.
घने कोहरे ने कई शहरों की रफ्तार थामी
उत्तर और पूर्वी भारत में घना कोहरा लोगों की दिनचर्या को बुरी तरह प्रभावित कर रहा है. बिहार के पटना, भागलपुर और दरभंगा जैसे शहरों में सुबह के समय दृश्यता बेहद कम रहने की आशंका है. उत्तर प्रदेश के कानपुर, लखनऊ, अयोध्या, आगरा और वाराणसी में भी कोहरे के कारण सड़क और रेल यातायात पर असर पड़ सकता है. पहाड़ी राज्यों की बात करें तो शिमला, देहरादून, नैनीताल और चमोली में ठंडी हवा के साथ कोहरा ठिठुरन और बढ़ा देगा.
दिल्ली-NCR में ठंड, कोहरा और प्रदूषण की तिहरी मार
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में मौसम लगातार करवट ले रहा है. 16 दिसंबर को सुबह के समय घना कोहरा और स्मॉग लोगों को परेशान कर सकता है. बीते दिनों प्रदूषण का स्तर खतरनाक श्रेणी के करीब पहुंच चुका है, जिससे सांस की दिक्कतें बढ़ने का खतरा बना हुआ है. मौसम विभाग के मुताबिक दिन में 15 से 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, जिससे दोपहर बाद कुछ राहत मिलने की उम्मीद है. दिल्ली में न्यूनतम तापमान 8 से 10 डिग्री और अधिकतम तापमान 22 से 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है.
उत्तर प्रदेश में सुबह-शाम विशेष सतर्कता
उत्तर प्रदेश के पश्चिमी और तराई क्षेत्रों में ठंड और कोहरे का असर ज्यादा गहराने वाला है. मेरठ, सहारनपुर, गौतम बुद्ध नगर, शामली, बागपत, मुजफ्फर नगर, मुरादाबाद, बरेली और पीलीभीत जैसे जिलों में सुबह के समय घना से अत्यंत घना कोहरा छा सकता है. मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले दो दिनों तक राज्य के कई हिस्सों में दृश्यता बेहद कम रह सकती है, जिससे सड़क हादसों की आशंका बढ़ जाएगी. किसानों और दफ्तर जाने वाले लोगों को खास सावधानी बरतने की जरूरत है.
बिहार में ठंड का बढ़ता असर
बिहार में ठंड धीरे-धीरे अपना प्रचंड रूप दिखा रही है. मौसम विभाग के अनुसार अगले सात दिनों तक तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा सकती है. 22 दिसंबर के बाद राज्य के कुछ इलाकों में शीतलहर और ‘कोल्ड डे’ जैसे हालात बनने की आशंका है. पटना, गया, भागलपुर, सारण, बक्सर और पूर्वी चंपारण जैसे जिलों में न्यूनतम तापमान 8 से 10 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. सुबह और शाम के समय कनकनी के साथ घना कोहरा छाया रहेगा, हालांकि दिन में हल्की धूप थोड़ी राहत दे सकती है.
उत्तराखंड और हिमाचल में बर्फबारी से बढ़ेगी ठंड
उत्तराखंड के मैदानी जिलों हरिद्वार, देहरादून, ऋषिकेश, काशीपुर और कोटद्वार में न्यूनतम तापमान 5 से 6 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है. वहीं हिमाचल प्रदेश के मनाली, कुल्लू, लाहौल-स्पीति और किन्नौर की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी की संभावना है. इससे पर्यटक स्थलों पर रौनक तो बढ़ेगी, लेकिन फिसलन और यातायात बाधित होने का खतरा भी बना रहेगा.
राजस्थान में कोहरे का कहर
राजस्थान में सर्दी ने अब अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. अलवर, श्रीगंगानगर, जयपुर और जैसलमेर समेत कई जिलों में सुबह के समय घना कोहरा छाया हुआ है. बीकानेर संभाग के जैसलमेर, जोधपुर, नागौर, झुंझुनूं और सीकर में दृश्यता काफी कम हो गई है. श्रीगंगानगर में तो हालात ऐसे हैं कि वाहन चालकों को बेहद धीमी गति से सफर करना पड़ रहा है.
आगे कैसा रहेगा मौसम
मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले एक हफ्ते तक देश के ज्यादातर हिस्सों में मौसम शुष्क रह सकता है, हालांकि एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान में हल्का उतार-चढ़ाव संभव है. 18 से 20 दिसंबर के बीच उत्तर-पश्चिम भारत में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है, जिससे मौसम एक बार फिर बदल सकता है. ऐसे में लोगों को मौसम की ताजा जानकारी पर नजर रखने और सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.