Andhra Pradesh News: आंध्र प्रदेश सरकार ने प्याज किसानों के लिए मुआवजे की घोषणा की है. इसके चलते अब सोमवार से किसानों से 1,200 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर प्याज खरीद बंद कर दी जाएगी. जॉइंट कलेक्टर बी. नव्या ने कहा कि जिन किसानों की फसल खराब हुई है या जिन्हें सही दाम नहीं मिल पा रहे हैं, उन्हें 50,000 रुपये प्रति हेक्टेयर की सीधी मदद दी जाएगी. यह राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजी जाएगी.
द हिन्दू की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा कि कुर्नूल का मंडी यार्ड रविवार को बंद रहेगा. सोमवार से किसान अपने प्याज सीधे लोकल व्यापारियों या दूसरी मंडियों में बेच सकेंगे, जहां उन्हें बेहतर दाम मिलें. जो प्याज अभी मंडी में है और बिके नहीं हैं, उन्हें भी किसान कहीं और ले जाकर बेच सकते हैं. नव्या ने कहा कि पहले सरकार 25,000 रुपये प्रति हेक्टेयर का मुआवजा देती थी, लेकिन मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने इसे अब दोगुना कर दिया है, ताकि किसानों को और राहत मिल सके.
24,218 किसानों को होगा सीधा फायदा
उद्योग और वाणिज्य मंत्री टीजी भरत ने प्याज किसानों के लिए मुआवजा घोषित करने पर मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि सरकार को इस योजना पर 100 रुपये करोड़ से ज्यादा का खर्च उठाना पड़ेगा. नंद्याल सांसद बैरेड्डी शबरी ने भी इस फैसले का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती कुरनूल जिले में 45,278 एकड़ में प्याज की खेती होती है और इससे 24,218 किसानों को सीधा फायदा मिलेगा.
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260 करोड़ रुपये में फसल खरीदी
सांसद ने बताया कि सरकार ने इससे पहले तोतापुरी आम के किसानों को भी राहत दी थी, जिनसे 4 रुपये प्रति किलो की दर से 260 करोड़ रुपये में फसल खरीदी गई थी. इसी तरह की मदद तंबाकू और कोको के किसानों को भी दी गई. सड़क और भवन मंत्री बीसी जनार्दन रेड्डी ने कहा कि सरकार ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह किसान हितैषी है. मुख्यमंत्री लगातार हालात की निगरानी कर रहे हैं और किसानों को राहत देने के लिए हरसंभव कदम उठा रहे हैं.
सरकार ने इस वजह से लिया फैसला
मंत्री बीसी जनार्दन रेड्डी ने वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) पर निशाना साधते हुए कहा कि जब वह सत्ता में थी, तब प्याज किसानों की पूरी तरह अनदेखी की गई थी. उन्होंने आरोप लगाया कि अब YSRCP राजनीतिक स्वार्थ के लिए किसानों को सरकार के खिलाफ भड़काने की कोशिश कर रही है. बता दें कि आंध्र प्रदेश एक प्रमुख प्याज उत्पादक राज्य है. यहां पर किसान बड़े स्तर पर प्याज की खेती करते हैं. पिछले महीन प्याज का रेट गिरकर 300 रुपये क्विंटल तक पहुंच गया था. इसके बाद सरकार ने 1200 रुपये क्विंटल की दर से सरकारी प्याज की खरीद शुरू करने का फैसला लिया.