गन्ना मूल्य बढ़ोत्तरी की मांग को लेकर कर्नाटक के बेलगावी में चल रहे आंदोलन पर एक ओर किसानों और चीनी मिलों के साथ सरकार की बातचीत चल रही थी, तो दूसरी ओर शाम को आंदोलनकारियों ने उग्र रूप ले लिया. बेलगावी पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारी पुणे-बेंगलुरु राजमार्ग को बंद कर रहे थे, उन्हें जब रोकने की कोशिश की गई तो पुलिस प्रशासन के साथ प्रदर्शनकारियों की हल्की-फुल्की झड़प हो गई. लेकिन, कुछ देर में ही आंदोलनकारियों ने पथराव शुरू कर दिया. पथराव में कई पुलिसकर्मियों के घायल होने और वाहनों के क्षतिग्रस्त होने की बात कही गई है. किसानों और गन्ना मिल मालिकों के साथ होने वाली बैठक में पहुंचे भाजपा सांसद ने उम्मीद जताई है कि जल्द सकारात्मक नतीजा निकल आएगा. हालांकि, देर शाम तक बैठक बेनतीजा रही है.
किसानों और सरकार की बैठक में नहीं निकला हल
उत्तरी कर्नाटक के बेलगावी के गोकक कस्बे से शुरू हुए आंदोलन के 8 दिन हो चुके हैं और मूल्य बढ़ोत्तरी पर फैसला नहीं होने पर किसान अड़े हुए हैं. आज राज्य सरकार की चीनी मिल मालिकों और किसान नेताओं के साथ अलग-अलग बैठक हुई है, लेकिन देर शाम तक कोई नतीजा नहीं निकल सका. किसान 3500 रुपये प्रति टन गन्ना मूल्य की मांग पर अड़े हुए हैं. इस बीच बेलगावी शहर के एक हिस्से में आंदोलनकारी उग्र हो गए पुलिस प्रशासन पर पथराव कर दिया. विरोध प्रदर्शन अथानी, चिक्कोडी, हुक्केरी, बैलहोंगल, मुदलागी, गोकक और आसपास के इलाकों में भी छिटपुट तरीके से होने की बात कही गई है.
बेलगावी में पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल, तनाव
समाचार एजेंसी एएनआई ने पुलिस के हवाले से बताया कि 3500 रुपये प्रति टन गन्ने की खरीद मूल्य की मांग को लेकर किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान आज शुक्रवार को बेलगावी जिले के एक हिस्से में उस वक्त तनाव फैल हो गया, जब कुछ उपद्रवियों ने कथित तौर पर पथराव शुरू कर दिया. पथराव में कुछ पुलिस कर्मियों के घायल होने की बात कही गई. पुलिस के अनुसार हुक्केरी तालुक में हट्टर्गी टोल के पास हुई घटना में कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए और कुछ वाहन क्षतिग्रस्त हो गए.
पुलिस अनुसार पुणे-बेंगलुरु राजमार्ग को बंद करने की कोशिश कर रहे कुछ प्रदर्शनकारियों को पुलिस हटा रही थी, तभी कुछ उपद्रवियों ने कथित तौर पर पुलिसकर्मियों और वाहनों पर पथराव किया.
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#WATCH | Karnataka | Farmers protest at Hattaragi toll plaza in Belagavi district turned violent as stone pelting occurred, damaging several vehicles, as they continue to protest over the issue of fixing sugarcane price. Police personnel present at the spot. pic.twitter.com/jzLNGZqnL8
— ANI (@ANI) November 7, 2025
किसानों के साथ बैठक हुई है उन्हें समझा रहे हैं- कर्नाटक में मंत्री
गन्ने की कीमतों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ सांसदों, मंत्रियों के साथ बैठक पर कर्नाटक के मंत्री शरणप्रकाश पाटिल ने कहा कि कुछ मांगें हैं जिन्हें भारत सरकार को पूरा करना होगा, क्योंकि आप देख रहे हैं कि FRP और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) भारत सरकार तय करती है. इसमें भारत सरकार की बड़ी भूमिका है, लेकिन राज्य सरकार निश्चित रूप से इस मुद्दे को सुलझाने में सक्रिय भूमिका निभाएगी. मिल मालिकों और किसानों के साथ भी बातचीत चल रही है. हम किसानों को भी समझाने की कोशिश करेंगे.
बातचीत का जल्द सकारात्मक नतीजा मिलेगा- भाजपा सांसद
किसानों और चीनी मिल मालिकों के साथ कर्नाटक सरकार की बैठक का हिस्सा रहे भाजपा सांसद लहर सिंह सिरोया ने एएनआई से बातचीत में कहा कि किसानों और सरकार के साथ बातचीत जारी है. हम चीनी मिल मालिकों और किसानों के साथ बातचीत कर रहे हैं. मुझे उम्मीद है कि बैठक के नतीजे सकारात्मक होंगे.
#WATCH | Bengaluru | On the meeting with MPs, Ministers and farmers protesting over sugarcane prices, Karnataka Minister Sharanprakash Patil says, “There are certain demands which need to be met by the Government of India because you see FRP and minimum support price (MSP) is… pic.twitter.com/HhJ9zFYZyT
— ANI (@ANI) November 7, 2025
किसान कितना गन्ना मूल्य मांग रहे और सरकार कितना दे रही
किसान 8 दिनों से गन्ना मूल्य को बढ़ाकर 3500 रुपये टन करने की मांग कर रहे हैं. चीनी मिलों ने 3200 रुपये प्रति टन देने की पेशकश की है, जिसे किसानों ने ठुकरा दिया है. किसानों का आरोप है कि चीनी मिलों पर 2700 रुपये प्रति टन का भाव उन्हें दिया जा रहा है. जबकि, केंद्र की ओर से तय चीनी रिकवरी दर पर 3550 रुपये प्रति टन एफआरपी तय किया गया है.