Mandi Bhav: महंगाई से बिगड़ा किचन का बजट, 200 रुपये किलो हुई हरी मटर.. इन सब्जियों के रेट 100 रुपये के पार

भारी बारिश और बाढ़ के कारण चंडीगढ़ में सब्जियों की कीमतें दो से तीन गुना तक बढ़ गई हैं. लौकी, तोरई और बैंगन 100-120 रुपये किलो, जबकि मटर 200 रुपये किलो तक पहुंच गई है. सप्लाई प्रभावित होने से आम जनता पर महंगाई की मार पड़ी है.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 13 Sep, 2025 | 05:16 PM

Chandigarh News: पंजाब सहित उत्तर भारत के कई राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ से बागवानी फसलों को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा है. इससे हरी सब्जियां महंगी हो गई हैं. लेकिन चंडीगढ़ में सब्जियों की कीमतों कुछ ज्यादा ही बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. महंगाई का आलम यह है कि कई सब्जियों के दाम हाल के मुकाबले दो से तीन गुना तक बढ़ गए हैं. लौकी और तोरई जैसी सब्जियों के रेट 100 से 120 रुपये किलो हो गए हैं. जबकि, हरी मटर 200 रुपये किलो बिक रही है. ऐसे में आम जनता के किचन का बजट बिगड़ गया है. व्यापारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में सब्जियों की कीमत में गिरावट आ सकती है.

दरअसल, चंडीगढ़ में लौकी, तोरई और बैंगन जैसी सब्जियां पंजाब से आती हैं. जबकि बींस और शिमला मिर्च हिमाचल प्रदेश से लाई जाती हैं. लेकिन बाढ़ की वजह से सप्लाई पर असर पड़ा है और कीमतें आसमान छू रही हैं. खुदरा सब्जी विक्रेताओं  का कहना है कि हम लोग पिछले 40 साल से सब्जी बेच रहे हैं, लेकिन इतने ज्यादा दाम पहले कभी नहीं देखे. कीमत में बढ़ोतरी होने के चलते बिक्री में गिरावट आई है, क्योंकि लोग कम खरीदारी कर रहे हैं. दुकानदारों का कहना है कि जो लौकी और तोरई इस सीजन में सिर्फ 25 से 30 रुपये किलो बिक रही थी, वो अब 100 से 120 रुपये किलो मिल रही है. बैंगन जो पहले 20 रुपये किलो था, अब खुदरा बाजार में 100 रुपये किलो बिक रहा है.

120 रुपये किलो बिक रही है बींस

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, व्यापारियों का कहना है कि पंजाब में आई बाढ़  की वजह से फिरोजपुर और अमृतसर से आने वाली सब्जियों की सप्लाई रुक गई है, इसलिए अब ये सब्जियां मध्य प्रदेश से मंगवाई जा रही हैं, जिससे दाम और बढ़ गए हैं. यही वजह है कि जो हरी शिमला मिर्च इस सीजन में करीब 35 रुपये किलो थी, वो अब 150 रुपये किलो हो गई है. इसी तरह मटर की कीमत 180 से 200 रुपये किलो तक पहुंच गई है. साथ ही 40 से 50 रुपये किलो बिकने वाली बींस अब 120 रुपये किलो में बिक रही है.

दिल्ली में क्या है सब्जियों का रेट

वहीं, एक और सब्जी विक्रेता, प्रवीण कुमार ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के सोलन और लाहौल-स्पीति से आने वाली सब्जियों के दाम भी भारी बारिश की वजह से बहुत बढ़ गए हैं. उन्होंने कहा कि टमाटर और प्याज की कीमतें अभी ठीक-ठाक हैं, लेकिन पंजाब और हिमाचल से जो सब्जियां आ रही थीं, वो अब महंगी हो गई हैं, क्योंकि बाढ़ ने वहां की फसलें बर्बाद कर दी हैं. खास बात यह है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सब्जियां महंगी हो गई हैं. परवल का रेट 120 रुपये किलो हो गया है. हालांकि, टमाटर की कीमत में गिरावट आई है. यह 40 से 50 रुपये किलो बिक रहा है. इससे आम जनता ने राहत की सांस ली है.

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Published: 13 Sep, 2025 | 05:08 PM

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