Maharashtra News: महाराष्ट्र के पुणे जिले में पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश ने खेतों में भारी तबाही मचाई है. खासकर पत्तेदार सब्जियां उगाने वाले किसानों को भारी नुकसान हुआ है. इसके चलते बाजार में इन सब्जियों की आवक घट गई है और दाम तेजी से बढ़ गए हैं. खुदरा विक्रेताओं के मुताबिक, धनिया, पालक और टमाटर के दामों में 30 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है. इससे आम जनता के किचन का बजट बिगड़ गया है. एक थोक व्यापारी ने कहा कि पत्तेदार सब्जियां जल्दी खराब हो जाती हैं, इसलिए किसान इन्हें जल्दी बेचने की कोशिश करते हैं. लेकिन थोक बाजार से खुदरा विक्रेता जो सब्जियां खरीदते हैं, उनमें से 20-30 फीसदी तक खराब हो जाती हैं, जिससे नुकसान होता है.
आलू और प्याज के दामों में अभी ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई है, लेकिन थोक बाजार में टमाटर के दाम कम से कम 20 फीसदी तक बढ़ चुके हैं. एपीएमसी (APMC) के व्यापारियों का कहना है कि मंगलवार को मंडई स्थित एपीएमसी मार्केट में करीब 1,450 गाड़ियां सब्जियों की खेप लेकर पहुंचीं, जबकि आमतौर पर रोजाना औसतन 1,800 गाड़ियां आती हैं. मौसम की वजह से सब्जियों की आवक में 30-40 फीसदी तक की गिरावट आई है. इसका असर सीधे उपभोक्ताओं पर पड़ रहा है.
इस वजह से बढ़े सब्जियों के दाम
द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, शिवाजीनगर की ग्राहक नंदा कुलकर्णी ने कहा कि एक गड्डी धनिया या पालक 30 रुपये से ज्यादा में मिल रही है, जबकि अच्छी क्वालिटी की सब्जियां तो 40 रुपये से भी ऊपर जा रही हैं. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में सब्जियों के दाम बढ़े हैं. दुकानदारों का कहना है कि अच्छी क्वालिटी की सब्जियां कम होने से दाम बढ़े हैं. एक और ग्राहक, सोनल देशमुख ने कहा कि त्योहारी सीजन या जब अच्छी क्वालिटी की सब्जियां कम होती हैं, तो दुकानदार अक्सर ज्यादा मुनाफा कमाने की कोशिश करते हैं. उन्होंने कहा कि पालक, धनिया और मेथी जैसी सब्जियों के दाम बढ़े हैं और उम्मीद जताई कि अगर बारिश थमेगी, तो दाम वापस नीचे आ सकते हैं.
भारी बारिश से फसलें बर्बाद हो गईं
थोक व्यापारियों का कहना है कि भारी बारिश से फसलें बर्बाद हो गई हैं और आपूर्ति बाधित हो गई है. एपीएमसी के एक थोक व्यापारी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में सब्जियों की आवक काफी कम हुई है और अगर बारिश ऐसे ही जारी रही, तो अगले कुछ दिनों तक हालात नहीं सुधरेंगे. एक व्यापारी ने कहा कि बारिश के कारण बाजार में आने वाली सब्जियों का बड़ा हिस्सा नमी से खराब हो गया है, इसलिए जो अच्छी क्वालिटी की सब्जियां बची हैं, उनके दाम बढ़ गए हैं. उन्होंने कहा कि शहर की सब्जियों की 75 फीसदी सप्लाई पुणे और आसपास के ग्रामीण इलाकों से आती है, जहां पिछले हफ्ते लगातार बारिश हुई है.