Mandi Bhav: इस राज्य में 3 रुपये किलो हुआ प्याज, सड़क पर उतरे नाराज किसान

गुजरात में प्याज की कीमतों में भारी गिरावट से किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. नाराज किसानों ने कृषि मंत्री राघवजी पटेल के घर के पास प्रदर्शन किया. उत्पादन लागत से भी कम दाम पर प्याज बेचनी पड़ रही है, जिससे उनकी आर्थिक हालत और खराब हो गई है.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 30 Sep, 2025 | 06:49 PM

Onion Market Rate: गुजरात में प्याज की गिरती कीमतों ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है. ऐसे में नाराज किसानों ने राज्य के कृषि मंत्री राघवजी पटेल के घर के पास सड़कों पर उतरकर विरोध जताया. खास बात यह है कि पहले मूंगफली कीमत में गिरावट आने से किसान नुकसान झेल रहे थे और अब प्याज के कम रेट में उनकी आर्थिक स्थिति और खराब कर दी है. किसानों का कहा है कि प्याज की थोक कीमतें 20-25 रुपये किलो से घटकर 10 रुपये किलो हो गई हैं. साथ ही कई किसानों को अपनी प्याज 3-7 रुपये किलो में बेचनी पड़ रही है, जोकि उत्पादन लागत 10 रुपये किलो से भी कम है. वहीं, आप विधायक ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

यह विरोध ऐसे समय में हो रहा है, जब भारी बारिश की वजह से मूंगफली की फसल  खराब हो गई है. साथ ही महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से प्याज की ज्यादा आपूर्ति हो रही है और MSP या निर्यात नीति नहीं होने के कारण किसान आर्थिक संकट में हैं. वहीं, आम आदमी पार्टी के विधायक हेमंत खावा ने जामजोधपुर की सड़कों पर मुफ्त प्याज बांटी. उन्होंने राज्य सरकार पर किसानों की सुरक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाया. हेमंत खावा ने किसानों की इस दिक्कत को राजनीतिक मुद्दा बनाते हुए न केवल सड़क पर ट्रैक्टर, रिक्शा चालक और ड्राइवरों को मुफ्त प्याज बांटी, बल्कि किसानों के साथ एक बड़ा विरोध मार्च भी आयोजित किया.

आप विधायक की सरकार से मांग

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, खावा ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को एक पत्र लिखकर चेतावनी दी है कि लाखों किसान आर्थिक संकट  में फंसते जा रहे हैं क्योंकि बाजार की कीमतें और उत्पादन लागत के बीच का फर्क बढ़ता जा रहा है. उन्होंने कहा कि एक्सपोर्ट पर पाबंदियों की वजह से घरेलू बाजार में प्याज की ज्यादा आपूर्ति हो गई है, जिससे किसानों की हालत खराब हो रही है.उन्होंने कहा कि प्याज के लिए MSP सिस्टम का अभाव है और राज्य सरकार ने खरीद या कीमत नियंत्रण के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं बनाई है. खावा ने तुरंत सरकार से कई कदम उठाने की मांग की.

आप विधायक की ये हैं मांगें

  • प्याज के लिए उत्पादन लागत के आधार पर MSP तय करना
  • एक्सपोर्ट प्रतिबंध हटाना या एक स्थिर निर्यात नीति बनाना
  • NAFED और अन्य एजेंसियों द्वारा तुरंत खरीदारी शुरू करना
  • मार्केट इंटरवेंशन स्कीम के तहत आर्थिक मदद देना
  • सब्सिडी और आधुनिक गोदाम बनाकर खराबी रोकना और कीमतों को स्थिर करना

सरकार को दी चेतावनी

खावा ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार जल्द कदम नहीं उठाएगी तो किसान प्याज की खेती  छोड़ देंगे, जिससे लंबे समय तक आपूर्ति में बड़ी समस्या आएगी. उन्होंने सरकार को सीधे चुनौती देते हुए विरोध को पूरे राज्य में फैलाने की बात कही है. व्यापारी भी मानते हैं कि महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से अगले महीने भारी फसल आने वाली है, जिससे प्याज की कीमतें और नीचे गिर सकती हैं. ऐसे में जल्द सुधार की उम्मीद कम है.

 

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Published: 30 Sep, 2025 | 06:47 PM

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