Uttar Pradesh News: किसानों के लिए उनकी फसलों को सुरक्षित रखना बेहद जरूरी होता है और वे अपनी फसलों का पूरी तरह से खयाल भी रखते हैं. लेकिन फिर भी अकसर फसलों पर कीटों का आक्रमण हो जाता है जिसके चलते फसल तो बर्बाद होती ही है, साथी ही किसानों को भी भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है. अपनी फसलों को कीटों से बचाने के लिए किसान बाजार से महंगे-महंगे कीटनाशक खरीदकर उनका इस्तेमाल करते हैं, लेकिन आज बाजार में बहुत से नकली और मिलावटी कीटनाशक उलब्ध हैं जिनकी पहचान कर पाना मुश्किल होता है. ये नकली कीटनाशक फसल को बचाने की जगह उन्हें नुकसान पहुंचाते हैं. ऐसे में उत्तर प्रदेश कृषि विभाग ने किसानों के लिए कीटनाशक खरीदते समय कुछ खास बातों का खयाल रखने की एडवाइजरी जारी की है.
लेबल और पैकिंग की जांच करें
किसानों को ये सलाह दी जाती है कि कीटनाशक खरीदते समय वे लेबल और पैकिंग की जांच जरूर कर लें, यानी वे ये जरूर देख लें कि दवा के पैकेट या बोतल पर लेबल सही ढंग से छपा है या नहीं. साथ ही लेबल पर दवा को बनाने वाले इंग्रीडिएंट, मैन्युफैक्चरिंग डेट, इस्तेमाल करने की विधि, दवा किन फसलों के लिए सही है और एक्सपायरी डेट जरूर लिखी हो. इसके अलावा किसान ये भी जरूर जांचें कि पैकेट पर होलोग्राम, QR कोड और बैच नंबर है या नहीं. पैकेट पर ये सारी चीजें जांचने के बाद ही कीटनाशक खरीदें. ध्यान रहे कि, रिसा हुआ या खुला हुआ पैकेट कभी न खरीदें.

कीटनाशक खरीदने से पहले जरूर जांच लें पैकिंग (Photo Credit- UP Government)
प्रमाणित कंपनी से खरीदें कीटनाशक
उत्तर प्रदेश कृषि विभाग द्वारा जारी की गई एडवाइजरी के अनुसार, किसानों के लिए जरूरी है कि वे भरोसेमंद दुकान से ही कीटनाशक खरीदें. आजकल बाजार में तमाम ऐसी कंपनियां हैं जो नकली कीटनाशक बनाकर किसानों को बेच रही हैं. किसानों के लिए भी इन नकली कीटनाशकों की पहचान करना मुश्किल होता है. ऐसे में किसानों को ये सलाह दी जाती है कि वे सरकार द्वार मान्यता प्राप्त और प्रमाणित दुकान से ही कीटनाशक खरीदें. बता दें कि, किसानों को अनजान या फिर बिल्कुल नई कंपनी से कीटनाशक खरीदने से बचना चाहिए.
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खरीद पर बिल जरूर लें
कृषि विभाग की ओर से किसानों को बताया जाता है कि जब भी वे किसी भी दुकान से कीटनाशक खरीदें तो दुकान से पक्का बिल जरूर लें. ताकि आगे चलकर किसी भी तरह की गड़बड़ी होने पर ये बिल आपके पास कानूनी सबूत के तौर पर हो. इसके अलावा अगर किसी भी कीटनाशक से फसल बर्बाद या खराब हो गई है तो तुरंत अपने नजदीकी कृषि केंद्र से संपर्क कर दवा कंपनी के खिलाफ शिकायत कर सकते हैं.
 
 
                                                             
                                 
                             
                             
                             
                             
 
 
                                                     
                                                     
                                                     
                                                     
                                                    