लखीमपुर के केले की दिल्ली से हरियाणा तक भारी डिमांड, खेती से किसानों को हो रहा लाखों का फायदा

उत्तर प्रदेश कृषि विभाग द्वारा सोशल मीडिया पर दी गई जानकारी के अनुसार, केले की खेती से होने वाले फायदे को देखकर जिले के अन्य इलाके जैसे निघासन, रमियाबेहड़ और पलिया के किसानों की रुचि भी केले की खेती की तरफ बढ़ी है.

अनामिका अस्थाना
नई दिल्ली | Published: 12 Sep, 2025 | 09:00 AM

Uttar Pradesh News: आज के किसान अपनी आमदनी के लिए केवल पारंपरिक फसलों की खेती पर ही निर्भर नहीं करते हैं, बल्कि वे अब पारंपरिक खेती से हटकर सब्जियों और फलों की खेती की तरफ भी अपना रुख कर रहे हैं. फलों की बात करें तो केले की खेती (Banana Farming) किसानों के लिए मुनाफे का सौदा साबित हो रही है. यही कारण है कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के किसान केले की खेती से लाखों में कमाई कर रहे हैं. यहां उगाया जाने वाला केला न केवल किसानों को आर्थिक तौर पर मजबूत बना रहै है बल्कि देश के अन्य हिस्सों जैसे दिल्ली, हिसार और हल्द्वानी तक पहुंचकर अपनी पहचान भी बना रहा है.

2002 में पहली बार हुई केले की खेती

यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में केले की खेती की शुरुआत साल 2002 में हुई थी. यहां पर सबसे पहले केले की खेती मोहम्मदी के रोरवा गांव में की गई थी, जहां नत्थू लाल शुक्ला और उनके साथी खेमकरन ने साल 2002 में गुजरात से केले के 1 हजार पौधे मंगवा कर पहली बार इसकी खेती की. बता दें कि, नत्थू लाल ने खुद के खेत में सबसे पहले 500 पौधे लगाए और पहले ही साल उन्हें इसकी खेती से अच्छा मुनाफा हुआ. इसके बाद नत्थू लाल ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. आज 23 साल बाद भी किसान नत्थू लाल अपनी 3 एकड़ जमीन पर केले की खेती कर रहे हैं.

4 हजार हेक्टेयर में हो रही केले की खेती

उत्तर प्रदेश कृषि विभाग द्वारा सोशल मीडिया पर दी गई जानकारी के अनुसार, केले की खेती से होने वाले फायदे को देखकर जिले के अन्य इलाके जैसे निघासन, रमियाबेहड़ और पलिया के किसानों की रुचि भी केले की खेती की तरफ बढ़ी है. बता दें कि, आज की तारीख में जिले में 4 हजार हेक्टेयर जमीन पर किसान केले की खेती कर रहे हैं. यहां पर किसान मॉनसून की शुरुआत होते ही जुलाई के महीने में ही केले की बुवाई कर देते हैं जो कि करीब 13 महीने बाद यानी अगले साल अक्टूबर के महीने तक तैयार हो जाती है.

किसानों को सीधे 2.25 लाख का फायदा

लखीमपुर खीरी में किसान एक एकड़ में लगभग 1250 केले के पौधे लगाते हैं और हर एक पौधे से औसतन 30 किलोग्राम फल मिलते हैं. अगर किसान 1200 पौधे भी लगाते हैं तो उन्हें करीब 36 क्विंटल यानी 36 हजार किलोग्राम तक पैदावार मिलती है. बाजार में अगर 1 क्विंटल केले की औसतन कीमत 1 हजार रुपये है तो किसान एक एकड़ केले की फसल से करीब 3.36 लाख रुपये तक की आमदनी कर सकते हैं. इस कमाई से अगर किसान खेती में आने वाली लागत को घटा दें तो उन्हें सीधे तौर पर 2.25 लाख का फायदा हो सकता है.

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Published: 12 Sep, 2025 | 09:00 AM

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