कम खर्च में ज्यादा फायदा! बत्तख पालन से किसान कर रहे मोटी कमाई, जानें पूरा तरीका

अब किसान सिर्फ खेती नहीं, बत्तख पालन से भी लाखों कमा रहे हैं. कम खर्च में शुरू होने वाला यह व्यवसाय किसानों की आमदनी तेजी से बढ़ा रहा है. बढ़ती मांग और अंडे-मांस की ऊंची कीमतों ने इसे नया रोजगार का जरिया बना दिया है.

Kisan India
नोएडा | Published: 23 Oct, 2025 | 09:19 PM

Duck Farming : आज के समय में किसान सिर्फ खेतों में फसल उगाने तक सीमित नहीं रहे. डेयरी और पशुपालन के व्यवसाय में भी लोग तेजी से कदम रख रहे हैं. इसी कड़ी में बत्तख पालन अब एक आकर्षक विकल्प बन चुका है. कम समय में लागत वसूलने के साथ-साथ अच्छा मुनाफा मिलने की वजह से किसान इसे अपनाने में रुचि ले रहे हैं. सही नस्ल का चयन और उचित देखभाल से यह व्यवसाय जल्दी ही लाभकारी साबित हो सकता है.

मुर्गी से बेहतर बत्तख पालन

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बत्तख का अंडा और मांस  बाजार में मुर्गी के मुकाबले अधिक दाम में बिकता है. यही वजह है कि किसान इसे अपनाकर जल्दी लाभ कमाने का मौका पाते हैं. पालन के समय सही नस्ल का चुनाव करना बेहद जरूरी है. यदि आप मांस के लिए पालन कर रहे हैं तो सफेद पैकिंग, मस्कोवी, राउन और स्वीडन जैसी नस्लें सबसे उपयुक्त मानी जाती हैं. वहीं अंडे के लिए इंडियन रनर नस्ल की बत्तख सबसे अच्छी मानी जाती है. अगर आप मांस और अंडे दोनों चाहते हैं, तो खाकी कैंपबेल नस्ल पर ध्यान दें.

उच्च उत्पादन वाली नस्लें और उनके फायदे

एक बत्तख सालाना लगभग 300 अंडे देती है, जो मुर्गियों के मुकाबले दोगुनी मात्रा है. अंडे की कीमत भी बाजार में 9 से 11 रुपए प्रति अंडा होती है. मांस की मांग भी बहुत अधिक है. इसके अलावा, बत्तख को खिलाने में खर्च भी कम आता है. ये पक्षी हरे-भरे, गीले या कचरे वाले खाने को आसानी से खा जाते हैं, जिससे खर्च कम रहता है.

कम लागत में ज्यादा मुनाफा

1000 चूजों पर सालाना लागत केवल 1 से 1.5 लाख रुपए आती है. सही देखभाल और पोषण के साथ, किसान सालाना 3-4 लाख रुपए तक की आमदनी आसानी से कमा सकते हैं. बत्तख पालन में निवेश कम और लाभ अधिक होने के कारण यह छोटे और सीमांत किसानों के लिए भी बेहद आकर्षक विकल्प बन गया है.

पालन की आसान तकनीकें

बत्तख पालन में ध्यान देने वाली मुख्य बातें हैं- साफ-सुथरी जगह, गीला और पौष्टिक चारा, पर्याप्त पानी और सही तापमान. ये पक्षी आसानी से पालन योग्य हैं और उनके जीवन में विशेष देखभाल से उत्पादन और भी बढ़ जाता है. बत्तख को गर्म और सुरक्षित वातावरण  देना उनकी वृद्धि और स्वास्थ्य के लिए जरूरी है.

फायदे और बाजार की मांग

बत्तख का पालन  केवल आमदनी बढ़ाने तक सीमित नहीं है. इसके अंडे और मांस की मांग बाजार में बहुत अधिक है. सही समय पर बिक्री करने से किसान अपनी आमदनी को जल्दी बढ़ा सकते हैं. इसके अलावा, बत्तख पालन में निवेश कम, देखभाल आसान और उत्पादन अधिक होने के कारण यह व्यवसाय तेजी से लोकप्रिय हो रहा है.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

Published: 23 Oct, 2025 | 09:19 PM

फलों और सब्जियों के उत्पादन में भारत किस नंबर पर है?

Side Banner

फलों और सब्जियों के उत्पादन में भारत किस नंबर पर है?