Fish Farming: ठंड में भी मछली पालन से होगी बंपर कमाई? बस इस तरह करें देखभाल

सर्दियों में तालाब का पानी ठंडा होते ही मछलियों की भूख और बढ़वार दोनों प्रभावित होती है. अगर इस समय सही देखभाल न हो, तो उत्पादन घट सकता है. पानी का तापमान, ऑक्सीजन और आहार पर ध्यान देकर ठंड में भी मछली पालन को मुनाफे में रखा जा सकता है.

Saurabh Sharma
नोएडा | Published: 29 Dec, 2025 | 10:30 PM
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Fish Farming: सर्दियों का मौसम मछली पालन करने वाले किसानों के लिए परीक्षा का समय होता है. ठंड बढ़ते ही तालाब का पानी ठंडा हो जाता है, जिससे मछलियों की भूख कम होने लगती है और उनकी बढ़वार पर सीधा असर पड़ता है. अगर इस समय सही देखभाल न की जाए, तो मछलियां कमजोर हो सकती हैं और उत्पादन घट सकता है. थोड़ी समझदारी और सही तरीके अपनाकर ठंड में भी मछलियों की ग्रोथ को बेहतर रखा जा सकता है और नुकसान से बचा जा सकता है.

सर्दियों में मछलियों की ग्रोथ क्यों होती है धीमी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सर्दियों में तालाब  के पानी का तापमान गिरने से मछलियों की गतिविधियां कम हो जाती हैं. खासकर कतला, रोहू और मृगल जैसी मछलियां, जो पानी की ऊपरी और मध्य सतह में रहती हैं, ठंड में नीचे की परत में चली जाती हैं. इससे उनका खाना-पीना कम हो जाता है और वजन बढ़ना रुक जाता है. यही वजह है कि ठंड के मौसम में मछली पालन करने वाले किसानों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत होती है.

तालाब के पानी का तापमान

मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि सर्दियों में तालाब के पानी का तापमान 25 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच बनाए रखना सबसे जरूरी होता है. इसके साथ ही पानी में ऑक्सीजन की मात्रा पर्याप्त होनी चाहिए. इसके लिए तालाब में समय-समय पर हलचल बनाए रखना और जरूरत के अनुसार एरेशन या ताजा पानी डालना फायदेमंद माना जाता है. बताया जाता है कि रोजाना 2 से 3 घंटे ताजा पानी तालाब में चलाने से पानी की गुणवत्ता सुधरती है और मछलियां ज्यादा सक्रिय  रहती हैं.

सही आहार से ठंड में भी बनी रहती है सेहत

सर्दियों में मछलियों की भूख कम हो जाती है, इसलिए उन्हें हल्का लेकिन प्रोटीन युक्त आहार  देना जरूरी माना जाता है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, संतुलित और सीमित मात्रा में दिया गया आहार मछलियों की सेहत बनाए रखता है और ग्रोथ को सपोर्ट करता है. ज्यादा या खराब आहार देने से पानी गंदा हो सकता है, जिससे बीमारी फैलने का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए ठंड में आहार की मात्रा और गुणवत्ता दोनों पर खास ध्यान देना चाहिए.

बीमारी से बचाव के आसान उपाय

ठंड के मौसम में तालाब में बैक्टीरिया और फंगल संक्रमण  का खतरा बढ़ जाता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पानी में सीमित मात्रा में नमक और चूने का उपयोग करने से हानिकारक बैक्टीरिया को नियंत्रित किया जा सकता है. इससे मछलियां स्वस्थ रहती हैं और बीमारी का खतरा कम होता है. अगर मछलियों के व्यवहार में कोई बदलाव दिखे, जैसे तैरने में परेशानी या खाना न खाना, तो तुरंत विशेषज्ञ की सलाह लेना जरूरी होता है.

ठंड में सावधानी, तभी होगा मुनाफा

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सर्दियों में थोड़ी सी लापरवाही मछली पालन  में बड़ा नुकसान करा सकती है. लेकिन अगर किसान पानी का तापमान, ऑक्सीजन, आहार और सफाई पर ध्यान दें, तो ठंड के मौसम में भी मछलियों की ग्रोथ बनी रह सकती है. सही देखभाल से न सिर्फ उत्पादन सुरक्षित रहता है, बल्कि बाजार में अच्छी कीमत मिलने से मछली पालन किसानों के लिए फायदे का सौदा बना रहता है..

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Published: 29 Dec, 2025 | 10:30 PM

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