Poultry Care: सर्दियों में मुर्गी पालन कर रहे हैं? इन आसान तकनीकों से चूजों को रखें पूरी तरह सुरक्षित

Poultry Farming: अक्टूबर के आधा गुजरने के साथ ही गुलाबी सर्दी में अब ठंडक बढ़ने लगी है. ऐसे में सर्दियों के दौरान मुर्गियों और उनके चूजों की देखभाल बेहद जरूरी हो जाती है. ऐसे में पॉल्ट्री फार्म का तापमान और चारा कैसा रखा जाए, इसको लेकर पालक असमंजस में रहते हैं. यहां कुछ टिप्स बताए जा रहे हैं जो उनकी मदद कर सकते हैं

Kisan India
नोएडा | Published: 16 Oct, 2025 | 09:45 PM

Poultry Business: सर्दी का मौसम इंसानों के साथ-साथ जानवरों के लिए भी कठिन होता है. खासकर मुर्गी पालन करने वालों के लिए यह समय संभलकर चलने वाला होता है. अगर थोड़ी सी भी लापरवाही हो जाए, तो मुर्गियों में बीमारियां फैल सकती हैं और पूरा बैच खराब होने तक का खतरा बन जाता है. ऐसे में जरूरी है कि सर्दियों में मुर्गियों को ठंड से बचाने के लिए कुछ आसान और देसी उपाय अपनाए जाएं. यदि समय रहते ध्यान रखा जाए, तो न केवल मुर्गियां सुरक्षित रहेंगी बल्कि सर्दियों में अंडे और मीट की मांग बढ़ने के कारण मुनाफा भी दोगुना हो सकता है.

मुर्गीशाला में ठंडी हवा घुसने न दें

सबसे पहला कदम होता है ठंडी हवाओं को मुर्गीशाला के अंदर आने से रोकना. इसके लिए चारों तरफ तिरपाल, बोरा या प्लास्टिक शीट लगाकर मुर्गीशाला को ढक देना चाहिए. इससे अंदर का तापमान नियंत्रित रहता है और सीधी ठंडी हवा अंदर नहीं घुसती. ध्यान रहे कि दिन में हल्की धूप आने के लिए थोड़ी जगह खुली छोड़ना जरूरी है, ताकि नमी जमा न हो.

तापमान 35 डिग्री के आसपास रखना सबसे जरूरी

सर्दियों में मुर्गियों  के लिए 30 से 35 डिग्री तापमान आदर्श माना जाता है. इसके लिए देसी तरीकों का सहारा लिया जा सकता है. लकड़ी के बुरादे को लोहे की भट्टी या ड्रम में जलाकर मुर्गीशाला में रखा जा सकता है. इससे लगातार गर्माहट बनी रहती है और ठंड का असर मुर्गियों तक नहीं पहुंच पाता. ध्यान रहे कि धुआं अंदर जमा न हो, इसलिए थोड़ी हवा निकलने का रास्ता जरूर रखें.

फर्श पर भूसा और कना बिछाना न भूलें

ठंड के मौसम  में जमीन बहुत ठंडी हो जाती है और अगर मुर्गियां सीधे फर्श पर बैठेंगी, तो उन्हें सर्दी लग सकती है. इससे बचाने के लिए फर्श पर मोटी परत में भूसा, कना या पुरानी बोरी बिछा देनी चाहिए. यह न केवल गर्माहट देता है बल्कि मुर्गियों के बैठने के लिए मुलायम जगह भी तैयार करता है. अगर भूसा गीला हो जाए तो तुरंत बदल दें, वरना उसमें बैक्टीरिया पनप सकते हैं.

साफ-सफाई जितनी ज्यादा होगी, बीमारी उतनी कम होगी

सर्दियों में अक्सर लोग ठंड की वजह से सफाई में लापरवाही कर देते हैं, लेकिन यही गलती सबसे बड़ा नुकसान कर सकती है. मुर्गीशाला को रोजाना झाड़ू-पोंछा कर साफ करना चाहिए. अगर कहीं नमी जमा हो जाए, तो वहां से बदबू और कीट पैदा हो जाते हैं, जिससे मुर्गियों में रोग फैलने का खतरा बढ़ जाता है. हफ्ते में एक बार चूना या कीटाणुनाशक दवा जरूर छिड़कें.

गर्माहट वाला खाना दें ताकि चूजों की Energy बनी रहे

सर्दियों में मुर्गियों को शरीर गर्म रखने के लिए ज्यादा ऊर्जा  की जरूरत होती है. इसलिए उनके खाने में गुड़, सरसों की खली, मकई या बाजरा मिलाकर देना फायदेमंद रहता है. चाहें तो रात में थोड़ा गुनगुना दलिया या पानी में मिला हुआ फीड भी दिया जा सकता है. इससे उनका पाचन सही रहता है और शरीर में गर्माहट बनी रहती है.

सही देखभाल करेंगे तो मुनाफा खुद बढ़ेगा

सर्दियों में मुर्गी पालन थोड़ा मेहनत वाला काम जरूर होता है, लेकिन अगर मुर्गियों को ठंड से बचा लिया जाए तो बाजार में इनकी मांग सबसे ज्यादा इसी मौसम में होती है. चाहे अंडे हों या मीट, दोनों के दाम ठंड में ज्यादा मिलते हैं. इसलिए अगर किसान थोड़ी सी सावधानी बरतें और ऊपर बताए गए उपायों को अपनाएं, तो सर्दियों का मौसम घाटा नहीं बल्कि सोना उगलने वाला साबित हो सकता है.

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Published: 16 Oct, 2025 | 09:45 PM

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