दूध देने वाले पशुओं को नहीं देना चाहिए अधिक पानी, जानें सही मात्रा और समय

अगर आप अपने दुधारू पशुओं को ज्यादा पानी पिलाते हैं, तो सावधान रहें. अधिक पानी देने से पाचन कमजोर होता है और दूध उत्पादन घट सकता है. जानिए विशेषज्ञों के अनुसार पशुओं को पानी पिलाने का सही समय और मात्रा क्या है.

Kisan India
नोएडा | Published: 7 Nov, 2025 | 10:20 PM

Dairy Farming : अगर आप सोचते हैं कि ज्यादा पानी पिलाने से दुधारू पशु ज्यादा दूध देंगे, तो यह आपकी सबसे बड़ी भूल है. विशेषज्ञों के अनुसार, पशुओं को जरूरत से ज्यादा पानी देना उनकी सेहत और दूध उत्पादन दोनों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है. पानी जितना जरूरी है, उतना ही संतुलन भी जरूरी है. आइए जानते हैं-पशुओं को कितना और कब पानी देना चाहिए ताकि वे स्वस्थ रहें और दूध उत्पादन पर कोई असर न पड़े.

दुधारू पशुओं के लिए पानी कितना जरूरी है

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पानी हर जीव के लिए जीवन का आधार है, लेकिन दुधारू पशुओं के लिए यह और भी अहम भूमिका निभाता है. सही मात्रा में पानी न मिलने पर उनका पाचन तंत्र बिगड़ सकता है, जिससे भूख कम हो जाती है और दूध उत्पादन घटता है. वहीं, बहुत ज्यादा पानी पिलाने से भी शरीर पर उल्टा असर पड़ता है. इसलिए, पशुओं को उनकी जरूरत और मौसम के हिसाब से ही पानी देना चाहिए.

पशुओं को पानी पिलाने का सही समय क्या है

विशेषज्ञों के अनुसार, दुधारू पशुओं को दिन में तीन बार पानी देना सबसे सही तरीका माना गया हैसुबह, दोपहर और शाम. सुबह पानी देने से उनका पाचन तंत्र मजबूत  होता है और शरीर तरोताजा रहता है. दोपहर के समय पानी देने से गर्मी में शरीर की नमी बनी रहती है और हीट स्ट्रेस से बचाव होता है. वहीं शाम को दूध निकालने से पहले पानी देने से दूध उत्पादन सामान्य और स्थिर रहता है. ध्यान रखें कि पशुओं को हमेशा साफ, ठंडा और ताजा पानी ही देना चाहिए, ताकि किसी भी तरह का संक्रमण या रोग न फैल सके.

कितनी मात्रा में दें पानी

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक दुधारू पशु  को रोजाना लगभग 30 से 50 लीटर पानी की जरूरत होती है. गर्मी के मौसम में यह मात्रा बढ़कर 40 से 60 लीटर तक पहुंच जाती है. वहीं, गर्भवती और दूध देने वाले पशुओं को सामान्य से लगभग 20 फीसदी अधिक पानी देना जरूरी होता है, क्योंकि उनके शरीर को दूध उत्पादन और पोषण दोनों की आवश्यकता होती है. सर्दी के मौसम में पानी की मात्रा थोड़ी कम की जा सकती है, लेकिन पानी हमेशा गुनगुना, साफ और स्वच्छ होना चाहिए, ताकि पशु को किसी तरह की सर्दी, जुकाम या संक्रमण की समस्या न हो.

ज्यादा पानी पिलाने के नुकसान

कई पशुपालक यह मानते हैं कि ज्यादा पानी पिलाने से दूध का उत्पादन बढ़ेगा, लेकिन सच इसका उल्टा है. जरूरत से ज्यादा पानी पीने से पशु का पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है, जिससे गैस, अपच और दस्त जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं. अधिक पानी के कारण बार-बार पेशाब लगने से शरीर के जरूरी मिनरल्स बाहर निकल जाते हैं, जिससे पशु में कमजोरी आने लगती है. इतना ही नहीं, शरीर का संतुलन बिगड़ने से दूध उत्पादन में भी कमी आती है और दूध की गुणवत्ता पर नकारात्मक असर पड़ता है. इसलिए पानी हमेशा संतुलित मात्रा में ही देना चाहिए.

साफ पानी ही क्यों जरूरी है

गंदा या ठहरा हुआ पानी दुधारू पशुओं  के लिए किसी जहर से कम नहीं. इसमें बैक्टीरिया और कीटाणु पनप जाते हैं, जो संक्रमण और रोग फैलाते हैं. इसलिए हर पशुपालक को चाहिए कि अपने पशुओं के पानी के बर्तन रोज साफ करें और पानी को छानकर दें. अगर संभव हो तो फिल्टर या हैंडपंप का पानी ही उपयोग करें.

पशुपालकों के लिए जरूरी सुझाव

  • पानी की मात्रा मौसम और पशु  की जरूरत के अनुसार तय करें.
  • दूध निकालने से पहले हमेशा पशु को साफ पानी दें.
  • गर्मी में दोपहर का पानी ठंडा और सर्दी में थोड़ा गुनगुना रखें.
  • गर्भवती और अधिक दूध देने वाले पशुओं को अतिरिक्त पानी दें.
  • पानी के टब या टंकी को रोज साफ करें और उसमें ताजा पानी भरें.

अगर पशु पानी पीने से मना करे या बार-बार पेशाब करे, तो तुरंत पशु चिकित्सक  से सलाह लें.

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Published: 7 Nov, 2025 | 10:20 PM

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