Bird Flu: नए साल पर यानी एक जनवरी को मार्केट में चिकन की मांग बढ़ जाती है. शहर से लेकर गांवों तक में लोग नए साल के आगमन पर पार्टियां करते हैं. इस दौरान चिकन से बने डिशेज परोसे जाते हैं. लेकिन इस बार लगता है कि चिकन के शौकीन लोगों का न्यू ईयर सेलिब्रेशन फीका पड़ सकता है, क्योंकि केरल में मुर्गियों में फिर से बर्ड फ्लू फैल गया है. ऐसे में आम लोगों में भय का माहौल बन गया है. लोग चिकन की खरीदारी करने से डर रहे हैं. हालांकि, अभी तक इंसानों में बर्ड फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, केरल के कोट्टायम और अलाप्पुझा जिलों के कुछ इलाकों में बर्ड फ्लू (H5N1) का मामला सामने आया है. इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने स्थिति की समीक्षा के लिए राज्य स्तरीय रैपिड रिस्पॉन्स टीम की बैठक बुलाई. उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य में अब तक इंसानों में बर्ड फ्लू का कोई मामला नहीं मिला है, लेकिन एहतियात बेहद जरूरी है.
दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील
स्वास्थ्य मंत्री ने मैदान स्तर पर सख्त निगरानी रखने और सभी से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की. स्वास्थ्य विभाग ने बर्ड फ्लू से निपटने के लिए विशेष गाइडलाइंस और तकनीकी निर्देश पहले ही जारी कर दिए हैं. प्रभावित जिलों में वन हेल्थ कम्युनिटी वॉलंटियर्स को जागरूकता फैलाने और रोकथाम के उपाय लागू करने की जिम्मेदारी दी गई है.
जिला स्तर पर कंट्रोल रूम बनाए गए हैं
इसके अलावा, कामकाज के बेहतर समन्वय के लिए जिला स्तर पर कंट्रोल रूम बनाए गए हैं. साथ ही यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि दवाइयां, पीपीई किट और अन्य सुरक्षा उपकरण पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहें. स्वास्थ्य विभाग प्रभावित इलाकों के लोगों पर बुखार और संबंधित लक्षणों के लिए नजदीकी निगरानी रख रहा है. जिन लोगों में तीव्र बदन दर्द, बुखार, खांसी या सांस लेने में दिक्कत होगी, उन्हें विशेष निगरानी में रखा जाएगा. किसी भी असामान्य पक्षी मृत्यु की सूचना पशुपालन विभाग को देना जरूरी है.
मरे हुए या संक्रमित पक्षियों को मत छुएं
हालांकि दूसरे देशों में स्तनधारी जानवरों में बर्ड फ्लू के मामले पाए गए हैं. केरल में ऐसा कोई मामला नहीं है. अधिकारियों ने निर्देश दिए हैं कि स्तनधारी जानवरों में अचानक मौत की भी रिपोर्ट की जाए. मरे हुए या संक्रमित पक्षियों को मत छुएं, और केवल अच्छी तरह पका हुआ मांस और अंडे ही खाएं. जो लोग कच्चा पोल्ट्री मांस या कचरा संभालते हैं, उनके लिए जोखिम अधिक है. उन्हें मास्क और दस्ताने जैसी सुरक्षा अपनानी चाहिए.