Punjab Agriculture News: पंजाब में बाढ़ (Punjab Floods) का पानी उतरने के बाद खासकर दुधारू पशुओं में संक्रामक बीमारियों (Infectious Diseases) का खतरा काफी बढ़ गया है. साथ ही पशु चिकित्सकों ने चिंता जताई है कि दूषित पानी और संक्रमित चारे के संपर्क में आने से दूध में हानिकारक बैक्टीरिया मिल सकते हैं. इससे इंसान के हेल्थ पर भी असर पड़ सकता है. हालांकि, पशुपालन विभाग (Animal Husbandry Department) ने एक अभियान शुरू किया है, जिसके तहत 30 सितंबर तक मवेशियों को हैमरेजिक सेप्टीसीमिया (HS) वैक्सीन की बूस्टर डोज मुफ्त दी जाएगी. यह वैक्सीन बैक्टीरिया से फैलने वाली गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए होती है.
वहीं, पशुपालन, डेयरी विकास और मत्स्य पालन मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने कहा कि विभाग ने एक एक्शन प्लान तैयार किया है, जिसे 21 सितंबर तक लागू किया जाएगा. इस प्लान में पानी से फैलने वाली बीमारियों और अन्य संक्रमणों से पालतू जानवरों को बचाने के उपाय शामिल हैं. खुड्डियां ने कहा कि सभी प्रभावित पशु आश्रयों और चारे रखने की जगहों की अच्छी तरह सफाई और सैनिटाइजेशन किया जाएगा. पशुपालन विभाग किसानों को फ्री में पोटैशियम परमैंगनेट के क्रिस्टल भी बांटेगा, ताकि पानी के टांकों को साफ किया जा सके और फुट-रॉट जैसी जानलेवा बीमारियों से बचाव हो सके.
4.81 लाख एकड़ में खड़ी फसलें खराब
ऐसे राज्य में बाढ़ के कारण करीब 4.81 लाख एकड़ में खड़ी फसलें खराब हो गईं और बड़ी मात्रा में जमीन सिल्ट से ढक गई है. अनुमान के मुताबिक, 713 गांवों में लगभग 2.53 लाख पशु प्रभावित हुए हैं. कई मवेशी बह गए या मारे गए हैं. इस बीच, पुनर्वास और आपदा प्रबंधन मंत्री हरदीप सिंह मुंडियान ने कहा कि राज्य सरकार ने बाढ़ से हुए नुकसान का सही आकलन करने और राहत व पुनर्वास कार्यों को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए नोडल चेयरमैन और सदस्य नियुक्त किए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने 2,303 ऐसे गांवों की पहचान की है जिन्हें तुरंत मदद की जरूरत है.
10 दिन का विशेष सफाई अभियान
उन्होंने कहा कि ये नोडल अधिकारी राहत सामग्री के वितरण की निगरानी करेंगे. साथ ही फसल नुकसान, घरों और पशुओं की क्षति का आकलन करने में मदद करेंगे. इसके अलावा प्रभावित परिवारों को समय पर मुआवजा दिलवाने के लिए जरूरी कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे. मंत्री ने सभी डिप्टी कमिश्नरों को निर्देश दिया है कि वे इन नोडल प्रतिनिधियों को पूरा सहयोग दें और जरूरी आंकड़े व संसाधन साझा करें. वहीं, बाढ़ प्रभावित शहरी इलाकों में 10 दिन का विशेष सफाई अभियान भी शुरू किया गया है.स्थानीय निकाय मंत्री रवजोत सिंह ने कहा है कि कि इस अभियान में सफाई कार्य, साफ पीने का पानी उपलब्ध कराना और बीमारियों से बचाव के लिए जरूरी स्वास्थ्य इंतजाम किए जाएंगे.