Champion Kisan: कहते हैं कि किसान से बड़ा वैज्ञानिक कोई नहीं होता और इस कहावत को सच साबित करने का काम किया है उत्तर प्रदेश के प्रगितिशील किसान दीपू शाही ने. जी हां, आज की हमारी ‘चैंपियन किसान’ की सीरीज में हम बात करेंगे यूपी के चैंपियन किसान दीपू शाही की, जिन्होंने प्राइवेट कंपनी की नौकरी छोड़ खेती का हाथ थाम लिया और आज उस खेती से न केवल अपने जीवन को आर्थिक तौर पर बदला है बल्कि अन्य किसानों के लिए भी मिसाल बन गए हैं. दीपू के सफलता के इस सफर में उन्हें सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को भी लाभ मिला. आज वो और उनका परिवार खेती-किसानी करता है और आत्म-सम्मान की जिंदगी जी रहा है. बता दें कि, किसान दीपू शाही अपने परिवार के साथ केले की खेती करते हैं और अबतक केले के हजारों पौधे लगा चुके हैं.
केले की खेती से की शुरुआत
उत्तर प्रदेश के महाराजपुर जिले के घुघली गांव के रहने वाले दीपक शाही 8 साल पहले तमिलनाडु के कोयम्बटूर सिटी में एक प्राइवेट कंपनी में काम करते थे. जब वह अपने गांव आए और अपने जमीन को खाली देखा तो उन्होंने अपने जमीन पर अलग खेती करने का फैसला किया. इसे फैसले के चलते उन्होंने अपनी 3 बीाघा जमीन पर केले की खेती की शुरुआत की. केले से पहले उनके खेतों में गेहूं और सरसों जैसी फसलों की खेती होती थी. आगे चलकर उन्होंने आधुनिक तरीकों के बारे में जानकारी लेकर केले की खेती से अच्छी कमाई शुरू कर दी.
3 हजार पौधों की रोपाई कर चुके हैं दीपू
दीपू शाही अपने आसपास के किसानों के लिए मिसाल बन गए हैं. उनके खेत के पास से गुजरने वाले लोग एक बार रुककर उनकी फसल जरूर देखते हैं. किसान दीपू शाही बताते हैं कि उन्होंने अपनी मेहनत के दम पर पहले गुजरात से जैन प्रजाति का और इजराइली जी-9 प्रजाति के केले का पौधा मंगाया. अब तक वे अपने खेत में केले के लगभग 3 हजार पौधों की रोपाई कर चुके हैं. दीपू शाही बताते हैं कि, केले की खेती से उनके जीवन में काफी बदलाव हुआ है.
नेपाल तक जाता है उनके खेत का केला
आज के समय में दीपू और उनका पूरा परिवार मिलकर केले की खेती करते हैं और अच्छी कमाई भी कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि उनके खेत से कटाई के बाद केला गोरखपुर,लखनऊ ,दिल्ली,राजस्थान सहित पड़ोसी देश नेपाल में भी जाता है. उन्होंने बताया कि सरकार की मदद से उन्होंने अपने खेत में ड्रिप सिंचाई सिस्टम लगवाया है. वे बताते हैं कि , पौधे की रोपाई के बाद करीब साल भर में केला तैयार हो जाता है.