अब विदेशों में भी चमकेगा बिहार का ब्रांड, पटना में खुला APEDA का पहला क्षेत्रीय कार्यालय

अब बिहार के किसान और निर्यातक सीधे पटना स्थित APEDA कार्यालय से रजिस्ट्रेशन, प्रमाणन, सलाह और बाजार जानकारी जैसी सेवाएं प्राप्त कर सकेंगे. इससे पहले बिहार के निर्यातकों को वाराणसी के APEDA कार्यालय पर निर्भर रहना पड़ता था.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 13 Sep, 2025 | 08:55 AM

बिहार के कृषि क्षेत्र में आज एक नया युग शुरू हुआ है. ऐसे समय जब किसान और महिला उद्यमी वैश्विक बाजार में कदम रखना चाहते हैं, केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने पटना में APEDA (कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण) का पहला क्षेत्रीय कार्यालय उद्घाटन किया. यह सिर्फ एक कार्यालय नहीं बल्कि बिहार के किसानों, महिला उद्यमियों और FPOs के लिए अवसरों का एक बड़ा केंद्र है, जो उनके उत्पादों को दुनिया के बाजार तक पहुंचाने में मदद करेगा.

पटना कार्यालय: किसानों को सीधे समर्थन

अब बिहार के किसान और निर्यातक सीधे पटना स्थित APEDA कार्यालय से रजिस्ट्रेशन, प्रमाणन, सलाह और बाजार जानकारी जैसी सेवाएं प्राप्त कर सकेंगे. इससे पहले बिहार के निर्यातकों को वाराणसी के APEDA कार्यालय पर निर्भर रहना पड़ता था. पटना कार्यालय से अब सभी प्रक्रियाएं तेज और आसान हो जाएंगी, जिससे किसानों को समय और मेहनत की बचत होगी.

बिहार के खास कृषि उत्पादों की दुनिया में पहचान

बिहार में शाही लीची, जर्दालु आम, मिथिला मखाना, मगही पान जैसे उत्पाद GI टैग के साथ वैश्विक पहचान बना चुके हैं. उद्घाटन के मौके पर महिला उद्यमी नेहा आर्या ने मिथिला मखाना का 7 मीट्रिक टन का निर्यात न्यूजीलैंड, कनाडा और अमेरिका के लिए शुरू किया. यह न केवल बिहार की महिलाओं के लिए प्रेरणा है बल्कि यह दिखाता है कि बिहार के उत्पाद अब अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी जगह बनाने लगे हैं.

FPO और स्टार्टअप्स के लिए नई संभावनाएं

APEDA पटना कार्यालय किसानों, FPOs और FPCs को वैश्विक बाजार तक पहुंच बनाने में मदद करेगा. पिछले तीन सालों में APEDA ने बिहार में किसानों को प्रशिक्षण, पैकेजिंग, लॉजिस्टिक्स और अंतरराष्ट्रीय मानकों की जानकारी दी है. मई 2025 में पटना में हुए इंटरनेशनल क्रेता-विक्रेता सम्मेलन में 22 देशों के 70 से अधिक खरीदारों ने भाग लिया, जिससे बिहार के उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान मिली.

बिहार के कृषि निर्यात को मिलेगा बढ़ावा

APEDA की मदद से बिहार ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं. वर्ष 2024-25 में मिथिला मखाना UAE और USA को निर्यात किया गया. 2023 में जर्दालु आम, तिलकुट और तिल लड्डू जैसे पारंपरिक उत्पाद विदेशों तक पहुंचे. शाही लीची की सस्टेनेबल पैकेजिंग और NRC लीची, NRC मखाना जैसे संस्थानों के सहयोग से बिहार के उत्पादों की गुणवत्ता और निर्यात बढ़ा है.

किसानों और महिला उद्यमियों के लिए अवसरों का नया केंद्र

पटना में APEDA कार्यालय खुलने से बिहार के किसान, महिला उद्यमी और स्टार्टअप्स अब सीधे वैश्विक बाजार से जुड़ सकेंगे. यह कार्यालय बिहार को उच्च मूल्य और टिकाऊ कृषि निर्यात का केंद्र बनाने में मदद करेगा. केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से अब बिहार के कृषि उत्पाद दुनिया में अपनी चमक बिखेर रहे हैं, और किसानों को नए अवसर मिल रहे हैं.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

अमरूद के उत्पादन में सबसे आगे कौन सा प्रदेश है?

Side Banner

अमरूद के उत्पादन में सबसे आगे कौन सा प्रदेश है?