पंजाब के कपूरथला में धान की बंपर खरीद, 1.5 लाख टन के पार पहुंचा आंकड़ा.. 338 करोड़ का भुगतान

डिप्टी कमिश्नर ने भरोसा दिलाया कि किसानों की हर एक दाने की फसल खरीदी जाएगी. सभी खरीद केंद्रों पर पूरी व्यवस्था की गई है ताकि खरीद प्रक्रिया में कोई परेशानी न हो. अधिकारियों को मंडियों का नियमित दौरा करने और व्यवस्था पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं.

Kisan India
नोएडा | Published: 14 Oct, 2025 | 06:52 PM

Paddy Procurement: पंजाब के कपूरथला जिले में धान की खरीद प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है. अब तक कुल 1.5 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा धान की खरीद हो चुकी है. डिप्टी कमिश्नर अमित कुमार पंचाल ने कहा है कि अब तक विभिन्न खरीद एजेंसियों ने 1,51,721.91 मीट्रिक टन धान मंडियों से खरीदा है. किसानों के खातों में अब तक कुल 338.61 करोड़ रुपये की भुगतान राशि तय समय पर ट्रांसफर की जा चुकी है. एजेंसियों में मार्कफेड ने सबसे ज्यादा 52,556.98 मीट्रिक टन धान खरीदा है, इसके बाद पनग्रेन ने 51,505.91 मीट्रिक टन, पनसप ने 34,079.12 मीट्रिक टन और पंजाब स्टेट वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन ने 13,277.90 मीट्रिक टन धान खरीदा है. कुल खरीदी गई धान में से 1,12,217.92 मीट्रिक टन धान पहले ही मंडियों से उठा ली गई है, जो निर्धारित लक्ष्य से 106 फीसदी अधिक है.

डिप्टी कमिश्नर ने भरोसा दिलाया कि किसानों की हर एक दाने की फसल खरीदी जाएगी. सभी खरीद केंद्रों पर पूरी व्यवस्था की गई है ताकि खरीद प्रक्रिया में कोई परेशानी न हो. अधिकारियों को मंडियों का नियमित दौरा करने और व्यवस्था पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं, फगवाड़ा आढ़ती एसोसिएशन की कार्यकारी समिति की बैठक मंडी और एसोसिएशन अध्यक्ष नरेश भारद्वाज की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें धान खरीद  व्यवस्था की समीक्षा की गई. बैठक में सदस्यों ने मार्केट कमेटी और खरीद एजेंसियों द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं पर संतोष जताया और कहा कि मंडी में कामकाज सुचारू रूप से चल रहा है.

क्या कहते हैं अधिकारी

द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, दिवाली और विश्वकर्मा जयंती की शुभकामनाएं देते हुए नरेश भारद्वाज ने कहा कि विभाग की ओर से पर्याप्त मात्रा में बारदाने की व्यवस्था कर दी गई है और खरीद प्रक्रिया तेजी से चल रही है. उन्होंने माना कि हाल ही में हुई बारिश  से कुछ असुविधा जरूर हुई थी, लेकिन अब धान की आमद और खरीद दोनों पूरी रफ्तार से हो रही हैं. उन्होंने किसानों से अपील की कि वे अपनी फसल मंडी में लाने में जल्दबाजी न करें और यह सुनिश्चित करें कि धान अच्छी तरह सूखा हुआ हो और उसमें नमी न हो, ताकि सरकारी गुणवत्ता मानकों के अनुसार उन्हें उनकी फसल का पूरा मूल्य मिल सके और बिक्री के समय कोई दिक्कत न हो.

सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे के बीच धान काटने की सलाह

भारद्वाज ने किसानों को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे के बीच फसल काटने की सलाह  दी ताकि सुबह की ओस के कारण धान में नमी न बढ़े. उन्होंने चेताया कि अधिक नमी वाला धान सुखाने में अतिरिक्त खर्च और मेहनत की वजह बनता है. बैठक में एसोसिएशन के वरिष्ठ सदस्य हुसन सिंह घुम्मन, पंडित राम सिंह जोशी, राकेश प्रभाकर, अनिल गुप्ता, विकास गुप्ता राजू, विनीत सूद, अश्वनी कुमार, सनी, प्रवेश गुप्ता, राजीव अग्रवाल, दीपक अग्रवाल और प्रमोद दुग्गल शामिल हुए.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

आम धारणा के अनुसार अमरूद की उत्पत्ति कहां हुई?

Side Banner

आम धारणा के अनुसार अमरूद की उत्पत्ति कहां हुई?