Red Jackfruit Cultivation: देश में बागवानी फसलों का चलन तेजी से बढ़ रहा है. केंद्र सरकार के साथ-साथ साथ राज्य सरकारें भी सब्जी की खेती को बढ़ावा दे रही हैं. इसके लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है. ऐसे तो किसान बागवानी में कई फसलों की खेती कर रहे हैं, लेकिन इन दिनों कटहल में किसानों की दिलचस्पी ज्यादा बढ़ गई है. क्योंकि यह एक ऐसा फल है, जिसका सबसे अधिक इस्तेमाल सब्जी के रूप में किया जाता है. यही वजह है कि इसकी मार्केट में सालों मांग रहती है. लेकिन आज हम कटहल की जिस किस्म के बारे में बात करने जा रहे हैं, उसका गुदा मांस की तरह दिखने में लाल लगता है. खास बात यह है कि इसकी सब्जी भी चिकन-मटन की तरह टेस्टी होती है. इसकी खेती करने पर किसानों की बंपर कमाई होगी. ऐसे भी मार्केट में इसका रेट सामान्य कटहल के मुकाबले ज्यादा होता है.
इस खास तरह की किस्म का नाम लाल कटहल है. किसान इसकी खेती ग्राफ्टेड विधि से करते हैं. ऐसे लाल कटहल का पौधा रोपाई के 2 से 4 साल बाद फल देना शुरू कर देता है. एक पेड़ पर 50 से 300 तक फल आ सकते हैं. इसकी मुख्य पैदावार जून से सितंबर के बीच होती है, लेकिन कुछ खास किस्में पूरे साल फल देती हैं. इसके बीज और गूदा दोनों ही औषधीय कामों में आते हैं और खेती के लिहाज से यह किसानों के लिए फायदेमंद है.
250 रुपये में मिलता है एक पौधा
लाल कटहल के पौधे करीब 200 से 250 में रुपये मिल जाते हैं. पौधे की ऊंचाई और ग्राफ्टिंग की क्वालिटी के हिसाब से इसकी कीमत थोड़ी ऊपर-नीचे हो सकती है. अगर किसान आलू, बैंगन, भिंडी की खेती से कुछ अलग करना चाहते हैं, तो लाल कटहल एक बढ़िया विकल्प है. यह स्वाद, पोषण और मुनाफे तीनों की गारंटी देता है. गांव हो या शहर, दोनों बाजारों में अच्छी कमाई का मौका देता है.
लाल कटहल में मौजूद हैं ये सारे तत्व
खास बात यह है कि भले ही इस कटहल का गुदा लाल है, लेकिन यह पूरी तरह से शाकाहारी है. इसका स्वाद हल्का मीठा होता और सेहत के लिए फायदेमंद है. इस लाल कटहल में विटामिन C, पोटैशियम, फाइबर, लाइकोपीन और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर होते हैं. इसका सेवन करने से शरीर की इम्युनिटी बढ़ती है और दिल स्वस्थ रहता है. इसकी खेती यूपी, बिहार सहित कई राज्यों में हो रही है. लाल कटहल में फाइबर ज्यादा होता है, जिससे कब्ज की समस्या दूर होती है और पाचन सही रहता है. इसमें मौजूद पोटैशियम और मैग्नीशियम ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मदद करते हैं.