रहस्यमयी पेड़ जिससे बहता है इंसानों जैसा लाल खून, जानिए इस तरल का अद्भुत राज

आज के समय में ड्रैगन ब्लड ट्री की संख्या तेजी से घट रही है. वजह है जलवायु परिवर्तन, अत्यधिक कटाई और इंसानी गतिविधियां. सोकोट्रा द्वीप पर लगातार तापमान बढ़ने और बारिश कम होने से ये पेड़ धीरे-धीरे सूखने लगे हैं.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 23 Sep, 2025 | 11:45 AM

Dragon Blood Tree: सोचिए, आप जंगल में घूम रहे हैं और अचानक आपकी नजर एक ऐसे पेड़ पर पड़ती है, जिसे जैसे ही हल्का सा घाव दिया जाए, उसमें से इंसानी खून जैसा गाढ़ा लाल तरल बहने लगे. क्या यह किसी जादू का असर है या प्रकृति का अद्भुत खेल? यह कोई कहानी नहीं, बल्कि हकीकत है. दुनिया में सचमुच एक ऐसा पेड़ मौजूद है जिसे काटने पर खून जैसे लाल फव्वारे निकलते हैं. इस अनोखे पेड़ का नाम है ड्रैगन ब्लड ट्री, जिसे देखकर वैज्ञानिक भी हैरान हैं और लोग इसे धरती का सबसे रहस्यमय चमत्कार मानते हैं.

कहां पाया जाता है यह पेड़

ड्रैगन ब्लड ट्री ज्यादातर यमन के सोकोट्रा द्वीप पर पाया जाता है. यह द्वीप समुद्र के बीचों-बीच है और अपनी अनोखी खूबसूरती और दुर्लभ पेड़-पौधों के लिए मशहूर है. यहां का मौसम गर्म और सूखा रहता है, जो इस पेड़ के लिए बिल्कुल सही माना जाता है. इसका आकार भी बहुत अलग है. दूर से देखने पर यह ऐसा लगता है जैसे किसी ने छतरी को उल्टा रख दिया हो. यही अनोखा रूप इसे और खास बना देता है.

क्यों निकलता है लाल रंग का रस

इस पेड़ से निकलने वाला लाल रस असल में एक तरह का गोंद (रेजिन) होता है. यह गोंद पेड़ की सुरक्षा करता है. जब पेड़ की टहनी या तना कटता है तो यह गोंद बाहर निकलता है और घाव को भरने का काम करता है. इसका गाढ़ा और चमकीला लाल रंग देखकर ही लोग इसे खून समझ लेते हैं. प्राचीन समय में लोग इसे जादू और चमत्कार से जोड़ते थे और मानते थे कि इसमें कोई रहस्यमय शक्ति छुपी है.

पुराने जमाने में इसका इस्तेमाल

ड्रैगन ब्लड ट्री का लाल गोंद बहुत कीमती माना जाता है. हजारों साल पहले मिस्र और अरब देशों में इसका उपयोग दवाइयां बनाने, रंगाई, पूजा-पाठ और घाव भरने के लिए किया जाता था. कहा जाता है कि इससे बने पाउडर को अगरबत्ती और धूप में भी मिलाया जाता था, जिससे खुशबू आती है. आज भी कुछ जगहों पर इसका इस्तेमाल पेंट और वार्निश बनाने में किया जाता है.

अब क्यों खतरे में है यह पेड़

आज के समय में ड्रैगन ब्लड ट्री की संख्या तेजी से घट रही है. वजह है जलवायु परिवर्तन, अत्यधिक कटाई और इंसानी गतिविधियां. सोकोट्रा द्वीप पर लगातार तापमान बढ़ने और बारिश कम होने से ये पेड़ धीरे-धीरे सूखने लगे हैं. वैज्ञानिकों और पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि अगर समय रहते कदम नहीं उठाए गए तो आने वाले सालों में यह पेड़ केवल किताबों और तस्वीरों में ही रह जाएगा.

क्यों जरूरी है इसका संरक्षण

यह पेड़ न सिर्फ देखने में अद्भुत है बल्कि औषधीय और धार्मिक महत्व भी रखता है. इसलिए इसके संरक्षण के लिए कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं काम कर रही हैं. स्थानीय लोग भी अब इसके पेड़ को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि आने वाली पीढ़ियां भी इस अद्भुत पेड़ का चमत्कार अपनी आंखों से देख सकें.

ड्रैगन ब्लड ट्री हमें यह सिखाता है कि प्रकृति के पास ऐसे कई रहस्य छुपे हैं जिन्हें समझना इंसानों के लिए अब भी मुश्किल है. इसका लाल रस सिर्फ एक अनोखी चीज नहीं, बल्कि धरती की अद्भुत और अनमोल सुंदरता का जिंदा सबूत है.

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