Wheat Farming: रबी सीजन की शुरुआत होने वाली है और इस मौसम में किसान बड़े पैमाने पर गेहूं की खेती करते हैं. लेकिन उनके सामने एक सवाल हमेशा रहता है कि वे गेहूं की ऐसी कौन सी किस्म का चुनाव करें जो उन्हें अच्छा उत्पादन दें. किसानों की इस दुविधा का समाधान करते हुए भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI), पूसा, नई दिल्ली गेहूं की उन्नत किस्म HD 3410 लेकर आई है, जो कि किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगी. यह किस्म विशेष रूप से उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और मध्य प्रदेश जैसे सिंचाई वाले इलाकों के लिए बेस्ट मानी जा रही है. साथ ही इस किस्म से तैयार गेहूं का आटा ब्रेड, बिस्किट जैसे बेकरी प्रोडक्ट्स बनाने के भी काम आ सकता है.
कम पानी में भी अच्छी पैदावार
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI), पूसा, नई दिल्ली द्वार विकसित की गई गेहूं की उन्नत किस्म HD 3410 की सबसे बड़ी खासियत है कि ये कम पानी में भी अच्छी पैदावार देती है. लेकिन सिंचाई में देरी इस किस्म के लिए हानिकारक हो सकती है. इसलिए इसकी खेती के लिए ऐसे इलाके बेस्ट माने जाते हैं जहां नहर, नदियां, तालाब या ट्यूबवेल जैसी सिंचाई सुविधाएं उपलब्ध हैं. इन इलाकों में किसान इसकी खेती से बंपर कमाई कर सकते हैं. इस किस्म को विशेष रूप से उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और मध्य प्रदेश जैसे सिंचाई वाले इलाकों के लिए ही विकसित किया गया है.
तेज हवा में भी खड़े रहेगी फसल
गेहूं की इस उन्नत किस्म के पौधों की ऊंचाई लगभग 100 से 105 सेंटीमीटर तक होती है. पौधों की ऊंचाई कम है, लेकिन मजबूत है. यही कारण है कि तेज हवा या ओलावृष्टि होने पर भी फसल खड़ी रहती है और उसे कोई नुकसान नहीं पहुंचता है. इसके अलावा यह किस्म जल्दी पकने वाली है, जिससे किसान अगली फसल की तैयारी भी समय पर कर सकते हैं. किसानों के लिए गेहूं की इस किस्म के बीज 3 अक्टूबर से खरीद के लिए उपलब्ध किए जाएंगे.
बेकरी प्रोडक्ट्स के लिए परफेक्ट है ये किस्म
IARI द्वारा विकसित गेहूं की उन्नत किस्म HD 3410 से तैयार आटा रोटी, ब्रेड, बिस्किट और दूसरी अच्छी क्वालिटी वाले प्रोडक्ट्स बनाने के लिए बहुत ही बढ़िया माना जा रहा है. इसका स्वाद और क्वालिटी दोनों ही बेहतरीन हैं. इसलिए यह किस्म किसानों के लिए एक अच्छा विकल्प बन रही है. इससे उन्हें अच्छी पैदावार के साथ-साथ अच्छी कमाई भी हो सकती है.