Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में खाद की किल्लत लगातार गहराती जा रही है. किसानों को खेतों के लिए खाद नहीं मिल पा रही है, जिसकी वजह से उन्हें लंबी-लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ रहा है. बीते कुछ सप्ताह में मध्य प्रदेश के मुरैना, रीवा और जयपुर समेत कुछ अन्य शहरों में खाद की लाइन में लगे किसानों पर लाठियां बरसाई तो कुछ जगहों पर देरी और लाइन में लगने को लेकर किसान आपस में भिड़ गए. इस हालात को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सरकार पर बड़ा हमला बोला और कहा कि भाजपा सरकार के पास न नीति है और नीयत.
हर जिले से आ रही खाद की कमी की खबर
कमलनाथ ने कहा कि पिछले दो महीनों से प्रदेश के हर हिस्से से खाद संकट की खबरें आ रही हैं. कई जगह किसान घंटों लाइन में खड़े रहते हैं, फिर भी उन्हें खाद नहीं मिलती. कुछ जिलों में किसानों के बीच धक्का-मुक्की और मारपीट तक की नौबत आ गई है. पुलिस द्वारा किसानों पर लाठीचार्ज की घटनाएं भी हुईं. यह हाल उस प्रदेश का है, जहां 70 प्रतिशत आबादी खेती पर निर्भर है.
मध्य प्रदेश खाद संकट में देश का अव्वल राज्य बनता जा रहा है। प्रदेश के कई ज़िलों में खाद के लिए परेशान किसानों में आपसी मारपीट की ख़बरें भी सामने आने लगी हैं।
अगर ध्यान से देखें तो पिछले दो महीनों में प्रदेश के हर इलाक़े से खाद की क़िल्लत के समाचार आए हैं। किसानों को लंबी लंबी… pic.twitter.com/dA537Hquiu
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) September 16, 2025
नकली खाद और बढ़ी परेशानी
कमलनाथ ने आरोप लगाया कि खाद न मिलने की समस्या के बीच नकली खाद मिलने की शिकायतें भी लगातार सामने आ रही हैं. किसान पहले ही लागत और मौसम की मार से जूझ रहे हैं और अब नकली खाद ने उनकी मुसीबत और बढ़ा दी है. उन्होंने कहा कि सरकार न तो असली खाद उपलब्ध करा पा रही है और न ही नकली खाद बेचने वालों पर सख्त कार्रवाई कर रही है.
सरकार की चुप्पी और झूठे आश्वासन
कमलनाथ ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि अब तक यह भी स्पष्ट नहीं किया गया कि प्रदेश में कितनी खाद की उपलब्धता है और कितनी जरूरत है. सरकार किसानों को केवल आश्वासन और झूठे बयान देती रही. जब किसानों की नाराजगी बढ़ी तो उनकी आवाज दबाने की कोशिश की गई. उन्होंने कहा कि यह हालात सरकार की नाकामी और कुप्रबंधन को उजागर करते हैं.
कमलनाथ की सरकार से मांग
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार को तुरंत हर जिले में खाद की मांग और आपूर्ति का अंतर साफ करना चाहिए. उन्होंने मांग की कि किसी भी हाल में एक हफ्ते के भीतर किसानों को पर्याप्त खाद उपलब्ध कराई जाए, ताकि उनकी फसल बर्बाद न हो. कमलनाथ ने किसानों से अपील की कि वे हिम्मत न हारें और सरकार से अपने अधिकार की मांग करते रहें.