किसान कैसे करें खरीफ की बुवाई, 1.14 लाख टन यूरिया की कमी..अब केंद्र से अपील

तेलंगाना में खरीफ सीजन की शुरुआत से पहले यूरिया की भारी कमी है. राज्य सरकार ने केंद्र पर तय मात्रा से कम आपूर्ति का आरोप लगाया है. अब तक 3.3 में से सिर्फ 2.16 लाख मीट्रिक टन यूरिया ही मिला है.

वेंकटेश कुमार
नोएडा | Updated On: 5 Jun, 2025 | 10:43 AM

तेलंगामा में धान की भारी किल्लत हैं. ऐसे में खरीफ फसल की रोपाई के समय किसानों को उर्वरक किल्लत का सामना करना पड़ सकता है. हालांकि, राज्य सरकार ने कहा है कि पिछले दो महीनों में केंद्र सरकार ने तय मात्रा के अनुसार यूरिया की आपूर्ति नहीं की, जिससे तेलंगाना में यूरिया की कमी हो गई है. राज्य सरकार ने कहा कि 2025–26 खरीफ सीजन के लिए केंद्र ने तेलंगाना को 9.8 लाख मीट्रिक टन यूरिया आवंटित किया है और महीनेवार आपूर्ति का प्लान भी जारी किया गया था. लेकिन अप्रैल और मई में यह आपूर्ति तय मात्रा से काफी कम रही.

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल में 1.7 लाख मीट्रिक टन के मुकाबले केवल 1.22 लाख मीट्रिक टन और मई में 1.6 लाख मीट्रिक टन के मुकाबले सिर्फ 0.94 लाख मीट्रिक टन यूरिया भेजा गया. यानी दो महीनों में कुल 3.3 लाख मीट्रिक टन में से सिर्फ 2.16 लाख मीट्रिक टन यूरिया ही मिला. यानी राज्य में अभी 1.14 लाख मीट्रिक टन की कमी है. तेलंगाना सरकार का कहना है कि यदि धान रोपाई से पहले प्रयाप्त मात्रा में आपूर्ति नहीं की गई तो, प्रदेश में खाद की किल्लत हो सकती है.

आवंटन के अनुसार यूरिया आपूर्ति की मांग

हालांकि, राज्य सरकार ने यूरिया की कमी के लिए आयातित यूरिया की देर से आपूर्ति को जिम्मेदार ठहराया है, जिससे सप्लाई शेड्यूल प्रभावित हुआ है. अब जब बुआई का समय नजदीक है, तो अधिकारी केंद्र सरकार से अपील कर रहे हैं कि मांग पूरी करने के लिए देश में उत्पादित यूरिया को तेलंगाना की ओर मोड़ा जाए. 19 मई को कृषि निदेशक ने दिल्ली में केंद्रीय उर्वरक मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात की और आवंटन के अनुसार यूरिया आपूर्ति की मांग की. कृषि मंत्री थुम्माला नागेश्वर राव भी जल्द ही दिल्ली जाकर केंद्रीय उर्वरक मंत्री से इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे.

पंजाब में डीएपी की किल्लत

बता दें कि खाद की किल्लत केवल तेलंगाना ही नहीं, बल्कि पंजाब में भी है. पंजाब में खरीफ सीजन में धान और मक्का की फसल के लिए राज्य को कुल 2 लाख मीट्रिक टन डीएपी की जरूरत होती है, लेकिन अब तक सिर्फ 47,000 मीट्रिक टन ही उपलब्ध कराया गया है. यानी पंजाब में अभी भी लगभग 76.5 फीसदी DAP की कमी है. अप्रैल में 16,000 मीट्रिक टन और मई में 31,000 मीट्रिक टन खाद केंद्र सरकार ने राज्य को भेजा है.

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Published: 5 Jun, 2025 | 10:35 AM

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