भारत में नारियल उत्पादन में कौन सा राज्य सबसे आगे, देखें लिस्ट में पिछड़ गए केरल और तमिलनाडु

केरल में नारियल उत्पादन में गिरावट आई है, जबकि कर्नाटक ने बढ़ती पैदावार और नई तकनीक के साथ देश में पहला स्थान हासिल कर लिया है. किसानों की नई रणनीतियां और वैज्ञानिक खेती ने कर्नाटक को सबसे बड़ा उत्पादक बना दिया है.

Saurabh Sharma
नोएडा | Published: 19 Oct, 2025 | 07:20 PM

Coconut Production : कर्नाटक ने एक बड़ा रिकॉर्ड बना लिया है, अब अगर आप पूछें कि भारत में सबसे ज्यादा नारियल कहां उगता है, तो जवाब होगा- कर्नाटक. लंबे समय तक केरल को नारियल उत्पादन का राजा माना जाता था, लेकिन अब कर्नाटक ने इसे पीछे छोड़कर पहला स्थान हासिल कर लिया है. सिर्फ नारियल नहीं, बल्कि बॉल कोपरा (सूखा नारियल) में भी कर्नाटक ने बाजी मारी है. इस बदलाव के पीछे हैं कुछ नए ट्रेंड, वैज्ञानिक खेती और किसानों की मेहनत.

कर्नाटक ने बनाया इतिहास

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 2022-23 में कर्नाटक ने लगभग 595 करोड़ नारियल उत्पादन कर केरल (563 करोड़) को पीछे छोड़ दिया. 202324 के शुरुआती आंकड़े और भी शानदार हैं- कर्नाटक 726 करोड़ नारियल उत्पादन के साथ पहले स्थान पर है, जबकि तमिलनाडु 578 करोड़ और केरल 564 करोड़ नारियल के साथ दूसरे और तीसरे नंबर पर हैं. यह सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि कर्नाटक के किसानों की मेहनत और नए तरीकों का नतीजा है.

केरल की खेती में गिरावट के कारण

केरल लंबे समय तक भारत में नारियल उत्पादन में नंबर 1 रहा है, लेकिन हाल के वर्षों में उत्पादन में गिरावट आई है. मुख्य कारण हैं- पर्यटन के बढ़ने से लोग खेती छोड़कर टूरिज्म में लग गए, युवा पीढ़ी खेती की बजाय नौकरी और व्यापार में रुचि लेने लगी, और उन्नत खेती  न अपनाने के कारण पैदावार कम हो रही है. इन वजहों से केरल धीरे-धीरे नारियल उत्पादन में पीछे खिसक गया और अब अन्य राज्य, जैसे कर्नाटक, आगे बढ़ गए हैं.

कर्नाटक में वीकेंड एग्रीकल्चर का बड़ा फायदा

कर्नाटक में एक नया ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है- वीकेंड एग्रीकल्चर. शहरों में काम करने वाले लोग हफ्ते में पांच दिन ऑफिस जाते हैं और वीकेंड पर अपने खेतों में जाकर नारियल की खेती करते हैं. इससे खेती में नई तकनीकें आती हैं और पैदावार बढ़ती है. खासकर तूमकूरु, हासन और मंड्या जिले मिलकर कर्नाटक के कुल नारियल उत्पादन का लगभग 80 फीसदी हिस्सा दे रहे हैं.

वैज्ञानिक खेती ने दिया बढ़त

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक में नारियल की खेती अब नई तकनीक और वैज्ञानिक तरीकों से हो रही है, जिससे उत्पादन में बड़ा फर्क दिखाई दे रहा है. किसान पहले मिट्टी की गुणवत्ता की जांच कर सही प्रकार का खाद डालते हैं, जिससे जमीन में पोषण की कमी नहीं होती. बेहतर सिंचाई तकनीक अपनाकर कम पानी में भी अधिक उत्पादन संभव हो रहा है. इसके साथ ही नई किस्मों का विकास किया गया है, जो कम समय में ज्यादा फल देती हैं. इन सुधारों और आधुनिक तकनीकों के कारण कर्नाटक के किसान नारियल उत्पादन में केरल को पीछे छोड़ने में सफल हुए और अब राज्य देश का नंबर वन उत्पादक बन चुका है

बॉल कोपरा में भी कर्नाटक का दबदबा

केवल ताजा नारियल  ही नहीं, बल्कि बॉल कोपरा (सूखा नारियल) में भी कर्नाटक ने बाजी मारी है. भारत के कुल बॉल कोपरा उत्पादन का 72.8 फीसदी हिस्सा अब कर्नाटक में आता है. इससे राज्य की नारियल उद्योग की प्रतिष्ठा और आमदनी दोनों में बढ़ोतरी हुई है. किसान अब सिर्फ स्थानीय बाजार ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी नारियल और बॉल कोपरा बेच रहे हैं.

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Published: 19 Oct, 2025 | 07:20 PM

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