धान को सालों तक कीड़ों से बचाएं, जानिए घर में सुरक्षित स्टोरेज के असरदार देसी और आधुनिक तरीके

धान की कटाई के बाद उसे लंबे समय तक सुरक्षित रखना किसानों के लिए सबसे बड़ी चुनौती है. थोड़ी सी नमी या गलत स्टोरेज से धान जल्दी खराब हो जाता है. पुराने समय में धान को खास तकनीकों से सालों तक सुरक्षित रखा जाता था. कुछ सरल देसी और आधुनिक उपाय आज भी धान को सुरक्षित रखने में सबसे भरोसेमंद हैं.

Saurabh Sharma
नोएडा | Published: 4 Dec, 2025 | 06:45 AM

Paddy Storage : सर्दियों का मौसम शुरू होते ही खेतों में धान की कटाई का काम तेज हो जाता है. कटाई के बाद किसानों के सामने सबसे बड़ी समस्या यह होती है कि धान को लंबे समय तक घर में कैसे सुरक्षित रखा जाए. कई बार नमी, कीड़े और गलत स्टोरेज के कारण धान खराब हो जाता है. लेकिन पुराने समय में धान को इस तरह से रखा जाता था कि वह सालों तक बिल्कुल सुरक्षित रहता था-न नमी लगती थी, न कीड़े लगते थे. आज भी वही तरीके अपनाकर किसान अपने धान को कई साल तक खराब होने से बचा सकते हैं.

धान को स्टोर करने से पहले अच्छी तरह साफ करना जरूरी

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, धान को लंबे समय तक सुरक्षित रखने की शुरुआत इसकी सफाई से होती है. पहले के समय में धान की गहाई के लिए एक साफ और मजबूत जगह बनाई जाती थी, जिसे खलियान कहते थे. इस जगह को गोबर से लिपा जाता था ताकि मिट्टी मजबूत हो जाए और किसी तरह की नमी जमीन से धान तक न पहुंच सके. धान के लोंगे को खलियान पर फैलाकर बैलगाड़ी से दबाया जाता था, जिससे धान और पुआल  अलग हो जाते थे. इसके बाद धान को हाथ से उड़ाई कर साफ किया जाता था. यह सफाई बहुत जरूरी है क्योंकि गंदगी या नमी वाले दाने जल्दी खराब हो जाते हैं.

धान को नमी से बचाने के देसी और असरदार तरीके

धान को हमेशा सूखी जगह पर फैलाकर पूरी तरह सुखाना बेहद जरूरी है. अगर दाने में थोड़ी भी नमी रह गई, तो स्टोरेज में कीड़े लगने का खतरा बढ़ जाता है. पुराने समय में धान को पाटन और कोठी नाम की संरचनाओं में रखा जाता था. ये लकड़ी, मिट्टी या बांस से बने लंबे डिब्बे होते थे, जो पूरी तरह बंद रहते थे. इनकी खासियत यह थी कि इनमें हवा अंदर नहीं जाती थी और नमी रुक जाती थी. ऊपर से धान को मिट्टी , राख या पुआल की परत से पूरी तरह बंद कर दिया जाता था. इससे धान पूरे साल सूखा, सुरक्षित और कीट-मुक्त रहता था.

सालों तक ऐसे रहती थी धान पूरी तरह सुरक्षित

पाटन या कोठी में रखी गई धान न तो आसानी से खराब होती थी और न उसमें कीड़े लगते थे. इसके तीन बड़े कारण थे-

  • हवा का प्रवेश बंद होना
  • नमी का कंट्रोल
  • धान की भरपूर सफाई

धान को सीधे जमीन पर नहीं रखा जाता था. नीचे पुआल या सूखी लकड़ी  बिछाई जाती थी ताकि नमी नीचे से ऊपर न जा सके. इस तरह स्टोर की गई धान कई साल तक खराब नहीं होती थी. आज भी यह तरीका सबसे सुरक्षित माना जाता है.

आज के समय में किसान क्या तरीका अपनाएं?

अगर किसान परंपरागत  तरीके इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं, तो कुछ आसान आधुनिक उपाय धान को लंबे समय तक सुरक्षित रख सकते हैं-

  • धान को अच्छी तरह सुखाकर ही स्टोर करें.
  • प्लास्टिक के ड्रम, लोहे के बॉक्स या एयरटाइट कंटेनर में रखें.
  • नीचे और ऊपर पुआल या अखबार बिछा दें.
  • स्टोरेज जगह को साफ, सूखा और ठंडा रखें.
  • हर 20-25 दिन में कंटेनर खोलकर धान को हवा दिखाएं.
  • अगर जरूरत हो तो नीम की पत्तियां ऊपर डाल दें, यह कीड़ों से बचाती हैं.

इन आसान उपायों से धान लंबे समय तक सुरक्षित रहता है, नमी नहीं लगती और कीड़ों का हमला नहीं होता. आज भी पुराने जमाने की स्टोरेज तकनीकें धान को सुरक्षित रखने के सबसे भरोसेमंद तरीके मानी जाती हैं.

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Published: 4 Dec, 2025 | 06:45 AM

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