खनौरी-शंभू मोर्चे से गायब किसानों के ट्रैक्ट्रर-ट्रॉली अफसर के घर मिले, किसान नेताओं ने आंदोलन की चेतावनी दी

किसानों ने आरोप लगाया था कि आठ महीने पहले शंभू और खनौरी बॉर्डर पॉइंट पर विरोध प्रदर्शन के दौरान उनकी ट्रैक्टर ट्रॉलियां चोरी हो गई थीं. उन ट्रैक्टर ट्रॉलियों के पार्ट सरकारी अधिकारी के आवास में जमीन में दबे हुए पाए गए हैं. भाकियू ने आरोपी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है अन्यथा आंदोलन की चेतावनी दी है.

रिजवान नूर खान
नोएडा | Published: 21 Nov, 2025 | 03:55 PM

एमएसपी गारंटी कानून समेत अन्य मांगों को लेकर किसानों के 8 महीने पहले पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर से हटाए के आंदोलन मोर्चों से कार्रवाई में ट्रैक्टर ट्रॉली गायब हुए थे. बता दें कि पंजाब पुलिस प्रशासन ने उस वक्त कार्रवाई करते हुए जगजीत सिंह डल्लेवाल समेत कई किसानों को हिरासत में लिया था. किसानों का आरोप था कि तब वहां लगे मोर्चों पर मौजूद सामान कूलर-पंखे, ट्रैक्टर, ट्रॉली, बाइक आदि प्रशासन और सरकार के लोगों ने उठाए थे. किसानों की एफआईआर के बाद जांच की जा रही थी. अब म्युनिसिपल काउंसिल के एग्जीक्यूटिव ऑफिसर के सरकारी घर से ट्रैक्टर ट्रॉलियों के पार्ट बरामद हुए हैं. मामले में किसान नेताओं पंजाब सरकार को आड़े हाथों लेते हुए चोर और किसान विरोधी बताया.

एग्जीक्यूटिव ऑफिसर के सरकारी घर से ट्रैक्टर ट्रॉलियों के पार्ट्स बरामद

पंजाब पुलिस ने कहा कि उन्होंने यहां नाभा म्युनिसिपल काउंसिल के एग्जीक्यूटिव ऑफिसर के सरकारी घर से ट्रैक्टर ट्रॉलियों के पार्ट्स बरामद किए हैं, जो कथित तौर पर आठ महीने पहले किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान चोरी हुए थे. पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार यह बरामदगी तब हुई जब पुलिस ने किसानों के बढ़ते दबाव के बाद जगह की खुदाई की, जो पिछले दो दिनों से इसकी मांग को लेकर ज़ोरदार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

इससे पहले किसानों ने आरोप लगाया था कि आठ महीने पहले शंभू और खनौरी बॉर्डर पॉइंट पर विरोध प्रदर्शन के दौरान उनकी ट्रैक्टर ट्रॉलियां चोरी हो गई थीं. अधिकारियों के मुताबिक, पुलिस ने JCB (अर्थ मूविंग मशीन) की मदद से जगह की खुदाई की, और ट्रॉली के कई पार्ट्स कंपाउंड में दबे हुए मिले.

भारतीय किसान यूनियन ने कार्रवाई नहीं पर आंदोलन की चेतावनी दी

बुधवार को हुई इस बरामदगी से किसान ग्रुप्स में और गुस्सा फैल गया है. भारतीय किसान यूनियन आजाद के नेताओं ने मामले में नाभा प्रेसिडेंट गमदूर सिंह के शामिल होने का भी आरोप लगाया. किसान नेताओं ने दावा किया कि सबूत मिटाने के लिए ट्रॉली के पार्ट्स को दबाया गया था. किसान नेताओं ने कहा कि राज्य सरकार मामले पर तुरंत एक्शन ले नहीं तो किसान आंदोलन करेंगे.

किसान नेताओं ने कहा कि लगाया कि नाभा म्युनिसिपल काउंसिल प्रेसिडेंट के पति पंकज पप्पू अक्सर उसी जगह से काम करते थे. गिल ने कहा कि इससे पहले म्युनिसिपल काउंसिल ने पप्पू को अपना सुपरवाइजर बनाया था. एग्जीक्यूटिव ऑफिसर गुरचरण सिंह गिल ने किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार करते हुए कहा कि हालांकि घर उनके नाम पर अलॉट है, लेकिन वे वहां नहीं रहते और अपने गांव से आते जाते हैं. एग्जीक्यूटिव ऑफिसर ने कहा कि वह पुलिस जांच में सहयोग करने को तैयार हैं.

जेसीबी से खुदाई में निकले पार्ट

क्राइम इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी के पटियाला स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) दविंदर सिंह ने कन्फर्म किया कि सरकारी रेजिडेंशियल कॉम्प्लेक्स से ट्रॉली के पार्ट्स की खुदाई की गई है. SHO ने कहा कि पुलिस ने बरामद सामान को अपने कब्जे में ले लिया है, पूरी जांच होगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस मामले में पप्पू पर पहले ही केस दर्ज हो चुका है.

आठ महीने पहले, किसानों ने आरोप लगाया था कि शंभू और खनौरी बॉर्डर पॉइंट से उनके कई ट्रैक्टर ट्रॉली चोरी हो गए, जहां वे लगभग 13 महीने से डेरा डाले हुए थे, और फसलों के मिनिमम सपोर्ट प्राइस के लिए कानूनी गारंटी सहित कई मांगें उठा रहे थे.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

भारत में सबसे पहले सेब का उत्पादन किस राज्य में शुरू हुआ.

Side Banner

भारत में सबसे पहले सेब का उत्पादन किस राज्य में शुरू हुआ.