पीटीआर की हिस्ट्री में पहली बार हथिनी ने जुड़वा बच्चे जन्मे, दलिया-गुड़-गन्ना-घी से बना पौष्टिक चारा खिलाया जा रहा

हथिनी के दो बच्चों को जन्म देना सामान्य घटना नहीं है. यह दुर्लभ संयोग है और यह संयोग पन्ना का टाइगर रिजर्व में हुआ है. यहां पर अनारकली हथिनी ने दो शावकों को जन्म दिया है. हथिनी अब तक 6 बार शावकों को जन्म दे चुकी है.

रिजवान नूर खान
नोएडा | Published: 24 Nov, 2025 | 02:46 PM

हाथियों का दो बच्चों का जन्म देना आम घटना नहीं है, जीव विज्ञानी इसे दुर्लभ मानते हैं. इस दुर्लभ घटना का गवाह बना है मध्य प्रदेश के पन्ना का टाइगर रिजर्व (पीटीआर ). यहां पर अनारकली हथिनी ने दो शावकों को जन्म दिया है. इसके बाद से टाइगर रिजर्व प्रशासन और कर्मचारियों में खुशी है. जबकि, हथिनी और उसके बच्चों को देखने के लिए लोगों में उत्सुकता देखी जा रही है. हालांकि, लोगों की नजरों से दूर सुरक्षित जगह पर हथिनी और उसके बच्चों को रखा गया है. हथिनी की सेहत दुरुस्त बनाए रखने के लिए पौष्टिक चारा दिया जा रहा है.

विशेषज्ञों ने जुड़वां बच्चों के जन्म को प्रकृति का अजूबा बताया

पन्ना टाइगर रिजर्व (पीटीआर) में हथिनी अनारकली ने जुड़वां मादा शावकों को जन्म दिया है. पीटीआर इतिहास में पहली बार किसी हथिनी ने एक साथ दो बच्चे दिए हैं. इसके चलते पीटीआर प्रशासन काफी सजग और उत्साह पूर्वक जच्चा बच्चा की देखरेख में जुटा है. वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ. संजीव कुमार गुप्ता ने इसे प्रकृति का ‘अजूबा’ बताया. इस जन्म के बाद पीटीआर में हाथियों की संख्या बढ़कर 21 हो गई है.

सेहत दुरुस्त रखने के लिए पौष्टिक आहार दिया जा रहा

मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व में 57 वर्षीय हथिनी अनारकली ने पहली बार जुड़वां मादा हाथी बच्चों को जन्म देकर इतिहास रच दिया है. तीन घंटे के अंतराल में जन्मे दोनों नवजात और हथिनी स्वस्थ हैं. पन्ना टाइगर रिजर्व के उप संचालक मोहित सूद ने बताया कि अनारकली के लिए दलिया, गुड़, गन्ना और घी के लड्डू सहित विशेष आहार की व्यवस्था की गई है.

जंगल सुरक्षा और बाघ निगरानी में हथिनी की अहम भूमिका

पन्ना टाइगर रिजर्व के उप संचालक मोहित सूद ने कहा कि पन्ना टाइगर रिजर्व में हथिनी अनारकली ने जुड़वां मादा शावकों को जन्म दिया है. पीटीआर इतिहास में पहली बार किसी हथिनी ने एक साथ दो बच्चे दिए अनारकली और दोनों नवजात के लिए विशेष आहार व निरंतर चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है. उन्होंने कहा कि प्रशिक्षित हाथियों की जंगल सुरक्षा और बाघों की निगरानी में अहम भूमिका रहती है.

अब तक 6 बार बच्चों को जन्म दे चुकी है अनारकली

पीटीआर प्रशासन के अनुसार 1986 में लाई गई अनारकली हथिनी अब तक छह बार बच्चे दे चुकी है. प्रशिक्षित हाथी जंगल की सुरक्षा, गश्त और बाघों की निगरानी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, ऐसे में यह जुड़वां जन्म संरक्षण के लिए शुभ संकेत माना जा रहा है. पीटीआर प्रशासन और कर्मचारियों में काफी उत्साह है. वहीं, आम लोगों में शावकों को देखने की उत्सुकता देखी गई है.

जुड़वां बच्चों पर क्या बोले विशेषज्ञ

विशेषज्ञ बताते हैं कि हथिनी के दो बच्चों को जन्म देना सामान्य घटना नहीं है. यह दुर्लभ संयोग है. हालांकि, मां के लिए एक साथ दो शिशुओं को जन्म देना और उनका पालन-पोषण करना चुनौतीपूर्ण रहता है. अकसर हथिनी दोनों बच्चों के लिए पर्याप्त दूध का उत्पादन नहीं कर पाती है, जिससे उनके जीवन को खतरा रहता है. इसका ध्यान पहले ही पीटीआर प्रशासन ने रखा है और पशु चिकित्सकों की निगरानी में पौष्टिक आहार दिया जा रहा है.

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