Reservoirs Water Level: इस साल भारत में मानसून जबरदस्त तरीके से बरसा है. भारत के कई हिस्सों में इस साल मॉनसून के बाद भी बारिश का असर बरकरार है. देश के प्रमुख जलाशयों की बात करें तो वहां पानी का स्तर लगातार चौथे हफ्ते 90 फीसदी से अधिक बना हुआ है. केंद्रीय जल आयोग (CWC) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, देश के 161 प्रमुख बांधों में से हर तीसरा बांध अपनी पूरी क्षमता तक भर चुका है.
किस राज्य में सबसे ज्यादा भरे बांध?
रिपोर्ट के अनुसार, देशभर में 51 बड़े बांध पूरी तरह लबालब हैं. 46 बांधों में पानी की मात्रा 90 फीसदी से अधिक है. इनमें सबसे अधिक 17 बांध महाराष्ट्र में भरे हुए हैं. गुजरात और राजस्थान में 5-5, झारखंड, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु में 4-4, कर्नाटक में 3, तेलंगाना में 2 और ओडिशा, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, केरल व छत्तीसगढ़ में एक-एक बांध भरे हुए हैं. इसके अलावा, मेघालय और गोवा के अकेले जलाशय भी पूरी तरह भर गए हैं.
बारिश का असर अब भी जारी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के आंकड़ों के अनुसार, 21 राज्यों में पोस्ट-मॉनसून बारिश सामान्य से अधिक रही है. इनमें से 15 राज्यों में “बेहद अधिक” बारिश दर्ज की गई, जबकि 6 राज्यों में “अधिक” और 9 में “सामान्य” बारिश हुई है. देश के 731 जिलों के आंकड़ों के मुताबिक, करीब 44 फीसदी जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई है. यही कारण है कि जलाशयों में जल स्तर लगातार ऊंचा बना हुआ है.
जलाशयों की स्थिति
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, इस हफ्ते पानी का कुल स्टोरेज 182.496 अरब घन मीटर (BCM) की क्षमता में से 165.782 BCM तक पहुंच गया है, यानी 90.85 फीसदी है. यह पिछले साल की तुलना में करीब 4 फीसदी अधिक और पिछले दस साल के औसत से लगभग 16 फीसदी अधिक है.
पश्चिम, मध्य और दक्षिण भारत में सबसे बेहतर
पश्चिम भारत में महाराष्ट्र, गुजरात और गोवा के जलाशयों में पानी का स्तर 95 फीसदी से ऊपर है. महाराष्ट्र में जलाशय 98 फीसदी और गुजरात में 97 फीसदी क्षमता तक भरे हुए हैं. मध्य भारत में भी स्थिति शानदार है, यहां के 28 जलाशय 91–95 फीसदी क्षमता तक भरे हैं. मध्य प्रदेश में 96 फीसदी, उत्तराखंड में 95 फीसदी, छत्तीसगढ़ में 85 फीसदी और उत्तर प्रदेश में 77 फीसदी जल स्तर दर्ज किया गया है.
दक्षिण भारत को बारिश का फायदा
देश के दक्षिण हिस्से के 46 प्रमुख जलाशय हाल ही में आए डिप्रेशन और चक्रवातों के कारण भर गए हैं. आंध्र प्रदेश में जल स्तर 94 फीसदी, तमिलनाडु में 97.5 फीसदी, तेलंगाना में 91.6 फीसदी, कर्नाटक में 89 फीसदी और केरल में 82 फीसदी तक पहुंच गया है.
उत्तर और पूर्वी भारत की स्थिति
उत्तर भारत के 11 जलाशयों में पानी का स्तर औसतन 87 फीसदी है. राजस्थान के बांध 97.5 फीसदी, पंजाब के 87 फीसदी और हिमाचल प्रदेश के 82 फीसदी तक भरे हुए हैं. पूर्वी भारत के 27 जलाशयों में औसतन 81 फीसदी जल स्तर है. मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा में जलाशय 90 फीसदी से अधिक भरे हुए हैं, जबकि ओडिशा में 86 फीसदी और पश्चिम बंगाल में 50 फीसदी से कम पानी रह गया है.
मोंथा तूफान से और बढ़ेगा जलस्तर
हाल ही में आए “मोंथा चक्रवात” और उससे जुड़ी बारिश के कारण आने वाले दिनों में जलाशयों के स्तर में और सुधार की संभावना है.
 
 
                                                             
                             
                             
                             
 
 
                                                     
                                                     
                                                     
                                                    