Tamil Nadu News: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के तहत 11 केंद्रीय मंत्रालयों की 36 योजनाओं को जोड़कर किसानों को व्यापक लाभ पहुंचाया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि अब प्राकृतिक खेती और राष्ट्रीय दलहन मिशन पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि यह अभियान देश को दलहन उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाएगा. इससे किसानों की कमाई में बढ़ोतरी होगी और दालों की बढ़ती कीमतों पर भी ब्रेक लगेगा. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आम उत्पादन में अधिकता से कीमत गिरने की समस्या कम करने के लिए मूल्यवर्धन और प्रसंस्करण इकाइयां स्थापित की जाएंगी.
दरअसल, केंद्रीय कृषि मंत्री ने ये बातें तमिलनाडु के आईसीएआर कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके), वेल्लोर में एक चौपाल के दौरान कही. उन्होंने कहा कि इस योजना से तमिलनाडु जैसे राज्य को लाभ होगा, क्योंकि इसमें बेहतर किस्में, आधुनिक तकनीक और विपणन की सुविधा शामिल है. उन्होंने टीएनएयू के राष्ट्रीय दलहन अनुसंधान केंद्र, वाम्बन द्वारा विकसित उन्नत दलहन किस्मों की भी तारीफ की.
नारियल किसानों के लिए बड़ी खबर
चौपाल के दौरान केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों की समस्याएं ध्यान से सुनी और कहा कि नारियल की फसलों में कीट और रोग की समस्या दूर करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे. साथ ही पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत तमिलनाडु के योग्य किसानों को जोड़ा जाएगा, ताकि उन्हें अधिक लाभ मिल सके. शिवराज सिंह ने तमिलनाडु के मेहनती किसानों, उनकी संस्कृति और परंपराओं की सराहना की. उन्होंने कहा कि वे जल्द फिर से तमिलनाडु आएंगे और किसानों से प्राकृतिक खेती और अन्य पहलों पर सीधे बातचीत करेंगे.
महिला स्वयं सहायता समूहों से बाचतीक की
चौपाल के दौरान केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वेल्लोर में प्रगतिशील किसानों, महिला स्वयं सहायता समूहों और ग्रामीण युवाओं से बातचीत की और क्षेत्र की कृषि उपलब्धियों का जायजा लिया. उन्होंने केवीके वेल्लोर द्वारा विकसित वाइल्ड बोअर रिपेलेंट जैसी नई तकनीक की सराहना की, जो किसानों को जंगली सूअरों से फसल बचाने में मदद करती है.
कार्यक्रम में ये अधिकारी थे मौजूद
इस कार्यक्रम में तमिलनाडु कृषि, बागवानी और किसान कल्याण विभाग के निदेशक, टीएनएयू के कुलपति डॉ. आर. तमिलवेंदान, आईसीएआर-ATARI हैदराबाद के निदेशक डॉ. शेख एन. मीरा, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की संयुक्त सचिव ईनिथा, राज्य बागवानी आयुक्त कुमारवेल पांडियन, TNAU और TANUVAS के वरिष्ठ अधिकारी, साथ ही आईसीएआर, कृषि, बागवानी और पशुपालन विभागों के प्रतिनिधि मौजूद थे. कार्यक्रम में सैकड़ों किसानों ने हिस्सा लिया और केंद्र व राज्य स्तर पर कृषि विकास के प्रयासों में अपना उत्साह दिखाया. इसके अलावा, ड्रोन दीदियां और स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी लखपति दीदियां भी इस संवाद में शामिल हुईं.