Mandi Bhav: सब्जियों की कीमत में लगी आग, 20 रुपये किलो महंगा हुआ टमाटर

गोवा में कर्नाटक की बेमौसम बारिश से सब्जियों की कीमतों में तेजी आई है. टमाटर 40 से 60 रुपये, गाजर 60 से 80 रुपये प्रति किलो हो गई. ओकरा और धनिया की कीमतें भी बढ़ीं. आलू, प्याज स्थिर हैं.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 16 Nov, 2025 | 11:08 AM

Vegetable price hike: कर्नाटक में बेमौसम बारिश से गोवा में सब्जियां महंगी हो गई हैं. खास कर पिछले कुछ दिनों के अंदर सब्जियों की कीमत में कुछ ज्यादा ही बढ़ोतरी देखने के मिल रही है. स्थानीय व्यापारियों का कहना हा कि गोवा में अधिकांश सब्जियां कर्नाटक से ही प्लाई होती हैं. लेकिन बेमौसम बारिश से कर्नाटक में फसलों को नुकसान पहुंचा है. इससे गोवा में सब्जियों की आवक घट गई, जिससे कीमतों में बढ़ोतरी शुरू हो गई. हालांकि, कीमतें पिछले महीने तक स्थिर थीं, लेकिन अब टमाटर 40 रुपये से बढ़कर 60 रुपये प्रति किलो हो गया है और गाजर 60 रुपये से 80 रुपये किलो हो गई है.

द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सब्जी विक्रेता मौला मुजावर का कहना है कि बारिश की वजह से कर्नाटक में फसलें नष्ट  हो गईं. उन्होंने कहा कि टमाटर हर घर में जरूरी है. बारिश ने खेतों में पानी भर दिया और फसलें खत्म हो गईं. इससे न तो हमें खुशी है और न ही ग्राहक प्रसन्न हैं. खास बात यह है कि अभी ओकरा की कीमत 80 रुपये से बढ़कर 120 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है और हरी धनिया पत्ती 30 रुपये से 60 रुपये किलो तक पहुंच गई है.

नींबू की कीमत में गिरावट

कर्नाटक में बारिश से फसलें खराब होने के कारण कई विक्रेता सब्जियों की गुणवत्ता  को लेकर चिंतित हैं. सब्जी विक्रेता मोहम्मद शफीक कहते हैं कि हमें डर है कि बारिश से सब्जियों की क्वालिटी खराब हो सकती है. ग्राहक खरीदना नहीं चाहते, लेकिन हमें वही बेचनी होती है जो हमें मिलती है. आलू, प्याज, शिमला मिर्च, फूलगोभी, खीरा जैसी सब्जियों की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं. वहीं, नींबू की कीमत बहुत घटकर 5 रुपये प्रति नींबू रह गई है.

सर्दियों में सब्जियों की कीमतें स्थिर हो जाएंगी

सब्जी विक्रेता बशिरा बाई कहती हैं कि लोग 50 रुपये में 20 नींबू खरीद रहे हैं. यह अचार बनाने का सही समय है. विक्रेता उम्मीद कर रहे हैं कि सर्दियों में सब्जियों की कीमतें स्थिर हो जाएंगी. गोवा स्टेट हॉर्टिकल्चर कॉरपोरेशन लिमिटेड (GSHCL) के मैनेजिंग डायरेक्टर चंद्रहास देसाई ने कहा कि सब्जियों की कीमतें  एक हफ्ते के भीतर स्थिर हो जाएंगी. उन्होंने कहा कि कर्नाटक की मिट्टी चिकनी (क्ले) है, इसमें पानी जल्दी नहीं समाता. इसलिए बारिश का पानी जमीन पर जमा रह जाता है. मौसम एक हफ्ते में सुधर जाएगा. देसाई ने यह भी कहा कि मॉनसून एक हफ्ते में खत्म हो जाएगा, जिससे कर्नाटक की मिट्टी की हालत जल्दी ठीक हो जाएगी. बता दें कि केवल गोवा ही नहीं, बल्कि महाराष्ट्र में भी टमाटर सहित तमाम हरी सब्जियां महंगी हो गई हैं.

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Published: 16 Nov, 2025 | 11:03 AM

आम धारणा के अनुसार टमाटर की उत्पत्ति कहां हुई?

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