Home Gardening Tips: अपने गार्डन को खूबसूरत लुक देना चाहते हैं लेकिन तय नहीं कर पा रहे कि कौन का पौधा या फूल लगाएं. तो अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है. आप अपने गार्डन में लाल, गुलाबी और सफेद रंग के गणेश बेल जिसे साइप्रस वाइन (Cyprus Vine) भी कहते हैं, उसे लगा सकते हैं. बता दें कि, आज के समय में गार्डनिंग करने वालों के बीच ये काफी लोकप्रिय है. सुंदर बेल वाला ये फूलदार पौधा गार्डनिंग का शौक रखने वालों का पसंदीदा पौधा है. इन फूलों को लगाने से न केवल घर का लुक बदलता है बल्कि मानसिक सुकून भी मिलता है. इसके अलावा कई तरह के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में भी ये बेहद ही कारगर है.
क्या है इस पौधे की खासियत
गणेश बेल या साइप्रस वाइन एक झाड़ीदार बेल है, जो आमतौर पर बारिश के मौसम में तेजी से बढ़ता है. इसके पत्ते मोटे, हरे और गोलाकार के होते हैं. इसकी खास बात ये भी है कि कई बार इसेक पत्ते पर बनी प्राकृतिक आकृति को लोग भगवान गणेश का स्वरूप भी मानते हैं. इसलिए इस पौधे का धार्मिक महत्व भी है. इस बेलनुमा पौधे को आसानी से बिना ज्यादा देखभाल के घर की छत या बालकनी पर उगाया जा सकता है. इसकी बेल बालकनी की रेलिंग पर चढ़कर उसे और खूबसूकत बनाती हैं. साथ ही इसके आकर्षक लाल, गुलाबी और सफेद रंग के फूल मानसिक शांति देते हैं और तनाव से दूर रखने में मदद करते हैं.

बालकनी को सुंदर बनाते हैं इसके फूल (Photo Credit- Canva)
स्किन संबंधी समस्याओं को रखता है दूर
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गणेश बेल केवल घर को सुंदर बनाने का ही काम नहीं करता है बल्कि कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को भी ठीक करने का काम करता है. इसके फूल और पत्तियों का इस्तेमाल आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली में भी होता है. बता दें कि, इसके पत्तों में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं, जो कि स्किन पर मौजूद कीटाणुओं और फंगल इंफेक्शन को खतम करने में मदद करते हैं. आप इसके पत्तों का पेस्ट बनाकर फोड़े-फुंसी, दाद या खुजली वाली जगह पर लगा सकते हैं. ऐसे करने से आपको इन सब शिकायतों से आराम मिलेगा. इसके अलावा इसकी पत्तियों का काढ़ा पीने से स्किन डिटॉक्स भी होती है
शरीर की सूजन को कम करता है
गणेश बेल के पत्तों में मोजूद कुछ प्राकृतिक गुण शरीर की सूजन, जलन और खुजली को भी कम करने में मदद करते हैं. इसके साथ ही ये शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है, जिससे स्किन एलर्जी जैसी समस्या दूर होती है. इसके मनमोहक फूलों को देखकर मन खुद ही शांत हो जाता है और तनाव को कम करता है. शरीर में कहीं भी सूजन या जलन होने की स्थिति में इसके पत्तों को पानी में उबालकर, उस पानी से प्रभावित जगह की सिंकाई की जा सकती है. इससे सूजन और जलन में आराम मिलता है.