गुलाब का नाम सुनते ही आंखों के सामने सुर्ख लाल रंग के खूबसूरत फूल आने लगते हैं, जिनकी भीनी-भीनी खुशबू से पूरा वातावरण खुशनुमा हो जाता है. भारत में फूलों का बहुत ही ज्यादा महत्व है. गुलाब के फूलों का इस्तेमाल घर की सजावट के लिए होता है, इसकी मांग बाजार में सालभर बनी रहती है, यही कारण है कि किसान भी इसकी खेती बड़े पैमाने पर करते हैं. आज के समय में शहरों में रहने वाले लोगों को भी फूल उगाने का शौक होता है. ऐसे लोग गमले में गुलाब के फूलों को उगा सकते हैं. अगर आप कुछ खास बातों का खयाल रखें तो गमले में आसानी से गुलाब के फूलों को उगा सकते हैं.
गमले में उगाने से पहले ऐसे करें तैयारी
गमले में गुलाब उगाने के लिए कम से कम 12 से 16 इंच गहरा गमला लें. वैसे तो आप प्लास्टिक या सिरेमिक के गमलों में भी गुलाब उगा सकते हैं लेकिन मिट्टी का गमला बेस्ट होता है क्योंकि मिट्टी के गमले में हवा की आवाजाही आसानी से हो सकती है. गमले का चुनाव करते समय इस बात का खास खयाल रखें कि गमले के नीचे छेद होना जरूरी है ताकि जो भी एक्सट्रा पानी निकल सके. गुलाब को उगाने के लिए अच्छी जल निकासी वाली भुरभुरी मिट्टी अच्छी होती है क्योंकि इसमें पोषक तत्व होते हैं.
सही मात्रा में पौधे को पानी दें
मीडिया रिपोर्टेस के अनुसार, गुलाब के पौधे को ज्यादा पानी या हर दिन सिंचाई की जरूरत नहीं होती है. इसे सिर्फ तब पानी दें जब पौधे की मिट्टी सूखने लगे. गर्मियों में हर 2 से 3 दिन में और सर्दियों में हफ्ते में 2 बार पानी देना पर्याप्त होता है. ध्यान रखें कि गमले में पानी जमा न हो. पानी जमा होने की स्थिति में पौधे की जड़ें नमी पाकर सड़ने लगती हैं, जिसके कारण पौधा सूखकर मुरझाने लगता है. आपको ध्यान रखना होगा कि हर 15 से 20 दिन में गमले में जैविक खाद जैसे गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट जरूर डालें. वहीं, फूल आने के समय पोटाश और फॉस्फोरस वाली खाद का इस्तेमाल करें, इससे पौधे में ज्यादा और बड़े फूल खिलेंगे
समय पर करें पौधे की छंटाई
गमले में गुलाब उगाने के लिए जरूरी है कि आप पौधे की कटाई-छंटाई नियमित रूप से करें. समय-समय पर सूखी पत्तियां और पुराने फूल हटाते रहें. साल में एक बार पौधे की हल्की छंटाई करें, इससे नई शाखाएं निकलेंगी और ज्यादा फूल खिलेंगे. गुलाब की छंटाई के लिए दिसंबर से जनवरी के महीने का समय सबसे सही होता है.