Kitchen Garden: सर्दी की दस्तक के साथ ही बागवानी या टेरिस फार्मिंग करने वाले किसानों की चिंता बढ़ गई है. क्योंकि सर्दी के मौसम में गमले में उगाए जाने वाले अधिकांश पौधों की ग्रोथ रूक जाती है. क्योंकि उन्हें प्रयाप्त मात्रा में धूप नहीं मिल पाती है. ऐसे में पौधों पर फूल आने बंद हो जाते हैं. कई बार तो ज्यादा सर्दी पड़ने पर पौधे सूख भी जाते हैं. खास कर चमेली के साथ ये समस्या ज्यादा देखी गई है. अगर आपने भी अपने चिकन गार्ड में चमेली के पौधे लगा रखे हैं, तो अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है. आज हम देसी नुस्खों के बारे में बात करने जा रहे हैं, जिसका इस्तेमाल करने पर पौधे सर्दी में भी हरे-भरे रहेंगे और फूल से लद जाएंगे. तो आइए आज जानते हैं इन देसी नुस्खों के बारे में.
दरअसल, अक्सर लोगों की शिकायतें रहती हैं कि उनकी छत या बालकनी में लगाए गए चमेली के पौधे बढ़ तो रहे हैं, लेकिन फूल नहीं खिल रहे. अगर आपके साथ भी ऐसा है, तो ये कुछ आसान टिप्स अपनाने के बाद आपका गार्डन चमेली के फूलों से खिल उठेगा. इसके लिए सबसे पहले गमले का सही चुनाव करें. चमेली के पौधे के लिए मिट्टी का गमला सबसे अच्छा होता है. प्लास्टिक के गमले से जड़ों को नुकसान होता है, इसलिए इसका इस्तेमाल न करें.
गमले में डालें इस तरह की खाद
इसके बाद खाद और जगह का चयन बहुत जरूरी है. पौधे को ऐसी जगह रखें, जहां पर्याप्त धूप आती हो, क्योंकि धूप चमेली के फूल खिलने के लिए जरूरी है. मिट्टी में वर्मी कंपोस्ट (केंचुए की खाद) मिलाना सबसे अच्छा रहता है, इससे पौधे को भरपूर पोषण मिलता है और फूल तेजी से बढ़ते हैं. पौधे को नियमित रूप से पानी देना भी जरूरी है. अगर सिंचाई कम होगी, तो पौधा सही तरह से फूल नहीं देगा. साथ ही पौधे की समय-समय पर कटाई-छंटाई करते रहें, ताकि नई शाखाएं निकलें और फूलों की संख्या बढ़े.
कीटों से बचाने के लिए इस दवा का करें छिड़काव
जब पौधा फूल देना शुरू कर दे, तो उसे कीटों से बचाना जरूरी है. इसके लिए हर महीने एक बार नीम के तेल का छिड़काव करें. अगर पौधा पुराना हो जाए, तो उसकी ऊपरी मिट्टी बदलकर नई मिट्टी डालें, इससे पौधे को नई ऊर्जा मिलती है और फूल ज्यादा खिलते हैं. बता दें कि चमेली के फूल की मार्केट में बहुत डिमांड रहती है. इसका इस्तेमाल पूजा-पाठ और घर की सजावट में भी होता है. साथ ही इससे आयुर्वेदिक दवाइयां भी बनाई जाती हैं.